भारतीय टेस्ट टीम (Team India) के 2 सबसे अनुभवी बल्ल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा (Cheteswar Pujara) और अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) पिछले कई सीरीज से फॉर्म की तलाश में हैं. दोनों ही बल्लेबाज रन बनाने के लिए तरस रहे हैं. साउथ अफ्रीका में भी पहला टेस्ट मैच जीतने के बाद भी 2-1 से सीरीज गंवाने के पीछे इन दोनों बल्लेबाजों की असफलताओं का सबसे बड़ा हाथ रहा. अब ये दोनों ही बल्लेबाज आगामी रणजी सीजन में अपनी पुरानी फॉर्म को वापस पाने के इरादे से उतरेंगे. लेकिन उससे पहले बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) ने दोनों बल्लेबाजों को लेकर एक बड़ा बयान दिया है.
वे बहुत अच्छे खिलाड़ी हैं: Sourav Ganguly
साउथ अफ्रीका दौरे पर खेली गयी टेस्ट सीरीज में चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) ने 3 मैचों की 6 पारियों में केवल 136 रन बनाए. वहीं, रहाने के खाते में महज 135 रन रहे. दोनों ही बल्लेबाज पिछले काफी समय से बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे हैं. ऐसे में दोनों ही खिलाड़ियों को टीम से बाहर कर युवा खिलाड़ियों को मौका देने की मांग की जा रही है. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) को उम्मीद है कि सीनियर टेस्ट खिलाड़ी चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) और अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) में खेलेंगे और ढेर सारे रन बनाएंगे. गागुली ने कहा,
वे बहुत अच्छे खिलाड़ी हैं. उम्मीद है वे रणजी ट्रॉफी में वापस आएंगे और बहुत सारे रन बनाएंगे, जो मुझे यकीन है कि वे करेंगे. इसमें मुझे कोई समस्या नहीं दिख रही है.
रणजी ट्रॉफी एक बहुत बड़ा टूर्नामेंट है और हम सभी ने टूर्नामेंट खेले हैं
भारत में खेली जाने वाली "रेड बॉल" की घरेलू टूर्नामेंट, रणजी ट्राफी (Ranji Trophy) को कोरोना के तीसरे लहर को देखते हुए शुरू होने से 4 दिन पहले रद्द कर दिया था. लेकिन BCCI ने अब इसे वापस शुरू करने की तैयारी कर ली है. टूर्नामेंट की शुरुआत 10 फरवरी से होने वाली है. पहले यह 13 जनवरी से खेला जाना था. इसके बारे में बात करते हुए सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) ने कहा,
रणजी ट्रॉफी एक बहुत बड़ा टूर्नामेंट है और हम सभी ने टूर्नामेंट खेले हैं. इसलिए, पुजारा (Cheteshwar Pujara) और रहाने भी वहां वापस जाएंगे और प्रदर्शन करेंगे. उन्होंने पहले भी इस टूर्नामेंट में हिस्सा लिया है. जब वे केवल टेस्ट क्रिकेट खेल रहे थे और वनडे या सीमित ओवरों की टीम का हिस्सा नहीं थे. इसलिए, यह कोई समस्या नहीं होगी. यह भारत में सबसे महत्वपूर्ण टूर्नामेंट है और हम हमेशा इसे आयोजित करना चाहते थे. लेकिन दुनिया ने पिछले दो सालों में जो देखा है, मुझे नहीं लगता कि यह पहले भी कभी हुआ होगा.