R Ashwin: नागपुर टेस्ट में 8 विकेट लेकर भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पारी और 132 रन से मिली जीत में अहम भूमिका निभाने वाले ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (R Ashwin) ने दो ऐसे क्रिकेटरों के बारे में अपनी राय रखी है जिनका टेस्ट करियर तो शानदार रहा है लेकिन जितनी अहमियत उन्हें एक टेस्ट क्रिकेटर के तौर पर मिलनी चाहिए उन्हें नहीं मिली है. जिन दो क्रिकेटरों के बारे में अश्विन (R Ashwin) ने अपनी बात रखी है उनमें से एक अपना 100 वां टेस्ट खेलने जा रहे हैं तो दूसरे भारत के एक बेहतरीन ओपनर रहे हैं. अश्विन ने ईएसपीएन क्रिकइंफो के लिए लिखे कॉलम में अपनी बात कही है.
चेतेश्वर पुजारा
अश्विन ने जिन दो क्रिकेटरों की जमकर तारीफ की है उनमें एक है चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara). पुजारा को 'द बिस्ट' कहने वाले अश्विन ने कहा कि,
"पुजारा एक ऐसे बल्लेबाज रहे हैं जिन्होंने अपने करियर के दौरान अपने प्लेइंग मेथड में कोई बदलाव नहीं किया. वे अपने मेथड में भरोसा रखते हैं और उसी को और इम्प्रूव करने की कोशिश करते हैं. टेस्ट क्रिकेट में वे भारत के लिए एक पिलर की तरह रहे हैं और भारत के साथ ही विदेशी पिचों पर भी उन्होंने बेहतरीन बल्लेबाजी की है. बावजूद इसके उन्हें बतौर टेस्ट क्रिकेटर वो रुतबा हासिल नहीं हुआ जो होना चाहिए था."
बता दें कि पुजारा दिल्ली में पुजारा अपने करियर का 100 वां टेस्ट खेलने जा रहे हैं. वे भारत के ऐसे 12 वें खिलाड़ी होंगे जो 100 टेस्ट मैच खेलेंगे. मौजूदा टीम में सिर्फ विराट ही हैं जो 100 से ज्यादा (105) टेस्ट खेल चुके हैं. 99 टेस्ट मैचों में पुजारा ने 44.16 की औसत और 19 शतकों की सहायता से 7021 रन बनाए हैं.
मुरली विजय
मुरली विजय (Murali Vijay) ऐसे दूसरे क्रिकेटर रहे हैं जिन्हें अश्विन के मुताबिक बतौर टेस्ट प्लेयर वो नाम नहीं मिला है जिसके वे हकदार थे. अश्विन ने लिखा है कि,
"सुनील गावस्कर और वीरेंद्र सहवाग के बाद मुरली विजय भारत के महानतम ओपनर रहे हैं. मुश्किल पिचों पर मुरली विजय ने जिस तरह से नई गेंदों को खेलते थे और टीम को अच्छी शुरुआत दिलाते थे वो काबिले तारीफ है. विजय गेंद को पुराना कर बाद में आने वाले बल्लेबाजों के लिए उसे आसान बना देते थे. ये काम उन्होंने भारतीय टीम के लिए लंबे समय तक किया लेकिन उन्हें बतौर टेस्ट क्रिकेटर वो नाम नहीं मिला जिसके वे हकदार थे."
अश्विन (R Ashwin) ने अपने इस बयान से सनसनी मचा दी है. उन्होंने टेस्ट फॉर्मेट में महान खिलाड़ियों में शामिल सचिन तेंदुलकर जैसे दिग्गज का नाम ना लेते हुए मुरली विजय को सर्वश्रेष्ठ करार दिया है. हालांकि रविचंद्रन अश्विन ने उनके साथ हुई नाइंसाफी की बात की है. बता दें कि मुरली विजय ने भारत की तरफ से 61 टेस्ट मैचों में 38.29 की औसत से 3,982 रन बनाए हैं जिसमें 12 शतक और 15 अर्धशतक शामिल हैं. एक आंकड़े के मुताबिक फिफ्टी को शतक में तब्दील करने का मुरली विजय का औसत किसी भी दूसरे बल्लेबाज से अच्छा है. विजय ने हाल ही में अंतराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा है.
अश्विन के खौफ में है ऑस्ट्रेलिया
बॉर्डर-गावस्कर सीरीज के लिए ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम इन दिनों भारत दौरे पर है. इस दौरे पर ऑस्ट्रेलियाई टीम को अगर सबसे ज्यादा खौफ किसी गेंदबाज का है तो वो हैं रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin). अश्विन (R Ashwin) ने नागपुर में खेले गए पहले टेस्ट में 8 विकेट लेकर ऑस्ट्रेलिया के खौफ को सही भी साबित कर दिया था. बता दें कि नागपुर में अश्विन टेस्ट क्रिकेट में दूसरे सबसे तेज 450 विकेट लेने वाले गेंदबाज बने थे. अश्विन के अब 89 टेस्ट मैचों में 457 विकेट हो चुके हैं.