ओवरों के लिहाज से जीत-हार के नतीजे वाले टेस्ट मैच के 5 सबसे छोटे मुकाबले
Published - 27 Feb 2021, 05:34 PM

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भारत-इंग्लैंड के बीच खेला गया तीसरा मुकाबला बेहद रोमांचक रहा. इस मैच को टीम इंडिया ने महज दो दिन के अंदर अपने नाम कर लिया है. नरेंद्र मोदी स्टेडियम में पहले बल्लेबाजी करने उतरी विरोधी टीम महज 112 रन बनाकर ऑलआउट हो गई थी. इसके बाद 112 रन का पीछा करने उतरी, खेल के दूसरे दिन ही 145 रन पर पवेलियन लौट गई.
भारत के ऑलआउट होने के बाद दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लैंड की टीम महज 81 बनाकर सिमट गई. इसके बाद 7.04 ओवर में इस मैच को टीम इंडिया ने अपने नाम कर लिया. ये मुकाबला महज 140.2 ओवर में ही खत्म हो गया. ऐसे में आज की इस खास रिपोर्ट में हम बात करेंगे 5 ऐसे सबसे छोटे टेस्ट मुकाबलों की, जो ओवरों के लिहाज से जीत-हार के नतीजे में जल्द ही बदल गए.
साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच 1932 में खेला गया टेस्ट
साल 1932 में साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच 12 से 16 फरवरी तक टेस्ट मैच खेला जाना था. यह मुकाबला मेलबर्न में रखा गया था. इस टेस्ट मैच में पहले बल्लेबाजी करने उतरी साउथ अफ्रीका की टीम सिर्फ 23.2 ओवर में ही 36 रन बनाकर ऑलआउट हो गई थी.
पहली पारी में कंगारूओं की टीम ने 54.3 ओवर में 153 रन बनाए थे. जिसका पीछा करते हुए साउथ अफ्रीका की पूरी टीम 31.3 ओवर में महज 45 रन बनाकर ऑलआउट हो गई थी.
हालांकि साउथ अफ्रीका की टीम इस मुकाबले को एक पारी और 72 रन से हार गई थी. ऑस्ट्रेलिया और अफ्रीका के बीच खेला गया यह मुकाबला सिर्फ 109.2 ओवरों में ही खत्म हो गया था. किसी भी टेस्ट का नतीजा आने के लिए दोनों टीम की तरफ से खेला गया यह सबसे कम ओवर वाली टेस्ट मैच था.
इंग्लैंड और वेस्ट इंडीज के बीच ब्रिजटाउन में खेला गया मुकाबला
दूसरे नंबर पर बात करते हैं इंग्लैंड और वेस्ट इंडीज के बीच साल 1935 में ब्रिजटाउन में खेले गए टेस्ट मुकाबले की, जो सबसे कम ओवर वाले टेस्ट मैच की लिस्ट में शामिल है. यह मुकाबला सिर्फ 112 ओवर में ही खत्म हो गया था. पहले बल्लेबाजी करने उतरी विंडीज ने 47 ओवर में 102 रन बनाकर ऑलआउट हो गई थी.
जिसका पीछा करने उतरी इंग्लैंड 29.3 ओवर में ही अपनी पारी को 7 विकेट के नुकसान पर 81 रन बनाकर घोषित कर दिया था. इसके बाद बल्लेबाजी करते हुए वेस्टइंडीज ने दूसरी पारी में 19 ओवर खेलते हुए 6 विकेट के नुकसान पर 51 रन बनाए थे और इंग्लैंड को जीत के लिए 73 रनों का लक्ष्य दिया था.
इस स्कोर का पीछा करने उतरी इंग्लैंड ने 16.3 ओवर में इस लक्ष्य को हासिल कर लिया था और मुकाबला अपने नाम कर लिया था. हालांकि चारों पारियां सिर्फ 112 ओवर तक ही चली.
इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच मैनचेस्टर में 1888 में खेला गया मैच
इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर बात करते हैं, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच मैनचेस्टर में साल 1888 में खेले गए टेस्ट मुकाबले की, जो 30 अगस्त से 3 सितंबर के बीच चला था. इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड ने पहली पारी में 172 रन बनाए थे.
इसका पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलिया की टीम पहली पारी में सिर्फ 81 रन पर ही सिमट गई थी. इसके बाद, तो जो रोमांच देखने को मिला, वो हैरान करने वाला था. क्योंकि दूसरी पारी में कंगारूओं के शीर्ष 4 बल्लेबाज शून्य पर ही आउट होकर चलते बने थे.
इसक महज 70 रन पर ऑस्ट्रेलिया की पूरी टीम ऑलआउट हो गई. इस मैच में कंगारू टीम के सिर्फ दो ही बल्लेबाज दोहरे अंक को पार कर पाए थे. हालांकि इंग्लैंड ने इस मुकाबले को पारी और 21 रनों से जीत लिया, और यह मुकाबला सिर्फ 131.2 ओवर में ही खत्म हो गया था.
ऑस्ट्रेलिया-इंग्लैंड के बीच 1988 में खेला गया टेस्ट मुकाबला
साल 1988 में इंग्लैंड-ऑस्ट्रेलिया के बीच लॉर्ड्स में टेस्ट मैच खेला गया था. यह मुकाबला क्रिकेट के इतिहास में चौथा सबसे छोटा टेस्ट मैच साबित हुआ था. इस मुकाबले में पहले टॉस जीतकर ऑस्ट्रेलिया की टीम ने बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया था.
पहले बल्लेबाजी करने के लिए उतरी ऑस्ट्रेलिया 71.2 ओवर में (4-बॉल ओवर) में 116 रन बनाकर ऑलआउट हो गई थी. जबकि पहली पारी में बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लैंड की पूरी टीम महज 50 ओवर में 53 रन बनाकर सिमट गई थी.
इसके बाद दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलिया की टीम 29.2 ओवर में महज 60 रन बनाकर पवेलियन लौट गई थी. इस मुकाबले में इंग्लैंड को 124 जीत के लिए चाहिए थे. लेकिन इंग्लिश टीम मात्र 47 ओवर में 62 रन ही बनी सकी और पूरी टीम ऑलआउट हो गई, और 61 रन से मैच में हार का सामना करना पड़ा.
इंग्लैंड-साउथ अफ्रीका के बीच साल 1889 में खेला गया टेस्ट मैच
आपको याद दिलाते हैं, केपटाउन में तकरीबन 130 साल पहले खेले गए दक्षिण अफ्रीका के इंग्लैंड दौरे की. इस दौरान दोनों टीमें टेस्ट सीरीज का दूसरा मुकाबला खेलने के लिए उतरी थीं. इंग्लैंड के कप्तान मोंटी बोडेन ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था.
इंग्लैंड की टीम 123.1 ओवर (4-बॉल ओवर) में ही पहली पारी में 292 रन पर सिमट गई थी. इसके बाद 292 रन का पीछा करने उतरी साउथ अफ्रीका की पूरी टीम 47.1 ओवर में पहली पारी में महज 47 रन बनाकर ऑलआउट हो गई थी. इस मुकाबले में दूसरी पारी में बिना बल्लेबाजी किए इंग्लैंड ने साउथ अफ्रीका को फॉलो-ऑन दिया.
फॉलो-ऑन में बल्लेबाजी करते हुए, दक्षिण अफ्रीका एक बार दूसरी तरह से पूरी तरह फेल रही, और 28.2 ओवर में मात्र 43 रन बनाकर दोबारा ऑलआउट हो गई. इस मुकाबले को इंग्लैंड ने पारी और 202 रनों से जीत गई थी. 4 गेंदों पर 6 गेंद के ओवर में परिवर्तित करने के हिसाब से इस मैच के नतीजे सिर्फ 132 ओवर में निकल गए थे.
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इंग्लैंड बनाम भारत टेस्ट मैच