भारत और इंग्लैंड के बीच लीड्स में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच में भारतीय टीम पहली पारी में सिर्फ 78 रन पर ही सिमट गई थी। इसके बाद इंग्लैंड ने पहली पारी में 432 रन बनाकर 354 रन की बढ़त बना ली। इंग्लैंड के इन रनों में कप्तान जो रूट के शानदार शतक (121) का बहुत बड़ा योगदान रहा।
इसके बाद लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत की दूसरी पारी भी सिर्फ 278 रन पर ही सिमट गई। इस पारी में तेज गेंदबाज ओली रोबिनसन (Ollie Robinson) के घातक 5 विकेट भी शामिल रहे। इस प्रदर्शन के बाद उन्हें खेल का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना।
विराट का विकेट लेना ख़ुशी भरा रहा : Ollie Robinson
भारत के खिलाफ पहली पारी में 2 और फिर दूसरी पारी में बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए पांच विकेट हासिल करने वाले ओली रोबिनसन (Ollie Robinson) ने इंग्लैंड के मैच जीतने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके इस प्रदर्शन के बाद मैं ऑफ द मैच का पुरस्कार उन्हें ही। जिसके बाद उन्होंने कहा,
“ईमानदारी से कहूं तो इंग्लैंड के लिए जीत में मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार पाना एक सपना है। मुझे यहां पहले गेंदबाजी करने में मजा आया और यहां की परिस्थितियों का उपयोग करना बहुत ही अच्छा है, इसलिए मैं इस पिच पर पांच विकेट पाकर खुश हूं। जिमी के साथ गेंदबाजी करना और उनसे सीखना सम्मान की बात है। इससे मेरे खेल में सुधार हुआ है।
मैं सीखता रहता हूं और जितना हो सके अच्छा बनने की कोशिश करता हूं। कोहली का विकेट हासिल करना काफी खुशी भरा रहा। जब उन्होंने मुझे ओवर में दो चौके लगाए – विराट के लिए एक योजना के अनुसार चौथे और पाँचवें स्टंप से दूर गेंदें कीं, उम्मीद थी कि विराट उसपर बल्ला लगाएंगे और उन्होंने ऐसा ही किया।”
द ओवल में बढ़त की कोशिश करेंगी दोनों टीमें
भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला का नॉटिंघम में खेला गया पहला मैच ड्रा रहा था। इसके बाद लॉर्ड्स में भारत ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए जीत दर्ज की। लेकिन, लीड्स में खेले गए सीरीज के तीसरे टेस्ट में इंग्लैंड ने पलटवार करते हुए पारी और 76 रन से जीत दर्ज की ली। उनकी इस जीत के बाद सीरीज 1-1 से बराबर हो गई।
दोनों ही टीमों के पास अब द ओवल में खेले जाने वाले सीरीज के चौथे मैच में बढ़त लेने का मौका होगा। जिसे कोई भी छोड़ना नहीं चाहेगी। लेकिन, हम आपको बता दें कि द ओवल के केनिंग्टन मैदान पर टीम इंडिया का रिकॉर्ड कुछ खास नहीं है। टीम ने यहां कुल 13 मैच खेले हैं। जिनमें से सात मैच ड्रा रहे हैं और पांच में इंग्लैंड ने बाजी मारी है। वहीं टीम इंडिया को सिर्फ एक ही मैच में जीत नसीब हुई है, वो भी 1971 में।