Cheteshwar Pujara - Rahul Dravid

Rahul Dravid: 17 जनवरी से भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जाने वाले दूसरे टेस्ट मैच का आगाज होने जा रहा है। दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेले जाने वाला ये मुकाबला भारतीय टीम के टेस्ट स्पेशलिस्ट बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) के लिए बेहद ही खास होने वाला है। क्योके ये उनके टेस्ट करियर का 100वां मुकाबला है। उनके इस ऐतिहासिक मुकाबले से पहले टीम इंडिया के कोच राहुल द्रविड़ ने सनसनीखेज बयान दे डाला।

Rahul Dravid के बयान ने मचाया तहलका

Cheteshwar Pujara

चेतेश्वर पुजारा के 100 टेस्ट मैच पूरे करने पर टीम इंडिया के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने कहा कि यह उपलब्धि उनकी लंबी उम्र का प्रतिबिंब है। बुधवार को हुई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भारतीय कोच ने कहा,

“यह एक क्रिकेटर के लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि है, क्योंकि जब आप इस तरह के मुकाम तक पहुंचते हैं, तो आपको इस स्तर तक पहुंचने और इतना अधिक क्रिकेट खेलने के लिए प्रतिभा की आवश्यकता होती है, लेकिन इसके अलावा भी कई चीजें होती हैं। 100 टेस्ट मैच खेलना आपकी लंबी उम्र का प्रतिबिंब है।”

Cheteshwar Pujara के 100वें टेस्ट मैच खेलने की उपलब्धि पर कोच द्रविड़ ने कही ये बात

Rahul Dravid

उन्होंने आगे कहा कि पुजारा ने जो पुचले 13-14 सालों में किया वह काबिल-ए-तारीफ है। साथ ही उनका मानना है कि ये उपलब्धि हासिल करना आसान नहीं। द्रविड़ ने कहा,

“हर खिलाड़ी को उतार-चढ़ाव से गुजरना पड़ता है और उससे निपटना होता है। किसी को भी तरह-तरह के गेंदबाजी आक्रमणों को खेलना होता है और मैदान के अंदर और बाहर आपसे तरह-तरह के सवाल पूछे जाते हैं। सौ टेस्ट मैच खेलने में कम से कम दस साल लगते हैं. पिछले 13-14 वर्षों में पुजारा ने जो किया है, यह बहुत बड़ी बात है. यह बिना किसी संदेह के उनके करियर के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।”

ऐसा रहा है Cheteshwar Pujara का टेस्ट करियर

Cheteshwar Pujara - Team india - Border Gavaskar Trophy

अगर टेस्ट स्पेशलिस्ट चेतेश्वर पुजारा के प्रदर्शन की बात करें तो उन्होंने टीम इंडिया के लिए काफी शानदार बल्लेबाजी की है। अक्टूबर 2010 में डेब्यू करने वाले पुजारा ने अब तक 99 टेस्ट मैच खेलते हुए 44.15 की औसत से 7021 रन बनाए हैं। इसमें 19 शतक और 34 अर्धशतक शामिल हैं। टेस्ट क्रिकेट में भारतीय टीम का मुख्य स्तम्भ कहे जाने वाला ये खिलाड़ी एक टेस्ट पारी में 500 गेंदों का सामना करने वाला इकलौता भारतीय बल्लेबाज है। ये उपलब्धि उन्होंने 2017 में रांची में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में 525 गेंदों पर 202 रनों की पारी खेलकर हासिल की थी।