Cheteshwar Pujara: भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी खिलाड़ी Cheteshwar Pujara और अजिंक्य रहाणे बड़े समय से अपनी फॉर्म से जूझ रहे हैं। पुजारा-रहाणे अपनी खोई फॉर्म हासिल करने के लिए रणजी ट्रॉफी खेल रहे हैं। लेकिन यहां भी पुजारा-रहाणे का बल्ला नहीं चल रहा है। पुजार की तरह ही रहाणे का प्रदर्शन फीका रहा। पुजारा-रहाणे को टेस्ट टीम से भी बाहर कर दिया गया है। रणजी ट्रॉफी से उनकी वापसी की उम्मीद थी। पर अब उनका खेल प्रदर्शन देख कर उनकी टीम इंडिया में वापसी मुश्किल लग रही है।
रणजी ट्रॉफी में भी रहा Cheteshwar Pujara का बल्ला शांत
24 फरवरी को सभी टीमे रणजी ट्रॉफी 2022 में अपना दूसरा मुकाबला खेल रही है। इस मैच के दौरान सबकी निगाहें पुजारा-रहाणे पर ही टिकी हुई थी। लेकिन यहां भी इनका बल्ला शांत ही रहा। रणजी ट्रॉफी में सौराष्ट्र के लिए खेल रहे Cheteshwar Pujara ने गुरुवार को ओडिशा के खिलाफ महज 8 रन बनाए। पुजारा ने दो चौके लगा कर मैच की अच्छी शुरुआत तो की, पर वह इससे आगे ना बढ़ सके।
वह अपनी छठवीं बॉल देवव्रत प्रधान के हाथ में खेल बैठे। पुजारा की तरह ही अजिंक्य रहाणे का प्रदर्शन भी फीका रहा। मुंबई की तरफ से खेल रहे रहाणे गोवा के खिलाफ पहली पारी में खाता भी नहीं खोल पाए। ऐसे में अगर इन दोनों खिलाड़ियों का प्रदर्शन रणजी ट्रॉफी में भी ऐसा ही रहा तो टीम इंडिया में दोबारा वापसी लगभग नामुमकिन हो जाएगी।
रणजी में भी नहीं चला बल्ला तो टीम में वापसी मुश्किल
बीते दक्षिण अफ्रीका दौरे पर भी Cheteshwar Pujara बड़ी पारी नहीं खेल पाए थे। पुजारा 6 पारियों में ही सिर्फ एक अर्धशतक लगा पाए थे। उन्होंने इस दौरान 12 टेस्ट में 23 के औसत से 486 रन बनाए और वो एक भी शतक नहीं लगा पाए। उन्होंने इस दौरान इंग्लैंड के खिलाफ सबसे अधिक 6 टेस्ट खेले। इन टेस्ट मैच में उन्होंने 27 के औसत से 244 रन बनाए। उनके इस फीके प्रदर्शन की वजह से वह श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज का हिस्सा भी नहीं बन पाए।
हाल ही में चीफ सेलेक्टर चेतन शर्मा ने जारा और अजिंक्य रहाणे को लेकर कहा था कि सीनियर खिलाड़ियों के लिए टीम के दरवाजे बंद नहीं हुए हैं। उन्हें टीम में जगह पाने के लिए घरेलू क्रिकेट में रन बनाने होंगे। ऐसे में टीम इंडिया में वापसी के लिए Cheteshwar Pujara को अपने खेल में निरंतरता लानी होगी। नहीं तो उनकी जगह लेने के लिए कई युवा खिलाड़ी टीम इंडिया का लगातार दरवाजा खटखटा रहे हैं।