Kuldeep Yadav

पहले T20 से किया बाहर, फिर ODI सीरीज़ की प्लेइंग 11 में नहीं दिया मौका, महज 27 की उम्र में खत्म होने की कगार पर है इस भारतीय का करियर∼

Kuldeep Yadav: भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच 3 मैचों की वनडे श्रृंखला अब समाप्त हो गई है. जिसमें कीवी टीम ने भारत को 1-0 से मात देकर सीरीज़ अपने नाम कर ली. केन विलियमसन के नेतृत्व वाली न्यूज़ीलैंड टीम ने भारत को सीरीज़ के पहले मुकाबले में मात दी थी. जिसके बाद बाकी दोनों मुकाबलों को बारिश के चलते रद्द करना पड़ा और भारत कमबैक नहीं कर पाया.

वहीं इस श्रृंखला के दौरान भारतीय टीम के चाइनामैन गेंदबाज़ कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) को एक भी मौका नहीं मिला. जिस तरह से लगातार उन्हें नजरअंदाज किया जा रहा है उसे देखने के बादक कई तरह के सवाल उठने लगे हैं और अलग-अलग तरह की संभावनाएं जताई जा रही हैं.

श्रृंखला में बेंच पर बैठे रह गए Kuldeep Yadav

Kuldeep Yadav

आपको बता दें कि शिखर धवन और वीवीएस लक्ष्मण की जोड़ी ने कुलदीप यादव को न्यूज़ीलैंड के खिलाफ वनडे श्रृंखला में एक भी मौका नहीं दिया. तीनों मैचों में लगातार युजवेंद्र चहल और वॉशिंगटन सुंदर को खिलाया गया. ऐसे में कुलदीप की एक भी मैच की प्लेइंग 11 में जगह नहीं बनी.

कुलदीप यादव अपना आखिरी एकदिवसीय मुकाबला अक्टूबर में दिल्ली के अरुण जैटली स्टेडियम में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले थे. जिसमें उन्होंने 18 रन देकर 4 विकेट झटके. ग़ौरतलब है कि इतने शानदार प्रदर्शन के बाद भी उन्हें न्यूज़ीलैंड के खिलाफ एक भी मैच में खेलने का मौका नहीं मिला.

शानदार रहा है अब तक करियर

Kuldeep Yadav

27 वर्षीय कानपुर के चाइनामैन स्पिनर कुलदीप यादव ने भारत के लिए अब तक 72 वनडे और 25 T20I मुकाबले खेले हैं. जिसमें उनका प्रदर्शन शानदार रहा है. कुलदीप (Kuldeep Yadav) ने वनडे में 5.19 की शानदार इकॉनमी रेट से गेंदबाज़ी करते हुए 118 विकेट अपने नाम किए हैं. जिसमें 5 बार उन्होंने “फोर विकेट हॉल” और 1 बार “फाइव विकेट हॉल” भी लिया है. वहीं उनका सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़ी प्रदर्शन एकदिवसीय क्रिकेट में 6/25 रहा है.

इसके अलावा बात करें T20I की तो, यादव ने भारत के लिए खेले गए 25 T20 मैचों में 6.89 की गज़ब की इकॉनमी रेट से गेंदबाज़ी करते हुए 44 विकेट झटके हैं .जिसमें 1 “फोर विकेट हॉल” और 1 “फाइव विकेट हॉल” भी शामिल है. उनका सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़ी प्रदर्शन भारत के लिए T20 में 5/24 रहा है. बहरहाल, अगर कुलदीप को टीम प्रबंधन ने आगे और मौके नहीं दिए तो उनका करियर कभी भी समाप्त हो सकता है.

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