भारतीय टीम के अनुभवी ऑफ़ स्पिन गेंदबाज़ रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने व्हाइट बॉल से ज़्यादा रेड बॉल क्रिकेट में नाम कमाया है. उनकी घातक गेंदबाज़ी के सामने बड़े से बड़ा बल्लेबाज़ ढेर होता देखा गया है. श्रीलंका के खिलाफ खेले गए पहले टेस्ट मैच में अश्विन, टेस्ट क्रिकेट में भारत की तरफ से दूसरे सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले खिलाड़ी बन गए हैं. उन्होंने (Ravichandran Ashwin) यह महारत टीम के पूर्व कप्तान और स्टार ऑलराउंडर कपिल देव को पीछे छोड़कर हासिल की है. ऐसे में उन्होंने खुद इसको लेकर एक बड़ा खुलासा किया है.
Ravichandran Ashwin बनना चाहते थे बल्लेबाज़
भारतीय टीम के दिग्गज ऑफ़ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा है कि वह शुरुआत में गेंदबाज़ नहीं बल्कि एक बल्लेबाज़ बनना चाहते थे. इतना ही नहीं बल्कि उन्होंने बताया कि वो कपिल देव जैसा बनने के लिए मीडियम गति से गेंदबाज़ी भी बखूबी किया करते थे. अश्विन ने कपिल देव का विकेट लेने की संख्या में टेस्ट क्रिकेट में पछाड़ कर कहा कि,
“बहुत खुशी महसूस कर रहा हूं. 28 साल पहले, मैं पिता जी के साथ कपिल पाजी को चीयर कर रहा था, जब उन्होंने रिचर्ड हैडली के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ा था. यहां तक कि अपने सपने में भी, मैंने कभी कपिल देव के विकेटों की संख्या को पार करने के बारे में नहीं सोचा था क्योंकि मैं हमेशा एक बल्लेबाज बनना चाहता था, खासकर तब से ही जब मैंने आठ साल की उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू किया था. 1994 में, बल्लेबाजी मेरा पंसदीदा था. सचिन तेंदुलकर उस समय विश्व क्रिकेट में उभर रहे थे और कपिल देव, खुद एक गेंद के एक शानदार स्ट्राइकर थे.”
कपिल पाजी को बचपन में करते थे फॉलो
आपको बता दें कि रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज ऑलराउंडर कपिल देव के बहुत बड़े फैन थे. वह उनकी तरह बनना चाहते थे. अपने पिता के कहने पर अश्विन मीडियम तेज़ गति से बॉलिंग भी किया करते थे. उन्होंने बताया कि,
“वास्तव में, मैं अपने पिता की सलाह पर मीडियम तेज गति से गेंदबाजी करता था ताकि मैं अगला कपिल पाजी बनने की कोशिश कर सकूं. तब से मैंने, एक ऑफ स्पिनर बनने और इतने सालों तक भारत का प्रतिनिधित्व करने के बारे में कभी नहीं सोचा था. मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं भारत के लिए खेलूंगा. अपनी इस उपलब्धि को पाकर मैं बहुत खुश हूं.”
आर अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने अब तक भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करते हुए टेस्ट क्रिकेट में 85 मुकाबले खेले हैं, जिसमें उन्होंने 436 विकेट लिए हैं. वहीं अश्विन का इस फॉर्मेट में सर्वाधिक गेंदबाज़ी प्रदर्शन 7/59 है. साथ ही अश्विन ने टेस्ट क्रिकेट में 30 बार “5 विकेट हॉल” और 22 बार “4 विकेट हॉल” भी लिया है.
अनिल कुंबले ने टेस्ट में भारत के लिए चटकाए सबसे ज़्यादा विकेट
दिग्गज लेग स्पिनर अनिल कुंबले ने भारतीय टीम के लिए टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज़्यादा विकेट ली है. उन्होंने भारतीय टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व करते हुए कुल 132 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 619 टेस्ट विकेट अपने नाम किए हैं. वहीं कपिल देव ने 131 टेस्ट मुकाबलों में 434 विकेट झटकाए हैं. जिनको आर अश्विन ने हाल ही में पीछे छोड़ा है. बहरहाल, अश्विन ने पूर्व भारतीय कप्तान के अलावा न्यूज़ीलैंड के लेजेंड बॉलर रिचर्ड हेडली और श्रीलंका के लेफ्ट आर्म स्पिनर रंगना हेराथ को भी पीछे छोड़ा है.