Team India: भारतीय टीम न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू मैदान पर टेस्ट सीरीज की पहली पारी में 46 रन पर ऑलआउट हो गई। इस खराब प्रदर्शन के बाद इंडिया की हर तरफ आलोचना हो रही है। साथ ही भारत की बड़ी कमजोरियां उजागर हुई हैं, जो बड़े पैमाने पर सामने आईं। ऐसे में अगर रोहित शर्मा और गौतम गंभीर को टीम इंडिया की उस कमी को दूर कर टीम को बेहतर बनाना है तो एक सीनियर खिलाड़ी की वापसी बेहद जरूरी है। वरना ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भी भारत को ऐसे ही जख्म मिल सकते हैं। आइए समझते हैं पूरा मामला।
Team India की बेहतरी के लिए इस सीनियर खिलाड़ी की वापसी जरूरी
मालूम हो कि भारत को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर 22 नवंबर से 3 जनवरी तक पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है। इस टेस्ट सीरीज से पहले न्यूजीलैंड ने पहले मैच में टीम इंडिया (Team India) का सबसे बड़ी कमी उजागर कर दी । वो है स्थिरता, अनुशासन और धैर्य। चेतेश्वर पुजारा सालों से भारत के लिए यह काम कर रहे हैं। आपको बता दें कि पुजारा राहुल द्रविड़ के संन्यास के बाद से भारतीय टीम में खेल रहे हैं। लेकिन 2023 WTC के बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया।
चेतेश्वर पुजारा क्यों है जरूरी
चेतेश्वर पुजारा को टीम से बाहर किए जाने के बाद शुभमन गिल को टीम इंडिया में तीसरे नंबर पर मौका मिला। लेकिन यहां गिल भारत के लिए ज्यादा कारगर साबित नहीं हुए,जब न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत की बल्लेबाजी खराब दिखी। तब सभी को पुजारा की कमी खलने लगी। क्योंकि उन्होंने कई बार ऐसी परिस्थितियों में भारत के लिए रन बनाए हैं। आपको बता दें कि पुजारा अपनी अनुशासित बल्लेबाजी और धैर्य के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने कई बार सेना देशों में भारत के लिए रन बनाए हैं, जब बल्लेबाजी चरमरा गई है।
पुजारा का अब तक ऐसा रहा है प्रदर्शन
यही वजह है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी से पहले टीम इंडिया (Team India) को चेतेश्वर पुजारा जैसे अनुशासित बल्लेबाज की जरूरत है। क्योंकि पिछले दो ऑस्ट्रेलिया दौरों पर पुजारा ने भारत की जीत में बड़ी भूमिका निभाई थी। ऐसे में अगर टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पुजारा के साथ नहीं जाती है तो यह बड़ा जोखिम होगा। 35 वर्षीय खिलाड़ी के अंतरराष्ट्रीय करियर की बात करें तो उन्होंने भारत के लिए 103 टेस्ट मैचों में 43.60 की औसत से 7195 रन बनाए हैं, जिसमें 19 शतक और 35 अर्धशतक शामिल हैं।