91 साल की उम्र में क्रिकेट मैदान पर वापसी करने जा रहा है ये खिलाड़ी, जानिए कैसा रहा संघर्ष

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Shilpi Sharma
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91 साल की उम्र में क्रिकेट मैदान पर वापसी करने जा रहा है ये खिलाड़ी, जानिए कैसा रहा संघर्ष

क्रिकेट (Cricket) जगत में खिलाड़ियों की फिटनेस खास मायने रखती है. फिटनेस के साथ ही क्रिकेटर्स की उम्र भी खासा मायने रखती है. जिसके बाद टीम में बने रहना किसी भी खिलाड़ी के लिए मुश्किल हो जाता है. लेकिन, आज की रिपोर्ट में हम एक ऐसे ऑस्ट्रेलिया (australia) के खिलाड़ी के बारे में बताने जा रहे हैं, जो 90 साल के हो चुके हैं. लेकिन क्रिकेट के प्रति उनका जुनून अभी पहले की ही तरह बरकरार है.

91 की उम्र में भी क्रिकेट खेल रहे हैं डग क्रोवेल

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दरअसल हम जिस खिलाड़ी की बात कर रहे हैं उनका नाम डग क्रोवेल (doug crowell) है. वो एक ऐसे अजीब ग्रुप का हिस्‍सा हैं, जो 90 साल की उम्र में भी क्रिकेट (Cricket) खेल रहे हैं. हालांकि उन्हें ऑस्‍ट्रेलिया की तरफ से बड़े पर कभी देश का  प्रतिनिधित्‍व करने सौभाग्य नहीं मिला. लेकिन, खेल के प्रति उनका जुनून उन्‍हें 91 की उम्र में भी मैदान पर आखिर में पहुंचा ही दिया.

खबरों के मुताबिक क्रोवेल जल्‍द ही वेटरंस क्रिकेट के लिए मैदान पर खेलते हुए दिखाई देंगे. ऑस्‍ट्रेलिया (australia) में वेटरंस क्रिकेट एक ऐसा टूर्नामेंट हैं, जिसमें 60 से ज्यादा उम्र के खिलाड़ी प्रतिभागी होते हैं. इस टूर्नामेंट में डग क्रोवेल बीते 15 साल से खेल रहे हैं. इस बारे में उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया भी दी है .

क्रोवेल ने वेटरंस टूर्नामेंट के बाकी प्रतियोगिताओं के बीच का बताया अंतर

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क्रोवेल ने इस बारे में बात करते हुए कहा कि,

'यह टूर्नामेंट उन जैसे खिलाड़ियों के लिए है, जो अपना क्रिकेट करियर 30 या उसके आसपास की उम्र में ही छोड़ चुके होते हैं. उनमें खेलने का जुनून बाकी होता है और वो खुद को फिट रखते हैं.'

आगे वेटरंस टूर्नामेंट और बाकी की प्रतियोगिता के बीच अंतर के बारे में एबीसी से बात करते हुए उन्होंने कहा कि,

'गेंद अब बल्‍ले पर उतनी तेजी से नहीं आती, जितनी तेज पहले आती थी. अब गेंद पर शॉट्स मारना आसान है क्‍योंकि आप तक गेंद धीमी गति से पहुंचती है.'

मैं अभी भी क्रिकेट खेलने के लिए फिट हूं- डग क्रोवेल

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आज के दौर में अक्सर क्रिकेटर्स 30-35 की उम्र में जहां रिटायरमेंट की घोषणा कर देते हैं, उस उम्र में डग क्रोवेल के अंदर इस खेल को लेकर जुनून पैदा हुआ था. उनका कहना है कि, वह फिट हैं और मैदान पर आकर बल्‍ले को घुमाने की ताकत भी रखते हैं. इस बारे में बात करते हुए डग ने कहा कि,

'मैं कहता रहता हूं कि कुछ साल मुझे खींच सकते हैं, लेकिन कौन जानता है, कि मैं अभी भी फिट हूं और अपना आनंद ले रहा हूं और जब भी टीम में मुझे जगह दी जाएगी, तब मेरे ख्‍याल से मैं खेलने जाऊंगा.'

कैसा रहा डग क्रोवेल संघर्ष

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एक दौर था जब डग क्रोवेल (doug crowell) युवा थे लेकिन, उस वक्त उनके पास क्रिकेट (Cricket) के ज्‍यादा साधन नहीं थे. क्‍योंकि उनके छोटे किसान समुदाय के पास अब तक कोई क्‍लब नहीं था. उस दौरान दूसरे विश्‍व युद्ध की वजह से कहीं दूसरे देश आना-जाना मुश्किल था. साल 1946 में उन्‍होंने ऑस्ट्रेलिया (australia) में विंटन क्रिकेट क्‍लब का निर्माण किया था. डग ने इस बारे में बताया कि,

'हमने अपना क्रिकेट (Cricket) खेलना मुश्किल तरीके से सीखा. लेकिन, इससे किसी और को नुकसान नहीं हुआ. ध्यान देने वाली बात तो यह है कि,

'मैं अब भी खेल रहा हूं और मेरे ख्‍याल से ऐसा इस वजह से क्‍योंकि, हमारे पास अच्‍छे मैदान और पिच नहीं होती थी. हमें उसके मुताबिक खुद ढलना होता था. यहां तक कि, हमारे पास मैदान को सही करने की तकनीकि भी उपलब्ध नहीं थी.'

ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम