Cheteshwar Pujara: इंदौर में खेला जा रहा बॉर्डर-गावस्कर सीरीज का तीसरा टेस्ट अपने निर्णायक मोड़ पर पहुंच गया है. तीसरे दिन जब ऑस्ट्रेलिया बल्लेबाजी के लिए उतरेगी तो उसे जीत के लिए सिर्फ 76 रन बनाने होंगे. सीरीज में ये ऐसा पहला मौका है जब ऑस्ट्रेलिया को जीत दिखाई दे रही है. पहली पारी में 109 रन पर सिमटने वाली भारतीय टीम दूसरी पारी में भी सिर्फ 163 पर सिमट गई. शायद भारत 100 का आंकड़ा भी न छू पाता अगर पुजारा ने 59 रनों की पारी न खेली होती. दूसरे दिन के खेल की समाप्ती के बाद पुजारा (Cheteshwar Pujara) ने भारत की निराशाजनक बल्लेबाजी पर बड़ा बयान दिया है.
डिफेंस बेहतर विकल्प
चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) ने कहा, 'यह बल्लेबाजी के लिए कठिन पिच है, इसपर बल्लेबाजी आसान नहीं है. बल्लेबाजों को डिफेंस पर भरोसा करने की जरूरत है. ऐसी पिचों पर संतुलन बनाते हुए गेंद तक पहुंचने और उसकी लंबाई का जल्द आंकलन करने की जरूरत है. अगर आप डिफेंड करना जारी रखते हैं तो गेंद उछलेगी और आपके दस्ताने से टकराएगी, आपको अटैक और डिफेंस के बीच सही संतुलन खोजने की जरूरत है.' पुजारा ने आगे कहा कि, हमारे पास पर्याप्त रन नहीं हैं फिर भी जीतने का मौका है.
स्ट्राइक रोटेट करना जरुरी
पुजारा (Cheteshwar Pujara) ने कहा कि बल्लेबाजी के दौरान डिफेंस के साथ साथ स्ट्राइक रोटेट करना अहम है. मैंने भी वही किया, मुझे जब भी कोई लूज डिलीवरी मिली उस पर रन लेने की कोशिश की. अपने विकेट पर पुजारा ने कहा, जब नाथन लियोन ने राउंड द विकेट गेंदबाजी शुरु की तो उसकी लाइन थोड़ी बदल गई. ऑफ स्टंप की बजाय मिडल और लेग स्टंप की लाइन पर वो गेंदबाजी कर रहा था. इस दौरान मेरा ध्यान सिर्फ स्ट्राइक रोटेट पर था लेकिन लियोन की जिस गेंद पर मेरा विकेट गया मैं उसे स्क्वायर लेग की तरफ हिट करना चाहता था, लेकिन धीमी गति के कारण गेंद को लेग स्लिप स्मिथ की हाथ में चली गई.
आउट होने से निराश
पुजारा ने कहा कि, मैं उस समय अपना विकेट गिरने से निराश था. मैं पटेल के साथ एक अच्छी साझेदारी चाहता था. लेकिन स्मिथ के शानदार कैच ने मेरी पारी का अंत कर दिया. मेरी कोशिश थी की टीम के खाते में कुछ और रन जुड़े लेकिन ऐसा न हो पाया. लियोन पर लगाए छक्के पर पुजारा (Cheteshwar Pujara) ने कहा कि, मैं कुछ नए शॉट भी सीख रहा हूँ ताकि जरुरत पड़ने पर तेजी से रन बना सकूं. मेरी ये कोशिश आपको आगे भी देखने को मिलेगी.