Virat Kohli

साउथ अफ्रीका दौरे (IND vs SA) पर टेस्ट सीरीज में मिली 2-1 की हार के बाद टीम इंडिया (Team India) के कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) ने टेस्ट की कप्तानी छोड़ कर पूरे विश्व क्रिकेट को चौंका कर रख दिया. कई पूर्व और मौजूदा दिग्गज खिलाड़ी विराट के इस फैसले से काफी हैरान दिखे. तो वहीं कई ने विराट के इस फैसले का समर्थन भी किया. इसी कई में अब टीम इंडिया के पूर्व गेंदबाजी कोच भरत अरुण (Bharat Arun) ने भी अपनी प्रातक्रिया है. अरुण, विराट की कप्तानी छोड़ने से हैरान हैं.

किसी भी फॉर्मेट में अब कप्तान नहीं रहे विराट कोहली

Atul Wassan said virat kohli not getting runs but pointing fingers at others

टेस्ट क्रिकेट की कप्तानी छोड़ने के बाद विराट कोहली (Virat Kohli) अब किसी भी फॉर्मेट में टीम के कप्तान नहीं रहे. टी20 की कप्तानी उन्होंने पहले ही छोड़ दी थी. वही साउथ अफ्रीका दौरे से पहले उनसे वनडे की कप्तानी भी वापस ले ली गयी थी. और रोहित शर्मा (Rohit Sharma) को लिमिटेड ओवर क्रिकेट के दोनों फॉर्मेट में टीम इंडिया का नया कप्तान बनाया गया.

वही, टेस्ट की कप्तानी को लेकर अभी भी चर्चा जारी है. विराट को टेस्ट की कप्तानी छोड़ने के लगभग 20 दिनों के बाद टीम इंडिया के पूर्व गेंदबाजी कोच भरत अरुण (Bharat Arun) ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. विराट ने कुल 68 टेस्ट मैचो में टीम इंडिया की कप्तानी की. जिसमे भारतीय टीम ने 40 मुकाबले जीते. वो भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान रहे.

कोहली कुछ साल और टेस्‍ट कप्‍तानी कर सकता था

Virat Kohli Test captaincy

कई लोगों का मानना है कि, विराट कोहली (Virat Kohli) को कम से कम 2 सालों तक टेस्ट की कप्तानी करनी चाहिए चाहिए थी. टीम इंडी के पूर्व गेंदबाजी कोच भरत अरुण (Bharat Arun) के विचार भी इससे काफी मिलते जुलते हैं. अरुण के हवाले से न्‍यूज 9 ने कहा,

मैं निजी तौर पर हैरान हूं कि विराट कोहली (Virat Kohli) ने टेस्‍ट कप्‍तानी छोड़ दी है. हमारी जब भी बातचीत होती तो वो हमेशा देश का नेतृत्‍व करने के लिए जुनूनी दिखता था. वो चाहता था कि भारतीय टीम दुनिया में हावी होकर खेले और मेरे ख्‍याल से उसने अच्‍छी नींव स्‍थापित की है. मुझे निजी तौर पर लगता है कि कोहली कुछ साल और टेस्‍ट कप्‍तानी कर सकता था.

T20 World cup 2021 के बाद बतौर गेंदबाजी कोच भरत अरुण का कार्यकाल समाप्त हो गया था. उन्‍होंने राष्‍ट्रीय टीम के साथ दो कार्यकाल 2014-15 और 2017-21 में काम किया. तेज गेंदबाजी के क्षेत्र में टीम इंडिया को मजबूत बनाने का श्रेय इन्हीं को जाता है. अरुण, महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) और विराट कोहली (Virat Kohli) की कप्तानी से अच्छी तरह वाकिफ हैं.