"आपको जीतने के लिए...", एशिया कप जीतने के बाद हरमनप्रीत कौर ने स्मृति को नजरअंदाज कर इनको दिया जीत का पूरा श्रेय

Harmanpreet Kaur: 1 अक्टूबर को शुरू हुए महिला एशिया कप 2022 का आज फाइनल मुकाबला भारत और श्रीलंका के बीच खेला गया. इस मैच में 7वीं बार जीत के लिए मैदान पर उतरी टीम इंडिया ने खिताब अपने नाम किया. वहीं पर श्रीलंका की टीम पहली खिताबी जीत का इरादा रखते हुए कड़ी टक्कर देने उतरी थी. लेकिन, भारतीय गेंदबाजों के कहर के सामने पूरी तरह बिखर गई और श्रीलंका की टीम सिर्फ 65 रन पर ही ढेर हो गई. इसके बाद भारत ने शानदार बल्लेबाज़ी करते हुए टारगेट को सिर्फ 8.3 ओवर में हासिल करते हुए 8 विकेट से जीत दर्ज की. इस खिताबी जीत के बाद कप्तान हरमनप्रीत कौर ने बड़ा बयान दिया.

Harmanpreet Kaur ने दिया गेंदबाजों को जीत का श्रेय

Harmanpreet Kaur
Harmanpreet Kaur

शानदार जीत के साथ भारतीय टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर (Harmanpreet Kaur) काफी खुश नज़र आई. हरमन ने जीत के बाद ट्राफी लेने से पहले इनामी राशी का चेक लिया और मैच प्रजेंटेशन पर फाइनल मैच में जीत के बारे में बात करते हुए कहा,

आज की जीत के लिए सारा श्रेय गेंदबाजी को दिया जायेगा. इसके साथ फील्डिंग भी टीम की पहली ही गेंद से बहुत अच्छी नज़र आई. हम उनको (श्रीलंका) कोई भी रन आसानी से बनाने नहीं देना चाहते थे. मुझे टीम के आज के प्रदर्शन कर काफी गर्व है.”

हमने स्कोरबोर्ड पर कोई ध्यान ही नहीं दिया

"आपको जीतने के लिए...", एशिया कप जीतने के बाद हरमनप्रीत कौर ने स्मृति को नजरअंदाज कर इनको दिया जीत का पूरा श्रेय

हरमनप्रीत कौर (Harmanpreet Kaur) ने साफ़ तौर पर कहा की उन्होंने आज के मैच से पहले जो भी तैयारी की थी उसको मैच में बेहतर तरीके से अंजाम दिया. साथ ही उन्होंने विकेट को बेहतर तरीके से जानने के बाद अच्छी फील्डिंग को भी जीत का श्रेय देते हुए कहा,

“आपको जीत के लिए पिच को भी बेहतर तरीके से जानकर फील्डिंग को उनकी अनुसार ही फैलाना होता है. हमने यह अच्छे से किया और हमको जीत मिली. हम स्कोरबोर्ड की तरफ नहीं देख रहे थे सिर्फ छोटे छोटे लक्ष्य को बनाकर उन्हें प्राप्त कर रहे थे. हमारे लिए यह तरीके असरदार साबित हुआ”

भारत को मिली सातवीं खिताबी जीत

"आपको जीतने के लिए...", एशिया कप जीतने के बाद हरमनप्रीत कौर ने स्मृति को नजरअंदाज कर इनको दिया जीत का पूरा श्रेय

भारत और श्रीलंका के बीच खेले गये फाइनल मुकाबले में श्रीलंका की कप्तान ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाज़ी का फैसला लिया. चमारी अट्टापट्टू और अनुष्का संजीवनी पारी की शुरुआत करने आई लेकिन सस्ते में अपना विकेट गवां दिया. इसके बाद हर्षिता माधवी भी सिर्फ 1 रन बनाकर आउट हो गये. नीलाक्षी दे सिल्वा के साथ हसीनी परेरा भी क्रमश: 6 और 0 रन बनाकर पवेलियन लौट गयी. ओशादी राणासिंघे और इनोका रानावीरा दो ही खिलाडी है जिन्होंने दहाई का आंकड़ा पार किया. इसके अलावा कोई भी बल्लेबाज़ क्रीज़ पर टिक पर बल्लेबाज़ी नहीं कर स्की और पूरी टीम सिर्फ 65 रन पर आलआउट हो गयी.

भारत के लिए आसान से लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए शेफाली वर्मा और स्मृति मंधना पारी की शुरूआत करने आये. शेफाली सिर्फ 5 रन पर जबकि जेमिना 2 रन बनाकर पवेलियन लौट गयी. वो विकेट जल्दी गिरने के बावजूद दूसरे चोट पर मंधना ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ी करती रही और 25 गेंद में 51 रन की अर्धशतकीय पारी खेल कर भारत को 8 विकेट की आसान सी जीत दिलवाई. भारत ने 7वीं बार एशिया कप में खिताबी जीत दर्ज की.