IND vs SA: इन 5 कारणों के चलते टीम इंडिया को करना पड़ा अंतिम मुकाबलें में हार का सामना
Published - 23 Sep 2019, 03:41 PM

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भारत बनाम साउथ अफ्रीका के बीच 3 मैचों की टी 20 सीरीज घरेलू मैदानों पर खेली जा रही थी। जिसमें पहला मैच बारिश के वजह से रद्द हो गया। दूसरे मैच में भारत ने 7 विकेट से साउथ अफ्रीका पर शानदार जीत दर्ज की। इसके बाद हर किसी को उम्मीद थी कि मेजबान टीम सीरीज को आराम से जीत लेगी।
लेकिन बैंगलौर के चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले गए तीसरे और आखिरी टी 20 मैच में टीम इंडिया को 9 विकेटों से करारी हार का सामना करना पड़ा। जिस कारण दोनों ही टीमों के पास 1-1 जीत हुई और सीरीज ड्रॉ पर खत्म हुई।
हार भी इतनी शर्मनाक की किसी के भी गले से नीचे नहीं उतर रही है। आपको बता दें, इस मैच में टीम इंडिया ने शुरुआत से ही गलतियां करना शुरू कर दी थी परिणामस्वरूप जीत हाथ से रेत की तरह फिसल गई। तो आइए आपको बताते हैं वह 5 कारण जिनकी वजह से भारत ने साउथ अफ्रीका से हारा आखिरी मैच...
बैंगलोर टी20 में टीम इंडिया की हार के 5 बड़े कारण
1- टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला
बैंगलौर विराट कोहली का दूसरा होम ग्राउंड है क्योंकि वह रॉयल चैलेंजर्स बैंगलौर के कप्तान हैं। उन्हें अच्छी तरह पता था कि टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनना इस मैदान पर फायदेमंद साबित होता है।
लेकिन कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला किया। जो किसी को भी ठीक से हजम नहीं हो सका। परिणामस्वरूप टीम इंडिया के हाथ से मैच निकल गया।
कमेंटेटर्स ने भी इस बात को स्वीकार किया था कि इस मैदान पर टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला करना चाहिए था। मैच से पहले सुनील गावस्कर ने पिच रिपोर्ट में भी साफ बताया था कि टॉस जीतकर टीम फील्डिंग करना पसंद करेगी लेकिन कप्तान को न जाने क्या सूझी और उन्होंने बेतुका कारण बताते हुए बल्लेबाजी चुनी।
पहले बल्लेबाजी करने में आने वाली परेशानी से टीम इंडिया जूंझते हुए 9 विकेट्स गंवाकर 134 रन ही बना सकी। जवाब में क्विंडन डी कॉक ने बेहतरीन बल्लेबाजी कर अपनी टीम को जीत दिलाई।
2- रिव्यू लेने में हुई बड़ी गलती
पहले बल्लेबाजी कर टीम इंडिया ने स्कोर बोर्ड पर कुछ खास रन नहीं थे और ऊपर से फील्डिंग के दौरान टीम इंडिया ने रिव्यू लेने में बड़ी गलती की। सातवें ओवर में अंपायर ने सुंदर की गेंद पर डिकॉक को नॉटआउट दिया लेकिन उससे पहले ही विराट रीव्यू गंवा चुके थे।
रिव्यू न होने के कारण डी कॉक ने बल्लेबाजी जारी रखी। रीप्ले में दिखाया गया कि डी कॉक आउट होते। इसके बाद डिकॉक ने 51 गेंदों में 79 रन की पारी खेली और अपनी टीम को जीत दिलाकर ही पवेलियन लौटे।
असल में विराट कोहली ने सलामी बल्लेबाज रीज़ा हैंड्रिक्स के डाउट पर ही अपना रिव्यू बर्बाद कर दिया। दीपक चाहर ने बॉल डालने के बाद जोरदार अपील की और पंत ने भी रिव्यू लेने को बोला और विराट कोहली ने रिव्यू ले लिया। लेकिन अंपायर का डिसीजन बना रहा और टीम ने अपना रिव्यू गंवा दिया।
3- गेंदबाजों की हुई जमकर पिटाई
जब बोर्ड पर रन कम हो तो टीम को जीत दिलाने की जिम्मेदारी गेंदबाजों के कंधों पर आ जाती है। 135 रन का लक्ष्य का पीछा करने उतरी साउथ अफ्रीका की टीम ने धाकड़ शुरुआत करते हुए भारतीय गेंदबाजों की जमकर पिटाई की।
आपको बता दें, वॉशिंगटन सुंदर 27 रन, दीपक चाहर 15, नवदीप सैनी 25, क्रुणाल पांड्या 40, हार्दिक पांड्या 23 रन लुटाए। इन आंकड़ों को देखकर आप अंदाजा लगा सकते हैं कि भारतीय गेंदबाजों की जमकर पिटाई हुई है। दोनों पांड्या ब्रदर्स को तो मानो अफ्रीकी खिलाड़ियों ने रडार पर ले रखा था।
आगामी टी 20 विश्व कप की तैयारियों में जुटी टीम इंडिया की इस हार ने शायद टीम मैनेजमेंट की आंखें खोल दी हो। क्योंकि किसी भी फॉर्मेट के खेल में जितनी अहमियत बल्लेबाजों की होती है उतनी ही गेंदबाजों की भी होती है इसलिए नंबर-9 तक बल्लेबाजी को गहराई देना जीत का मूलमंत्र कत्तई नहीं है।
4- बड़े खिलाड़ी हुए फ्लॉप
रोहित शर्मा, विराट कोहली, शिखर धवन जैसे बड़े खिलाड़ी भारतीय क्रिकेट टीम के पास है यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है। क्योंकि खिलाड़ी अकेले के दम पर मैच जिताने का दम रखते हैं।
तीसरे और आखिरी टी 20 मैच में विराट और रोहित दोनों ही मात्र 9-9 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। हालांकि धवन ने 36 रन बनाए। लेकिन महज 7 ओवर में ही टॉप ऑर्डर ढेर हो गया। जिसके बाद जिम्मेदारी मिडिल ऑर्डर पर आई।
मगर इस बात से तो आप सभी भलीभांति परिचित हैं कि जब हमारा टॉप आर्डर फेल होता है तो टीम फिर बल्लेबाजी में संघर्ष करती नजर आने लगती है।
इसके बाद रिषभ पंत 19, श्रेयस अय्यर 5, क्रुणाल पांड्या 4, हार्दिक पांड्या 14 रविंद्र जडेजा 19, वॉशिंगटन सुंदर 4 रन बनाकर चलते बने। परिणामस्वरूप टीम ने 9 विकेट्स खोकर साउथ अफ्रीका को मात्र 135 रनों का लक्ष्य दिया।
5- रिषभ पंत-श्रेयस अय्यर का निराशाजनक प्रदर्शन
तीसरे टी 20 मैच में 7 ओवर में ही टीम इंडिया का टॉप ऑर्डर पवेलियन में बैठा नजर आया। अब सारी जिम्मेदारी मिडिल ऑर्डर बल्लेबाजों के कंधों पर थी। और जैसा कि अमूमन देखा ही जाता है कि जब भी टॉप ऑर्डर फ्लॉप होता है तो हमारी जीत नामुमकिन सी लगने लगती है।
लंबे वक्त से नंबर-4 का बल्लेबाज तलाश रही है। ऐसे में कप्तान कोहली ने युवा खिलाड़ी श्रेयस अय्यर और रिषभ पंत को नंबर-4 व 5 की जिम्मेदारी सौंपी। रणनीति बनाई गई कि यदि 10 ओवर से पहले दूसरा विकेट गिरता है तो अय्यर बल्लेबाजी करने आएंगे और इसके बाद विकेट गिरा तो पंत आएंगे।
दोनों बल्लेबाज भूल गए और साथ में मैदान की ओर चल पड़े। हालांकि बाद में पंत ने नंबर-4 पर और अय्यर ने 5 पर बल्लेबाजी की। दोनों ही खिलाड़ियों ने मैच में निराशाजन प्रदर्शन किया। पंत ने 19 तो अय्यर ने मात्र 5 रन ही बनाए।
यह कहना गलत नहीं होगा कि इन दोनों ही खिलाड़ियों ने मिले हुए मौके को ठीक तरह नहीं भुनाया है। बात पंत की करें तो उनकी जगह पर अब तलवार लटकती साफ नजर आ रही है।
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