IPL: इंडियन प्रीमियर लीग दुनिया की सबसे लोकप्रिय लीग होने के साथ साथ सबसे मंहगी लीग भी है. इसी वजह से क्रिकेट खेलने वाला हर खिलाड़ी आईपीएल (IPL) का हिस्सा बनना चाहता है. ये टूर्नामेंट क्रिकेटर्स को भरपूर दौलत और शोहरत देता है जिससे खिलाड़ियों की जिंदगी बदला जाती है.
2008 में शुरु हुई इस लीग ने सैकड़ों खिलाड़ियों की जिंदगी बदली है और उन्हें जमीन से आसमान पर बिठा दिया है. हाल ही में एक ऐसी भी कहानी सामने आई है जब एक ऑलराउंडर ने आईपीएल के पैसों से अपने पिता का कर्ज उतारने की बात भी स्वीकारी है.
IPL के पैसों से उतारा पिता का कर्ज
IPL में दुनियाभर के खिलाड़ी खेलने आते हैं और सिर्फ 2 महीने के अंदर उनकी जिंदगी बदल जाती है. ऐसे ही एक क्रिकेटर रहे हैं क्रिस मॉरिस. साउथ अफ्रीका के इस दिग्गज खिलाड़ी की कहानी आईपीएल की अहमियत को बताती है. क्रिस मॉरिस (Chris Morris) ने बताया है कि ये लीग उनके लिए कितना खास स्थान रखती है. मॉरिस ने कहा,
"2013 आईपीएल से पहले मैं 15 लाख की बेस प्राइस के साथ नीलामी में शामिल हुआ था लेकिन सीएसके ने मुझे 3.32 करोड़ रुपये में खरीदा था. ये पैसे मेरे लिए बहुत अहम थे. इन पैसों मैंने अपने पिता कर्जा चुकाया जो उन्होंने मुझे क्रिकेटर बनाने के लिए लिए थे."
पूरा किया पिता का सपना
क्रिस मॉरिस (Chris Morris) को क्रिकेटर बनाने में उनके पिता विली मॉरिस का बड़ा योगदान रहा है. दरअसल, विली मॉरिस भी एक क्रिकेटर थे और लंबे समय तक घरेलू क्रिकेट खेले लेकिन साउथ अफ्रीका की तरफ से खेलने का उनका सपना कभी पूरा नहीं हो सका. इसी वजह से उन्होंने क्रिस मॉरिस को क्रिकेटर बनाने का सपना देखा और उनके बेटे ने अपने पिता का सपना पूरा किया. साउथ अफ्रीका की तरफ से खेलने के साथ ही वे आईपीएल (IPL) के साथ साथ दुनियाभर की तमाम बड़ी लीग में खेले और अपने खेल से फैंस को रोमांचित किया.
IPL 2021 के सबसे महंगे खिलाड़ी रहे
क्रिस मॉरिस (Chris Morris) तेज गेंदबाजी के साथ अपनी तूफानी बल्लेबाजी के लिए जाने जाते थे. यही वजह रही कि उनका आईपीएल करियर लंबा रहा. मॉरिस 2013 से 2021 तक आईपीएल खेले. वे आईपीएल 2021 की नीलामी में सबसे मंहगे खिलाड़ी रहे. राजस्थान रॉयल्स ने उन्हें 16.25 करोड़ रुपये में खरीदा था.
इस सीजन के बाद उन्होंने लीग को अलविदा कह दिया था. मॉरिस लीग (IPL) में सीएसके, राजस्थान रॉयल्स, दिल्ली कैपिटल्स और आरसीबी के लिए खेले. लीग में 81 मैचों में उन्होंने 2 अर्धशतक लगाते हुए 618 रन बनाने के साथ ही 95 विकेट लिए. उनका टॉप स्कोर नाबाद 82 रन था. आईपीएल के अलावा मॉरिस सीपीएल, बीबीएल जैसी बड़ी लीग्स का हिस्सा भी रहे.
अंतराष्ट्रीय करियर पर एक नजर
साउथ अफ्रीका के लिए मॉरिस ने 2012 से 2019 के बीच उन्होंने 4 टेस्ट, 42 वनडे 23 टी 20 मैच खेले. टेस्ट में 173 रन और 12 विकेट, वनडे में 468 रन और 48 विकेट और टी 20 में 133 रन और 34 विकेट उनके नाम दर्ज हैं. मॉरिस की जितनी प्रतिभा थी उसके मुताबिक उतना लंबा करियर उनका नहीं रहा लेकिन उन्होंने जितनी भी क्रिकेट खेली. दुनिया के टॉप ऑलराउंडर्स में शुमार रहे. 2019 विश्व कप में वे साउथ अफ्रीका की तरफ से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले खिलाड़ी थे. उन्होंने 13 विकेट लिए थे.
संन्यास के बाद
क्रिस मॉरिस (Chris Morris) ने सिर्फ 34 साल की उम्र में ही क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास लेकर दुनियाभर के क्रिकेट फैंस को चौंका दिया था. उन्होंने जनवरी 2022 में संन्यास का ऐलान करते हुए कहा था कि वे अब कोचिंग की दुनिया में सक्रिय रहेंगे. संन्यास के साथ ही उन्होंने साउथ अफ्रीका की मशहूर द टाइटंस कल्ब के साथ कोच के तौर पर करार किया था. मॉरिस अभी महज 36 साल के हैं. उन्हें बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में महारत हासिल है.
साउथ अफ्रीका के लिए खेलने के साथ ही दुनियाभर की लीग में लंबे समय तक खेले हैं जिसकी वजह से उन्हें क्रिकेट और अलग अलग देशों के कंडिशन के बार में अच्छी जानकारी है. ये चीजें उन्हें बतौर कोच सफल होने में काफी मदद करेंगी. लीग क्रिकेट की संख्या लगातार बढ़ रही है ये मॉरिस के लिए बेहतर अवसर उपलब्ध कराएगी और वे क्रिकेटर के बाद बतौर कोच भी सफल हो सकते हैं. वे IPL में भी जल्द ही किसी टीम के साथ कोच के रुप में नजर आ सकते हैं.
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