Narendra Hirvani

भारतीय क्रिकेट के इतिहास में कई ऐसे खिलाड़ी रहे हैं जिन्होनें अपने करियर का आगाज़ शानदार अंदाज़ में किया. लेकिन वह अपना जादू ज़्यादा लंबे समय तक नहीं बिखेर पाए. उनका करियर उम्मीद से पहले ही खत्म हो गया. टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज स्पिनर नरेंद्र हिरवानी का भी नाम उन खिलाड़ियों की सूची में शुमार है, जिनका करियर शुरू होते ही खत्म हो गया. तो आइये एक बार नज़र डालते हैं नरेंद्र (Narendra Hirwani) के अंतरराष्ट्रीय करियर पर और जानते हैं कि आखिर कैसे यह स्टार खिलाड़ी सिर्फ 17 टेस्ट मैच खेल पाया.

Narendra Hirwani ने 1988 में किया था डेब्यू

Narendra Hirwani

वैसे तो नरेंद्र हिरवानी उत्तर प्रदेश के रहने वाले है लेकिन वह कम उम्र में ही मध्य प्रदेश के इंदौर चले गए थे. सिर्फ 16 वर्ष की आयु में नरेंद्र ने एमपी की रणजी टीम में अपनी जगह बना ली थी. वहीं रणजी में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद उन्हें भारत की टेस्ट टीम में खेलने का भी मौका भी मिला.

नरेंद्र हिरवानी ने साल 1988 में वेस्टइंडीज़ के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज़ में चेन्नई में अपना डेब्यू किया था. जिसमें उन्होंने गज़ब की गेंदबाज़ी कर इतिहास रच दिया था. हिरवानी का विश्व रिकॉर्ड अब तक कायम है.

डेब्यू मैच में 16 विकेट लेकर मचाई सनसनी

Narendra Hirvani

19 वर्षीय नरेंद्र हिरवानी (Narendra Hirwani) ने वेस्टइंडीज़ के खिलाफ खेले गए टेस्ट मैच में अपनी घातक गेंदबाज़ से कोहराम मचा दिया था. उन्होंने 136 रन देकर कुल 16 विकेट अपने नाम किए थे. नरेंद्र ने पहली पारी में जहां 61 रन देकर 8 विकेट झटके थे.

वहीं उन्होंने दूसरी पारी में 75 रन खर्च कर 8 विकेट दोबारा लिए थे.नरेंद्र हिरवानी ने अपने डेब्यू टेस्ट मैच में 16 विकेट लेकर विश्व रिकॉर्ड कायम कर लिया. जिसको आज तक कोई नहीं तोड़ पाया है. हिरवानी के टेस्ट करियर का आगाज़ शानदार तरीके से हुआ. उन्होंने सिर्फ 4 टेस्ट मैच में 36 विकेट ले लिए थे.

अचानक करियर हो गया समाप्त

Narendr Hirvani

भारतीय क्रिकेट टीम का प्रतिनिधित्व कर चुके पूर्व दिग्गज लेग स्पिनर नरेंद्र हिरवानी (Narendra Hirvani) का करियर जितने ज़बरदस्त तरीके से शुरू हुआ था. ग़ौरतलब है कि उतने अच्छे तरीके से खत्म नहीं हो पाया. उनका टेस्ट करियर 17 मैच खेलने के बाद ही खत्म हो गया. जिसमें उन्होंने कुल 66 विकेट लिए.

इसके अलावा टेस्ट में उनको (Narendra Hirwani) आपार सफलता के बाद वनडे क्रिकेट खेलने का भी मौका मिला. नरेंद्र ने भारत के लिए 4 साल तक चले अपने एकदिवसीय करियर में 18 मुकाबले खेले. जिसमें उन्होंने 23 विकेट लिए.

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