कोच गंभीर ने रोहित-विराट के सामने रख दी ये बड़ी शर्त, अब इस कंडीशन को पूरा करना के बाद ही दोनों खेल पाएंगे 2027 वर्ल्ड कप
Published - 12 Nov 2025, 12:48 PM | Updated - 12 Nov 2025, 12:49 PM
Gautam Gambhir: टीम इंडिया के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने 2027 वनडे विश्व कप से पहले सीनियर खिलाड़ियों रोहित शर्मा और विराट कोहली के लिए एक बड़ी शर्त रखी है। सूत्रों के अनुसार, Gautam Gambhir चाहते हैं कि दोनों अनुभवी खिलाड़ी टूर्नामेंट के लिए चुने जाने से पहले विशिष्ट प्रदर्शन और फिटनेस मानकों को पूरा करें।
नए निर्देश में जवाबदेही, अनुशासन और दीर्घकालिक टीम योजना पर जोर दिया गया है। भारत पहले से ही भविष्य के लिए एक युवा कोर टीम पर नजर गड़ाए हुए है, ऐसे में रोहित और कोहली का टीम में शामिल होना अब पूरी तरह से चयन समिति के कड़े मानदंडों पर खरा उतरने पर निर्भर करेगा। यह कदम भारत की विश्व कप तैयारी रणनीति में एक बड़ा बदलाव दर्शाता है।
कोच Gautam Gambhir ने रोहित-विराट के सामने रख दी ये बड़ी शर्त
भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने मुख्य कोच गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) के नए निर्देशों के अनुरूप यह स्पष्ट कर दिया है कि अगर रोहित शर्मा और विराट कोहली 2027 के एकदिवसीय विश्व कप की दौड़ में बने रहना चाहते हैं, तो उन्हें घरेलू क्रिकेट के माध्यम से अपनी फिटनेस और फॉर्म साबित करनी होगी।
टेस्ट और टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों से पहले ही संन्यास ले चुके दोनों दिग्गज एकदिवसीय मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व करना जारी रखेंगे, लेकिन टीम में उनकी जगह अब घरेलू टूर्नामेंटों में उनके लगातार प्रदर्शन पर निर्भर करेगी।
इस नए सफर का पहला पड़ाव 24 दिसंबर को विजय हजारे ट्रॉफी होने की संभावना है, जो कोहली और रोहित दोनों दिग्गजों के लिए एक महत्वपूर्ण परीक्षा होगी।
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घरेलू क्रिकेट: चयन के लिए नया मानदंड
पिछले नियमों से एक बड़ा बदलाव करते हुए, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने वरिष्ठ खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय ब्रेक के दौरान घरेलू मैचों में खेलने का निर्देश दिया है।
खबरों के अनुसार, रोहित शर्मा ने मुंबई क्रिकेट संघ (एमसीए) को विजय हजारे ट्रॉफी के लिए अपनी उपलब्धता की सूचना पहले ही दे दी है और 26 नवंबर से शुरू होने वाले सैयद मुश्ताक अली टी20 टूर्नामेंट में भी खेल सकते हैं। इस बीच, विराट कोहली के खेलने को लेकर अब भी अनिश्चितता बनी हुई है, क्योंकि वह फिलहाल लंदन में रहते हैं।
बोर्ड के एक सूत्र ने कहा, "चूंकि वे दो प्रारूपों से संन्यास ले चुके हैं, इसलिए उन्हें घरेलू क्रिकेट खेलकर मैच-फिट रहना चाहिए।" इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि वरिष्ठ खिलाड़ी प्रतिस्पर्धी बने रहें और अगली पीढ़ी के लिए एक मिसाल कायम करें। कोच Gautam Gambhir फिटनेस को लेकर ज्यादा सतर्क हैं।
कोहली और रोहित आखिरी बार ऑस्ट्रेलिया दौरे पर एकदिवसीय मैचों में खेले थे, जहां रोहित ने शतक लगाया था और कोहली ने दो बार शून्य पर आउट होने के बाद वापसी करते हुए अंतिम मैच में नाबाद 74 रन बनाए थे - जिससे साबित होता है कि उनके पास अभी भी बहुत कुछ है।
चयन समिति का स्पष्ट संदेश: सीनियर खिलाड़ियों के लिए कोई अपवाद नहीं
चयन समिति के अध्यक्ष अजीत अगरकर और कोच Gautam Gambhir ने बोर्ड के रुख को और पुख्ता करते हुए जोर दिया कि किसी भी खिलाड़ी को, चाहे उसकी प्रतिष्ठा कुछ भी हो, घरेलू प्रतिबद्धताओं से छूट नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा, "खिलाड़ियों के पास जब भी समय हो, उन्हें घरेलू क्रिकेट खेलना चाहिए - यही चुस्त-दुरुस्त रहने का एकमात्र तरीका है।"
रोहित और कोहली दोनों ने पिछले सीजन में रणजी ट्रॉफी मैच खेला था - रोहित ने एक दशक बाद मुंबई के लिए और कोहली ने 12 साल बाद दिल्ली के लिए - लेकिन अब लगातार भागीदारी की मांग की जा रही है।
अगरकर और Gautam Gambhir ने यह भी स्पष्ट किया कि हालांकि दोनों ट्रायल पर नहीं हैं, लेकिन उनका प्रदर्शन और उपलब्धता 2027 के रोडमैप को आकार देगी। उन्होंने कहा, "उन्होंने सब कुछ हासिल कर लिया है, लेकिन 2027 अभी बहुत दूर है। जैसे-जैसे हम आगे बढ़ेंगे, हम आकलन करेंगे कि टीम कैसे आकार लेती है।"
Gautam Gambhir के नेतृत्व में, यह साहसिक कदम भारतीय क्रिकेट में जवाबदेही के एक नए युग का संकेत देता है - जहां कोहली और रोहित जैसे दिग्गजों को भी घरेलू मैदान पर कड़ी मेहनत और प्रदर्शन में निरंतरता के माध्यम से अपनी जगह बनाने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी।
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