सभी को Cricket का खेल जितना पसंद है, उससे भी ज्यादा पसंद हैं क्रिकेटर। क्योंकि यही क्रिकेटर हैं जिनके बेहतरीन खेल की वजह से लोग मैदान और टीवी स्क्रीन की तरफ खिंचे चले आते हैं। वैसे तो हर प्रशंसक को अपने देश के खिलाड़ियों से ज्यादा लगाव होता है, लेकिन फिर भी अन्य देशों में भी बहुत से बेहतरीन खिलाड़ी हैं, जो हर बार बेहतरीन खेल का मुजायरा पेश करते हैं।
इसी खेल के दम पर वो भी अपने देश के लिए हर एक टूर्नामेंट में जीत हासिल करना चाहते हैं। कभी-कभी ऐसा होता है कि खिलाड़ी के करियर का अंतिम मैच भी आ जाता है। लेकिन, उसके हाथ में चैम्पियन की ट्रॉफी नहीं आ पाती है। आज हम ऐसे ही कुछ दिग्गजों की बात करेंगे, जिन्होंने अपने अंतिम अंतरराष्ट्रीय मैच में चैम्पियन का ख़िताब जीता।
इन चार दिग्गज Cricketers ने अंतिम मैच में जीता ख़िताब
1. इमरान खान (Imran Khan)
लाहौर में 16 साल की उम्र में प्रथम श्रेणी Cricket में पदार्पण करने वाले पाकिस्तान के पूर्व कप्तान और दिग्गज आलराउंडर खिलाड़ी इमरान खान की कप्तानी में टीम ने 1992 का विश्व कप जीता था। उसके बाद से पाकिस्तानी टीम ने फिर कभी विश्व कप पर कब्जा नहीं जमाया। अपने 175 वनडे मैचों में 3709 रन बनाने और 182 विकेट लेने वाले दिग्गज आलराउंडर खिलाड़ी इमरान खान का 25 मार्च 1992 में खेला गया विश्व कप का फाइनल मैच उनके करियर का आखिरी मैच था।
इस आखिरी मैच के बाद ही उन्होंने संन्यास ले लिया। वैसे आपको बता दें कि इस दिग्गज खिलाड़ी ने पूरे शान से क्रिकेट की दुनिया को अलविदा कहा था। दरअसल उन्होंने अपने आखिरी मैच में से विश्व विजेता का ख़िताब जीता था। वनडे के अलावा उन्होंने 88 टेस्ट मैच भी खेले हैं, जिनमें 3807 रन बनाने के साथ ही उनके खाते में 362 विकेट भी दर्ज हैं। इमरान की तेज गेंदबाजी से अच्छे से अच्छा बल्लेबाज भी खौफ खाता था।
2. ग्लेन मैकग्राथ (Glenn McGrath)
ऑस्ट्रेलिया टीम के पूर्व दिग्गज तेज गेंदबाज ग्लेन मैकग्राथ ने 2007 में Cricket जगत को अलविदा कह दिया था। 2003 के विश्वकप फाइनल मैच में सचिन तेंदुलकर के रूप में भारतीय टीम का पहला विकेट लेने वाले मैकग्राथ ने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच 28 अप्रैल 2007 को श्रीलंका के खिलाफ खेला था। यह मैच 2007 क्रिकेट विश्वकप का फाइनल मैच था।
विपक्षी बल्लेबाजों को अपनी तेज गेंदबाजी से हमेशा ही परेशान करने वाले ग्लेन मैकग्राथ ने अपने आखिरी मैच में एक विकेट लेने के साथ ही करियर के 250 वनडे मैचों में 381 और 124 टेस्ट मैचों में 563 विकेट लिए हैं। हालांकि उन्होंने सिर्फ दो ही टी20 मैच ही खेले। आपको बता दें कि 1996 से 2007 तक कुल चार बार विश्वकप खेलने वाले ग्लेन ने एक चैम्पियन की तरह ही अपने खेल का अंत किया।
3. माइकल क्लार्क (Michael Clarke)
भारत के खिलाफ बैंगलोर में अपने पहले ही टेस्ट मैच में शानदार शतक लगाने वाले पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क विश्व चैम्पियन बनने के बाद ही Cricket की दुनिया को अलविदा कह दिया था। क्लार्क का अंतिम अंतरराष्ट्रीय मैच 2015 विश्व कप का फाइनल मैच था। जिसमें उन्होंने कप्तानी पारी खेलते हुए 74 रन बनाए थे। जिसके दम पर ऑस्ट्रेलिया ने 7 विकेट से जीत दर्ज की थी।
अपनी कप्तानी में 74 में 50 वनडे, 47 में 24 टेस्ट और 18 में से 12 टी20 मैच में ऑस्ट्रेलिया को सफलता दिलवाने वाले माइकल क्लार्क ने अपने करियर में 115 टेस्ट मे 8643 रन, 245 वनडे मैचों में 7981 रन और 34 टी20 मैचों में 488 रन बनाने के साथ ही लेग स्पिन पर विपक्षी बल्लेबाजों को खूब नचाया भी है। जी हां उन्होंने टेस्ट, वनडे और टी20 में क्रमशः 31, 57 और 6 विकेट झटके थे।
4. ब्राडली जॉन वाटलिंग (BJ Watling)
न्यूजीलैंड टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज BJ Watling ने भी अंतरराष्ट्रीय Cricket को पूरी तरह से अलविदा कह दिया है। उन्होंने 18 से 23 जून 2021 तक चले विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल मैच में अपनी बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग का जलवा आखिरी बार बिखेरा था। उनके संन्यास के बाद कीवी कप्तान केन विलियमसन का कहना था कि वाटलिंग न्यूजीलैंड क्रिकेट का चेहरा हैं।
अपने आखिरी मैच में भले ही बीजे वाटलिंग बल्ले से कमाल ना दिखा सके हों, लेकिन विकेट के पीछे रहते हुए उन्होंने कुल 5 भारतीय बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई थी। आपको बता दें कि उन्होंने 75 टेस्ट मैच खेले, जिनमें 267 कैच और 8 स्टंप के साथ ही 3790 रन उनके नाम दर्ज हैं। बाटलिंग ने अपना आखिरी वनडे मैच 2018 में खेला था। उनके खाते में सिर्फ 28 ही वनडे मैच दर्ज हैं। जिनमें 573 रनों के साथ 20 कैच भी उन्होंने लिए हैं।