भारत-इंग्लैंड के बीच खेला गया तीसरा मुकाबला बेहद रोमांचक रहा. इस मैच को टीम इंडिया ने महज दो दिन के अंदर अपने नाम कर लिया है. नरेंद्र मोदी स्टेडियम में पहले बल्लेबाजी करने उतरी विरोधी टीम महज 112 रन बनाकर ऑलआउट हो गई थी. इसके बाद 112 रन का पीछा करने उतरी, खेल के दूसरे दिन ही 145 रन पर पवेलियन लौट गई.
भारत के ऑलआउट होने के बाद दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लैंड की टीम महज 81 बनाकर सिमट गई. इसके बाद 7.04 ओवर में इस मैच को टीम इंडिया ने अपने नाम कर लिया. ये मुकाबला महज 140.2 ओवर में ही खत्म हो गया. ऐसे में आज की इस खास रिपोर्ट में हम बात करेंगे 5 ऐसे सबसे छोटे टेस्ट मुकाबलों की, जो ओवरों के लिहाज से जीत-हार के नतीजे में जल्द ही बदल गए.
साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच 1932 में खेला गया टेस्ट
साल 1932 में साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच 12 से 16 फरवरी तक टेस्ट मैच खेला जाना था. यह मुकाबला मेलबर्न में रखा गया था. इस टेस्ट मैच में पहले बल्लेबाजी करने उतरी साउथ अफ्रीका की टीम सिर्फ 23.2 ओवर में ही 36 रन बनाकर ऑलआउट हो गई थी.
पहली पारी में कंगारूओं की टीम ने 54.3 ओवर में 153 रन बनाए थे. जिसका पीछा करते हुए साउथ अफ्रीका की पूरी टीम 31.3 ओवर में महज 45 रन बनाकर ऑलआउट हो गई थी.
हालांकि साउथ अफ्रीका की टीम इस मुकाबले को एक पारी और 72 रन से हार गई थी. ऑस्ट्रेलिया और अफ्रीका के बीच खेला गया यह मुकाबला सिर्फ 109.2 ओवरों में ही खत्म हो गया था. किसी भी टेस्ट का नतीजा आने के लिए दोनों टीम की तरफ से खेला गया यह सबसे कम ओवर वाली टेस्ट मैच था.