टीम इंडिया के चार खिलाड़ी जिन्होंने वनडे में कमाया नाम लेकिन टेस्ट में हुए फ्लॉप
Published - 08 Jun 2020, 04:54 PM

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मौजूदा समय में ट्वेंटी-20 क्रिकेट को सबसे ज्यादा लोकप्रिय माना जाता है. जब से टी20 क्रिकेट का विस्तार देखने को मिला है, तब से खेल प्रेमियों ने टेस्ट क्रिकेट से काफी दूरी बना ली है. भले ही आज के समय में वनडे और टी20 क्रिकेट के फैंस ज्यादा हो लेकिन इस बात से मुहं नहीं मोड़ा जा सकता कि जो मजा टेस्ट क्रिकेट में आता है, वह बाकि फॉर्मेट में कहाँ.
आज अपने इस लेख के जरिये हम आपको टीम इंडिया के उन चार खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे है, जिन्होंने वनडे क्रिकेट में तो बहुत अधिक नाम कमाया लेकिन टेस्ट क्रिकेट में अपना वर्चस्व कायम नहीं कर सके.
आइये डालते है, एक नजर टीम इंडिया के ऐसे ही चार खिलाड़ियों के नाम पर :
~ अजय जडेजा
49 वर्षीय अजय जडेजा टीम इंडिया के सबसे स्टाइलिश खिलाड़ियों में से रहे है. दिलकश बल्लेबाजी के मशहूर अजय जडेजा ने एकदिवसीय स्तर पर देश के लिए बहुत नाम कमाया. मगर टेस्ट क्रिकेट में सफलता हासिल करने में नाकाम रहे.
सन 1992 में दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध डरबन में अजय जडेजा ने अपने टेस्ट करियर का आगाज किया था और सन 2000 तक उन्होंने सिर्फ 15 टेस्ट खेले. 15 टेस्ट की 24 पारियों में अजय ने 26.18 की औसत के साथ सिर्फ 576 रन बनाये. इस दौरान उनके बल्ले से केवल चार अर्द्धशतक देखने को मिले और सबसे बढ़िया प्रदर्शन 96 रन का रहा.
वही अपने करियर की इन्हीं आठ सालों में अजय जडेजा ने भारत के लिए 196 वनडे मैचों में हिस्सा लिया और 179 पारियों में 37.47 की औसत के साथ 5359 रन बनाने में कामयाब हुए. वनडे में जडेजा के नाम पर छह शतक और 30 अर्द्धशतक दर्ज है.
साथ ही एकदिवसीय क्रिकेट में अजय जडेजा ने 5.25 की इकॉनमी के साथ 20 विकेट भी हासिल किये. सन 2000 में मैच फिक्सिंग में नाम आने के बाद अजय जडेजा के करियर पर पूर्व विराम लग गया.
~ सुरेश रैना
इस सूची में दूसरा नाम टीम इंडिया के स्टार बाएं हाथ के बल्लेबाज सुरेश रैना का आता है. सुरेश रैना भी उन चुनिन्दा भारतीय खिलाड़ियों में से है, जिनका वनडे क्रिकेट में तो बहुत दबदबा देखने को मिला किन्तु वह टेस्ट में अपनी छाप नहीं छोड़ सके.
हालांकि रैना के टेस्ट करियर का आगाज बहुत ही शानदार देखने को मिला था. सुरेश रैना ने साल 2010 के श्रीलंका दौरे पर अपना टेस्ट डेब्यू किया था और पहले ही मुकाबलें में शतक लगाने में सफल रहे थे. मगर इस टेस्ट के बाद वह इस प्रारूप में कोई भी बड़ा प्रदर्शन नहीं कर सके.
सुरेश रैना ने टीम इंडिया के लिए सिर्फ 18 टेस्ट मैच खेले और और 31 पारियों में उनके बल्ले से 26.48 की औसत के साथ 768 रन आये. टेस्ट में रैना एक शतक और सात अर्द्धशतक लगाने में सफल हुए, जबकि 13 विकेट भी उनके खाते में आई.
वही एकदिवसीय करियर में सुरेश रैना ने 226 मैच खेले और 35.31 की औसत के साथ 5615 रन बनाने में कामयाब हुए. इस प्रारूप में रैना के नाम पर पांच शतक और 36 अर्द्धशतक भी दर्ज है. टी20I के 78 मुकाबलों में भी रैना के बल्ले से 134 से स्ट्राइक रेट के स्थ 1604 रन आये.
~ आशीष नेहरा
टीम इंडिया के अनुभवी बाएं हाथ के तेज गेंदबाज आशीष नेहरा का नाम भी इस सूची में शुमार है. अपने पूरे अंतरराष्ट्रीय करियर के दौरान आशीष नेहरा इंजरी से काफी परेशान रहे. 41 वर्षीय आशीष नेहरा ने अपने टेस्ट करियर का आगाज सन 1999 में श्रीलंका के विरुद्ध किया और अंतिम टेस्ट साल 2004 में पाकिस्तान के खिलाफ रावलपिंडी में खेला.
भारत के लिए आशीष नेहरा को केवल 17 टेस्ट मैच खेलने का अवसर मिला और वह 42.41 की औसत के साथ 44 विकेट लेने में सफल रहे. इस दौरान नेहरा जी का सबसे बढ़िया प्रदर्शन 4/72 का देखने को मिला.
वहीं वनडे क्रिकेट में आशीष नेहरा ने टीम इंडिया के लिए 120 एकदिवसीय और 27 टी20 मैच खेले और इस दौरान उनके खाते में 157 वनडे और 34 ट्वेंटी-20 विकेट आई. आशीष नेहरा ने लगातार हो रही इंजरी और खराब फिटनेस के चलते साल 2017 ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था.
~ युवराज सिंह
इस सूची में सबसे अंतिम नाम टीम इंडिया के सिक्सर किंग युवराज सिंह का आता है. वनडे और टी20 क्रिकेट में युवराज सिंह का एक बहुत ही बड़ा नाम रहा. देश को अनगिनत मुकाबलें युवी ने अकेले अपने दम पर जीताये. चाहे बात टी20 विश्व कप की हो या एकदिवसीय विश्व कप हर जगह युवराज का सिक्का चला.
मगर टेस्ट क्रिकेट में युवी बाकि दोनों फॉर्मेट की तरह नाम और सफलता नहीं हासिल कर सके. युवराज सिंह को टेस्ट डेब्यू का मौका साल 2003 में न्यूजीलैंड के विरुद्ध मिला और उनका टेस्ट मैच साल 2012 में इंग्लैंड के खिलाफ आया.
युवी ने 9 सालों में मात्र 40 टेस्ट खेले और लगभग 34 की औसत के साथ 62 पारियों में 1900 रन ही बना सके. इस प्रारूप में युवराज सिंह के बल्ले से तीन शतक और 11 अर्द्धशतक देखने को मिले. खास बात यह रही कि यह तीनों ही शतक पाकिस्तान के विरुद्ध आये.
एकदिवसीय क्रिकेट में युवी के नाम पर 304 मैचों में 8701 और टी20I के 58 मुकाबलों में युवराज सिंह के बल्ले से 1177 रन आये. वनडे में युवी 14 शतक के साथ 111 विकेट लेने में कामयाब रहे. साल 2019 में युवराज ने संन्यास ले लिया था.
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