कोच गौतम गंभीर ने इस खिलाड़ी को बना दिया हैं 'WATER BOY' स्पेशलिस्ट, आज तक नहीं दिया प्लेइंग XI में खेलने का मौका
Published - 09 Oct 2025, 03:52 PM | Updated - 09 Oct 2025, 03:54 PM

Gautam Gambhir: घरेलू स्तर पर क्रिकेट टूर्नामेंट में लगातार अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद अगर किसी खिलाड़ी को प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिल रही है तो इतना मतलब है कि वो सेलेक्टर्स की नजर में बेहतर नहीं है.. या फिर टीम में जो खिलाड़ी हैं वो उससे बेहतर हैं।
ऐसी ही कुछ हाल आजकर टीम इंडिया के एक प्लेयर के साथ हो रहा है, जिसका उपयोग कोच गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) खिलाड़ियों को पानी पिलाने के तौर पर कर रहे हैं। अब प्रशंसक इस इंतजार में हैं कि कब इस खिलाड़ी को मैदान पर अपना हुनर दिखाने का मौका मिलेगा।
Gautam Gambhir ने इस खिलाड़ी को बनाया WATER BOY स्पेशलिस्ट
तमाम घरेलू प्रतियोगिताओं में बेहतरीन प्रदर्शन के बाद टीम इंडिया जगह बनाने वाले नारायण जगदीसन को काफी खुशी हुई होगी। लेकिन अब वेस्टइंडीज के खिलाफ पूरी सीरीज में वो सिर्फ वाटर ब्वॉय बनकर रह गये हैं तो उन्हें क्या प्रशंसकों को भी बुरा लग रहा होगा।
हालांकि यह टीम मैनेंजमेंट या कोच गंभीर (Gautam Gambhir) की किसी रणनीति का हिस्सा नहीं है बल्कि टीम संयोजन के मुताबिक उनका प्लेइंग इलेवन में जगह बना पाना मुश्किलि हो रहा है। इसीलिए मनोबल बनाए रखने तथा खिलाड़ियों से संवाद करते रहने की प्रकिया के तौर पर कोच गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) उन्हें मैदान पर खिलाड़ियों को पानी पिलाने वगैरह के लिए भेजते रहते हैं।
एक कथित रिपोर्ट में कहा गया है कि कोच गंभीर (Gautam Gambhir) के एरोगेंस की वजह से जगदीसन टीम से बाहर है। जबकि एक अफवाह ये भी है कि गंभीर ने कथित तौर पर उन्हें टीम का "वॉटर बॉय स्पेशलिस्ट" नियुक्त किया है, जो सक्रिय भागीदारी से ज्यादा मैदान के बाहर सहयोग के लिए है। उनके हालिया प्रदर्शन को देखते हुए, वास्तविक खेल से उनका बाहर होना चर्चा का विषय बन गया है।
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घरेलू और भारत ए क्रिकेट में हालिया प्रदर्शन
नारायण जगदीशन पिछले एक साल से घरेलू क्रिकेट में शानदार फॉर्म में हैं। तमिलनाडु का प्रतिनिधित्व करते हुए, उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी में कई अर्धशतक और शतकों सहित कई रन बनाए, जिससे 50 ओवरों के प्रारूप में उनकी निरंतरता उजागर हुई। रणजी ट्रॉफी मैचों में, जगदीशन एक विश्वसनीय मध्यक्रम बल्लेबाज रहे हैं, जो स्थिरता के साथ-साथ जरूरत पड़ने पर तेजी से रन बनाने की क्षमता का भी मिश्रण करते हैं। भारत ए मैचों में भी उनका प्रदर्शन उल्लेखनीय रहा है।
जगदीसन के शानदार फॉर्म को ऐसे समझ सकते हैं कि दलीप ट्रॉफी में 197 रन और विजय हजारे ट्रॉफी में 65 रन की पारी शामिल है। उनका प्रदर्शन लगातार अच्छा रहा है, जिसमें प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 10 शतक और 14 अर्धशतक के साथ कुल 3373 रन और लिस्ट ए क्रिकेट में 9 शतक और 9 अर्धशतक के साथ कुल 2728 रन शामिल हैं।
प्रशंसकों की प्रतिक्रियाएं और भविष्य की संभावनाएं
क्रिकेट प्रेमियों और विश्लेषकों ने जगदीशन के साथ हुए व्यवहार पर निराशा व्यक्त की है और तर्क दिया है कि प्रतिभा को केवल टीम में उपस्थिति से नहीं, बल्कि अवसर भी मिलना चाहिए। घरेलू प्रतियोगिताओं में उनका रिकॉर्ड अंतरराष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण योगदान देने की उनकी क्षमता को स्पष्ट रूप से दर्शाता है।
वहीं क्रिकेट एक्सपर्ट्स का कहना है कि वीनिंग कॉम्बिनेशन को लेकर कोच गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) के इरादे रणनीतिक हो सकते हैं, लेकिन किसी खिलाड़ी को पूरे दौरे के दौरान बाहर रखने से उसके आत्मविश्वास पर असर पड़ सकता है।
जैसे-जैसे भारत आगामी दौरों और 2026 के टी20 विश्व कप की ओर देख रहा है, प्रशंसकों को उम्मीद है कि जगदीशन को मैदान के बाहर सहायक भूमिका तक सीमित रहने के बजाय, आखिरकार अपने कौशल का प्रदर्शन करने का वह मौका मिलेगा, जिसके वह हकदार हैं।
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