भारतीय क्रिकेट टीम इस समय इंग्लैंड के दौरे पर गई है। जहां उसे पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेली जानी है। सीरीज का पहला मैच नॉटिंघम में खेला गया जो पूरी तरह से ड्रा रहा था और दूसरा मैच लॉर्ड्स के मैदान पर खेला जा रहा है, जिसमें अभी तक तो इग्लैंड टीम का पलड़ा थोड़ा भारी ही दिख रहा है। वैसे तो सभी कुछ टीम इंडिया के साथ अभी तक अच्छा बीत रहा है, सिर्फ एक ही चीज के अलावा। क्योंकि टीम इंडिया के सबसे भरोसेमंद क्रिकेटरों में से एक मध्यक्रम के चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) का फ्लॉप शो जारी ही है।
Cheteshwar Pujara ने पिछली दस पारियों में नहीं बनाए 30 रन
भारतीय क्रिकेट टीम के मध्यक्रम के भरोसेमंद खिलाड़ी चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) को वर्तमान क्रिकेट का द वॉल माना जाता है। क्योंकि वो किसी भी टीम के गेंदबाजों को पूरी तरह से धराशाई कर देते हैं। वैसे तो उनमें अन्य खिलाड़ियों की तरह से तेजतर्रार बल्लेबाजी करने के हुनर नहीं है, लेकिन फिर भी अपनी धीमी और बेहतरीन बल्लेबाजी के माध्यम से वो बड़े से बड़ा स्कोर वो बहुत ही आसानी से प्राप्त कर लेते थे। क्योंकि वो गेंदें तो बहुत खेलते थे, लेकिन रन बहुत ही धीमी गति से बनाते थे।
लेकिन, ऐसा लगता है कि इस भरोसेमंद खिलाड़ी Cheteshwar Pujara को किसी की नजर लग चुकी है। इसीलिए तो पिछली 10 पारियों में से उनका बल्ला पूरी तरह से खामोश बना हुआ है। यहां तक कि इन 10 पारियों में वो 30 तक भी नहीं पहुंच सके हैं और उनका उच्चतम स्कोर 21 रन ही है। यहां तक कि कुल 5 बार उन्होंने दोहरा अंक छूने में सफलता प्राप्त की है। अगर उनकी इन दस पारियों का कुल योग किया जाए तो वो सिर्फ 108 ही बैठेगा। जिसमें से एक बार वो डक पर भी पवेलियन लौट चुके हैं।
Cheteshwar Pujara ने 2019 में जड़ा था आखिरी शतक
मध्यक्रम के बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) ने अपना अंतिम अंतरराष्ट्रीय शतक 2019 में जड़ा था। उस वक्त जनवरी में ऑस्ट्रेलिया में खेले गए मैच में पुजारा ने 193 रन की शानदार पारी खेली थी। उस सीरीज में पुजारा ने सबसे ज्यादा 521 रन बनाए थे। आपको बता दें कि पुजारा के इस दमदार प्रदर्शन की वजह से भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया में पहली सीरीज जीती थी।
टीम इंडिया के अनुभवी खिलाड़ी चेतेश्वर पुजारा का बार-बार ऐसे फेल होना बहुत ही चिंता की बात है। बता दें कि टेस्ट टीम के खिलाड़ी Cheteshwar Pujara को टीम की दीवार कहा जाता है, लेकिन टीम के लिए जरुरी पारियां खेलने की जगह वो लगातार फेल होते नजर आ रहे हैं। ऐसे में कहीं ऐसा ना हो कि टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन से ही उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया जाए।