क्रिकेट इतिहास में कभी नहीं देखा होगा ऐसा करिश्माई प्रदर्शन, 1 दिन में गिरे 39 विकेट, धराशायी हुई दोनों टीमें

Published - 28 May 2021, 04:32 PM

जब छक्के की जगह दिए 8 रन, टीम में 11 की जगह 8 खिलाड़ी उतरे मैदान पर, तब भारत का हुआ था ऐसा हाल

क्रिकेट (Cricket) के दौरान कब किस खिलाड़ी की किस्मत चमक जाए ये कहना मुश्किल होता है. लेकिन, अक्सर कई मुकाबलों में नामुमकिन चीज को मुमकिन होते हुए देखा गया है. ये बात कहीं न कहीं सच साबित होती है कि, हर खिलाड़ी का दिन आता है, और ये दिन जब आता तब अच्छे से अच्छे खिलाड़ियों के भी पसीने छूट जाते हैं. जिसके बाद क्रिकेटर का नाम हमेशा के लिए एक रिकॉर्ड के तौर पर इतिहास में दर्ज हो जाता है. ऐसा ही कुछ नजारा एक मैच के दौरान देखने को मिला था. जिसके बारे में जिसने भी सुना वो दंग रह गया.

सालो पहले क्रिकेट (Cricket) इतिहास में हुआ था करिश्माई प्रदर्शन

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कहते हैं कि, रिकॉर्ड तोड़ने के लिए ही बनते हैं. कई बार कुछ खिलाड़ी ऐसा करिश्माई प्रदर्शन कर जाते हैं. जिसे देखने के बाद भी यकीन नहीं होता. लेकिन, ऐसे कई क्रिकेटर रहे हैं, जिन्होंने बेहतरीन रिकॉर्ड से अपना नाम इतिहास के पन्नों पर दर्ज करवाया है. करीब 140 साल पहले की बात है, जब एक ऐसा मुकाबला खेला गया था. जिसमें महज कुछ ही घंटे के अंदर खेल का पूरा दांव ही पलट गया था. इसी दिलचस्प किस्से का जिक्र हम अपनी इस रिपोर्ट में करने जा रहे हैं.

दरअसल साल 1980 के दौर की बात है, जब यह मुकाबला ऑक्‍सफोर्ड यूनिवर्सिटी (Oxford University) और मेरिलबोन क्रिकेट क्‍लब (Marylbone Cricket Club) यानी एमसीसी (MCC) के बीच खेला गया था. इस मुकाबले की मेजबानी ओल्‍ड मैग्‍डालेन ग्राउंड कर रहा था. जाहिर सी बात है कि इस मैच में खेलने पहले दोनों टीमों के खिलाड़ियों ने अपनी बेहतरीन प्रदर्शन करने बारे में योजना बनाई होगी. लेकिन, ये योजना कल्‍पना से भी परे होगी, ये शायद किसी भी खिलाड़ी ने नहीं सोचा होगा.

जीत के लिए मेरिलबोन को मिला था 40 रन का लक्ष्य

ऑक्‍सफोर्ड और मेरिलबोन के बीच खेले गए इस मैच का रिजल्ट पहले ही दिन चंद घंटों में सामने आ गया था. जी हां ये सुनकर आपको शायद झटका लगा होगा. लेकिन ये सच बात है कि, इस मुकाबले में एक ही दिन के अंदर कुल 39 विकेट गिरे थे. इसके बाद मुकाबले पर जीत दर्ज करने में मेरिलबोन क्रिकेट क्‍लब (Marylbone Cricket Club) कामयाब रहा था. हालांकि इस मुकाबले पर जीत दर्ज करना आसान नहीं था.

क्योंकि खेल की चौथी पारी में मेरिलबोन क्रिकेट क्‍लब को फतेह करने के लिए 40 रनों की जरूरत थी. ऐसे में ऑक्‍सफोर्ड टीम के घातक गेंदबाजों के सामने इस स्कोर को हासिल करना काफी मुश्किल हो गया था. इसके बावजूद एमसीसी ने जीत के लिए पूरा दमखम झोंक दिया, और जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए इस मुकाबले पर महज 1 विकेट से जीत दर्ज की थी.

53 रन देकर एल्‍फ्रेड ने झटके थे 12 विकेट, फिर बल्लेबाजी से दिखाया कमाल

दरअसल 40 रन के लक्ष्‍य हासिल करने के लिए एमसीसी टीम को चौथी पारी में 9 विकेट गंवाने पड़े. मेरिलबोन को मिली इस ऐतिहासिक जीत में सबसे बड़ा योगदान एल्‍फ्रेड शॉ का रहा. उन्होंने पहले गेंदबाजी में कमाल दिखाते हुए इस मैच में 53 रन देकर 12 विकेट चटकाए. इसके बाद बल्ले से कारनामा करते हुए उन्होंने दसवें विकेट के लिए 18 रन बनाते हुए अपनी टीम को जीत भी दिलाई थी. क्रिकेट (Cricket) इतिहास में शायद ही आपने ऐसा कोई मैच देखा होगा.