भारतीय टीम (India team) और इंग्लैंड (England) के बीच खेले जा रहे लॉर्ड्स टेस्ट (Lords test) मैच का तीसरा दिन टीम इंडिया (Team India) के लिए बेहद खराब रहा. तीसरे दिन जहां गेंदबाजों को विकेट लेने की जरूरत थी वहां मेजबान पूरे दिन बल्लेबाजी करने में कामयाब रहा. भारत की ओर से बनाए 364 रन के स्कोर का पीछा करने उतरी अंग्रेजी टीम आगे निकल गई और 27 रन की बढ़त भी हासिल कर ली है. कुल मिलाकर यह मैच कहीं ना कहीं भारत के हाथों से निकलता हुआ दिखाई दे रहा है.
ऐसे में यदि टीम इंडिया इस सीरीज पर बढ़त बनाने के इरादे से उतरी है तो उसे फिर से वापसी करते हुए तेजी से रन बनाने के साथ दूसरी पारी में विरोधी टीम के 10 विकेट भी चटकाने होंगे. इस खास रिपोर्ट में हम उन तीन गलतियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो लॉर्ड्स टेस्ट में तीसरे दिन भारत से हुई..
1. पहले सेशन में विकेट नहीं
तीसरे दिन का खेल शुरू हुआ और इंग्लैंड ने अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी का सबूत दे दिया. जो रूट एक बार फिर से एक छोर को संभालने में कामयाब रहे और क्रीज पर बिना किसी नुकसान के डटे रहे. पहले सेशन में जहां भारतीय गेंदबाजों से विकेट लेने की उम्मीद थी उस पर वो खरे नहीं उतरे सके. जबकि एक तरफ से रूट का बल्ला रनों की बरसात करता रहा.
पहला सेशन भारत ने बिना लिए गंवा दिया. नॉर्टिंघम टेस्ट के बाद लॉर्ड्स में जसप्रीत बहुमराह भी कुछ खास कमाल नहीं दिखा सके. पहली पारी में उनके हाथ एक भी विकेट नहीं लगा. जबकि इशांत शर्मा, सिराज और शमी ने इंग्लिश टीम की पारी का अंत किया. यदि भारतीय टीम (India team) ने तीसरे दिन के पहले सेशन में कुछ विकेट झटके होते तो अंग्रेजी टीम बढ़त हासिल करने में कामयाब नहीं होती. यह भारत की सबसे बड़ी और पहली गलती थी.