Cheteshwar Pujara: चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) पिछले काफी समय से भारतीय टीम (Team India) से बाहर चल रहे हैं। उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट मुकाबला पिछले साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था। मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए उनकी वापसी की उम्मीदें भी लगभग खत्म हो चुकी हैं। रेड बॉल क्रिकेट में पुजारा हमेशा से ही धाकड़ बल्लेबाज रहे हैं। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से लेकर घरेलू स्तर तक, उन्होंने कई यादगार पारियां खेली है। ऐसी ही एक पारी थी जो उन्होंने रणजी ट्रॉफी में सौराष्ट्र के लिए खेलते हुए झारखंड के खिलाफ खेली थी।
झारखंड के खिलाफ जड़ा था दोहरा शतक
रणजी ट्रॉफी 2023-24 (Ranji Trophy 2023-24) में झारखंड टीम के खिलाफ पुजारा ने दोहरा शतक जड़ा था। उस मुकाबले की पहली पारी में उन्होंने 356 गेंदों में नाबाद 243 रन बनाए थे। उनकी इस पारी में 30 चौक्के शामिल थे। ये पुजारा का फर्स्ट क्लास करियर में 17वां दोहरा शतक रहा।
इस दोहरे शतक के साथ ही वह फर्स्ट क्लास क्रिकेट में सबसे ज्यादा दोहरे शतक जड़ने वाले चौथे बल्लेबाज बन गए थे। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में सबसे ज्यादा डबल सेंचुरी जड़ने का रिकॉर्ड डॉन ब्रैडमैन के नाम है। जिन्होंने 37 डबल सेंचुरी लगाईं। इसके बाद लिस्ट में इंग्लैंड के पूर्व दिग्गज वॉली हेमंड दूसरे नंबर पर आते हैं, जिन्होंने 36 दोहरे शतक लगाए हैं।
Team India में वापसी की राह देख रहे हैं Cheteshwar Pujara
चेतेश्वर पुजारा ने अपना आखिरी टेस्ट मुकाबला पिछले साल जनवरी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था। जहां पुजारा का बल्ला शांत दिखाई दिया। नतीजन उन्हें टेस्ट टीम से ड्रॉप कर दिया गया है। उसके बाद उनकी वापसी मुश्किल होती चली गई। हालांकि एक समय ऐसा था जब वह टीम इंडिया के टेस्ट टीम की रीढ की हड्डी माने जाते थे।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी 2021-22 (Border Gavaskar Trophy 2021-22) में उन्ही की बदौलत भारत ने कंगारुओं को उन्हीं की धरती पर शिकस्त दी थी। उस दौरे पर पुराजा ने 4 मुकाबलों में 33.87 की औसत से 271 रन बनाए थे।
Cheteshwar Pujara के करियर पर एक नजर
पुजारा का अभी तक का करियर काफी शानदार रहा है। उन्होंने टीम इंडिया के लिए 103 टेस्ट और 5 वनडे मुकाबले खेले हैं। वनडे में उनके नाम 51 रन ही दर्ज हैं। लेकिन टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 43.60 की औसत से 7195 रन बनाए हैं।जिसमें 19 शतक और र5 अर्धशतक शामिल हैं। इसके अलावा पुजारा के नाम फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 20 हजार से ज्यादा रन दर्ज हैं।