खिलाड़ियों को हमेशा से ही काफी मजबूत समझा जाता है. कई खिलाड़ी क्रिकेट (Cricket) में मैदान में चोट के चलते कुछ समय का ब्रेक लेकिन आपको वापस मैदान पर दिखाई देते है. लेकिन ऐसे में कुछ बीमारियाँ ऐसी भी होती है जो खिलाड़ी को अपने करियर या उनकी जिन्दगी में से एक को चुनने वाली स्थिति में खड़ा कर देती है.
क्रिकेट (Cricket) के खेल में आज के समय में इतने व्यस्त कार्यक्रम के चलते जहाँ पर क्रिकेटर समय से पहले ही संन्यास ले लेते है वही पर फिजिकल इंजरी के चलते भी कुछ खिलाड़ियों का करियर उतना लम्बा नहीं चल पाता जितना उनमें टैलेंट है.
ऐसे में आज हम बात करने वाले है कुछ ऐसे ही खिलाड़ियों के बारे में जो कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से लड़े और जीते. इसके बाद उन्होंने क्रिकेट (Cricket) के मैदान पर वापसी से सबको बता दिया की अगर आप कुछ करना चाह्रते है तो आपको कोई नहीं रोक सकता है.
1. युवराज सिंह
साल 2011 में युवराज सिंह ने भारत को वर्ल्ड कप (World Cup 2022) में जीत दिलवाने के लिए काफी अहम योगदान दिया. टूर्नामेंट में उन्होंने 362 रन और 15 विकेट अपने नाम करते हुए प्लेयर ऑफ़ द टूर्नामेंट का अवार्ड भी जीता था लेकिन इसके बाद उन्होंने बताया की उन्हें फेफड़ों का कैंसर है. इसके इलाज के लिए उन्हें बोस्टन ले जाया गया. लगभग 10 हफ़्तों तक चले इलाज़ के बाद युवी ने कैंसर से जंग जीती.
युवी ने एक बार फिर से पूरी तरह फिट होकर मैदान में वापसी की. उन्होंने लगभग कुछ महीने बाद दिलीप ट्राफी में 241 गेंदों में 208 रन की शानदार पारी खेली. टी20 क्रिकेट (T20 Cricket) में भी उन्होंने वापसी की. भारत के लिए युवराज ने 40 टेस्ट मुकाबलों में 33.9 की औसत से 1900 रन, वनडे में 36.5 की औसत से 304 मुकाबलों में 8701 रन बनाये है. टी20 फॉर्मेट में भी उन्होंने 58 मैचों में 28.00 की औसत से 1177 रन बनाये है.
2. माइकल क्लार्क
क्रिकेट को हमेशा से ही खुले आसमान के नीचे खेला जाता है. जून की गर्मी हो या दिसम्बर की ठंड आप मैदान पर क्रिकेटरों को खेलते हुए देख सकते हैं. लेकिन क्या हो अगर मौसम ही आपका दुश्मन बन जाये. जी हां ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान को सूरज की वजह से स्किन कैंसर जैसी बीमारी से दो-चार बार गुजरना पड़ा.
क्लार्क (Michael Clarke) को साल 2006 में वेस्टइंडीज़ दौरे से बाहर होना पड़ा जिसकी वजह स्किन कैंसर था. क्लार्क को न्यूसाउथ वेल्स के ट्रेनिंग सेशन में अपनी नाक पर कुछ अजीब महसूस हुआ. इसके बाद उन्होंने बोर्ड से अपने स्किन की जांच के लिए कहा तब पता चला की उन्हें स्किन कैंसर है. इलाज़ के चलते उनके नाक, होंठ से तीन कैंसर टिश्यू हटाये गये थे. इसके बाद मैदान पर अकसर ही क्लार्क को चौड़ी-चौड़ी फ्लॉपी टोपी के साथ देखा जाता था जिससे की उनके त्वचा को कोई नुकसान न हो.
3. ऐशली नॉफ्के
ऑस्ट्रेलिया के बॉलिंग आलराउंडर ऐशली नॉफ्के (Ashley Noffke) भी इस लिस्ट में अपनी जगह बनाते हैं. एशेज के लिए टीम में जगह बनाने वाले ऐशली को उस समय बड़ा झटका लगा जब उन्हें पता चला की कुल्हे की चोट की वजह से वो टीम से बाहर हो गये हैं. इस चोट के इलाज के लिए उन्होंने डॉक्टर की सलाह ली.
इलाज़ के दौरान ऐशली को पता चला की उन्हें स्किन कैंसर भी है. उनके दायें घुटने के पीछे ग्रेड थ्री का स्किन कैंसर है जो जानलेवा साबित हो सकता है. फिर इस आलराउंडर खिलाड़ी ने तुरंत ही सर्जरी करवाई और अपनी फिटनेस पर ध्यान दिया. रिकवर होने के बाद उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए डोमेस्टिक क्रिकेट खेला लेकिन नेशनल क्रिकेट में वापसी नहीं कर पाए.