आईपीएल के फाइनल में बल्ले के साथ कप्तानों के प्रदर्शन का पूरे विश्लेषण पर डालें एक नजर

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आईपीएल में दिग्गज क्रिकेटर्स के कंधों पर अपनी टीम को जिताने की जिम्मेदारी दी जाती है. जब ये दिग्गज क्रिकेटर टीम के कप्तान भी हों तो ये जिम्मेदारी और ज्यादा बढ़ जाती है. लेकिन अमूमन इस जिम्मेदारी का बोझ दिग्गज क्रिकेटरों को दबाए हुए ही दिखाई देता है. मुंबई इंडियंस के कप्तान रोहित शर्मा को इसका बेहतरीन उदाहरण माना जा सकता है.
जो वैश्विक क्रिकेट में अपने नाम का डंका जिस कदर बजाए हुए हैं, उसका आधा प्रदर्शन भी आईपीएल में नहीं कर पाते हैं. कप्तानों पर ये दबाव आईपीएल के फाइनल मुकाबलों में सबसे ज्यादा दिखाई देता है. इसी का नतीजा है कि आज तक महज 5 बार ही आईपीएल फाइनल में कप्तान पचास जड़ने में कामयाब हुए हैं.
केवल 5 कप्तानों ने ही जड़ें हैं आईपीएल के फाइनल में अर्धशतक
आईपीएल इतिहास में अब तक 12 कप्तानों को ही फाइनल खलने का अवसर मिला है. इनमें से महज 5 के ही नाम पर फाइनल मुकाबले में अर्धशतक दर्ज हुआ है. लेकिन इनमें से भी कोई दोबारा यह कारनामा नहीं दोहरा पाया है. डेविड वार्नर ने 2016 में 69 रन बनाए थे तो विराट कोहली ने इसी फाइनल में 54 रन बनाकर उन्हें जवाब देने की कोशिश की थी.
यह इकलौता मौका था, जब फाइनल मैच में दोनों टीम के कप्तान ने अर्धशतक बनाए थे. वहीं स्टीव स्मिथ ने 2017 में 51 रन तो रोहित शर्मा ने 2015 में 50 रन बनाए थे. फाइनल में अर्धशतक बनाने वाले 5वें क्रिकेटर धोनी रहे, जिन्होंने 2013 में 63 रन की तूफानी पारी खेली थी.
सचिन तेंदुलकर और केन विलियमसन पहुंचे थे फिफ्टी के करीब
इन 5 कप्तानों के अलावा यदि कोई कप्तान आईपीएल के फाइनल में फिफ्टी के करीब भी पहुंचे हैं तो वो हैं सचिन तेंदुलकर और केन विलियमसन. दरअसल सचिन तेंदुलकर (2010 फाइनल में 48 रन) और केन विलियम्सन (2018 फाइनल में 47 रन) ही फिफ्टी लगाने के करीब तक पहुंच पाए हैं.
बैली ने 2014 के फाइनल में 1 रन बनाए थे तो अनिल कुंबले ने 2009 में 8 रन का योगदान टीम के लिए दिया था. गौतम गंभीर ने 2012 में 2 रन तो 2014 में 23 रन का योगदान अपनी टीम को चैंपियन बनाने के लिए दिया था. 2008 में आईपीएल के पहले विजेता कप्तान बनने वाले शेन वार्न ने नॉटआउट 9 रन बनाकर टीम को चैंपियन बनाया था.
फाइनल मुकाबलों में कप्तान के तौर पर सबसे छोटा स्कोर बनाने का रिकॉर्ड गिलक्रिस्ट के नाम पर है, जो 2009 के फाइनल में 0 पर आउट हुए थे. इसके बावजूद उस साल गिलक्रिस्ट की टीम चैंपियन बनी थी.
धोनी के नाम है सबसे ज्यादा बार फाइनल खेलने का रिकॉर्ड
आईपीएल के इतिहास में सबसे ज्यादा बार फाइनल मैच खेलने का रिकॉर्ड चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के नाम पर है. धोनी ने 7 बार फाइनल मुकाबले में टीम की कप्तानी की है. उनके बाद रोहित शर्मा का नंबर है, जिन्होंने 4 बार फाइनल में टीम की कप्तानी की है और हर उन्होंने अपनी टीम को खिताब दिलाया है.