25 करोड़ नहीं सिर्फ 9.74 करोड़ रूपये घर को लेकर जायेंगे कैमरन ग्रीन, जानें उनकी नीलामी की रकम का पूरा समीकरण
Published - 20 Dec 2025, 04:37 PM | Updated - 20 Dec 2025, 04:40 PM
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क्रिकेट और पैसों का रिश्ता आईपीएल में हर बार नई चर्चा का विषय बनता हैं । इंडियन प्रीमियर लीग की नीलामी में जब भी किसी खिलाड़ी पर करोड़ों की बोली लगती है, तो फैंस के मन में सबसे बड़ा सवाल यही होता है कि आखिर खिलाड़ी के हाथ में असल में कितनी रकम पहुंचती है।
आईपीएल ऑक्शन 2026 में ऑस्ट्रेलिया के स्टार ऑलराउंडर कैमरन ग्रीन (Cameron Green) का मामला इसका सबसे बड़ा उदाहरण बन गया। 25.20 करोड़ रुपये की रिकॉर्ड बोली के बावजूद ग्रीन को यह पूरी रकम नहीं मिलने वाली, क्योंकि बीसीसीआई के नियम और टैक्स कटौती उनकी कमाई को काफी हद तक घटा देते हैं।
Cameron Green की रिकॉर्ड बोली और ऑक्शन का रोमांच
नीलामी के दौरान कैमरन ग्रीन (Cameron Green) पर कई फ्रेंचाइजियों की नजर थी। बोली की शुरुआत होते ही उनकी कीमत तेजी से बढ़ती चली गई और कुछ ही समय में आंकड़ा 20 करोड़ के पार पहुंच गया। अंत में कोलकाता नाइट राइडर्स ने 25 करोड़ 20 लाख रुपये की बोली लगाकर उन्हें अपनी टीम में शामिल कर लिया।
इस बोली के साथ ग्रीन आईपीएल इतिहास के सबसे महंगे विदेशी खिलाड़ी बन गए। ऑक्शन हॉल में मौजूद सभी लोगों के लिए यह एक ऐतिहासिक पल था, लेकिन इसी के साथ उनकी असली कमाई का गणित भी शुरू हो गया।
बीसीसीआई का मैक्सिमम फीस नियम और 18 करोड़ की सीमा
25.20 करोड़ की बोली लगने के बावजूद कैमरन ग्रीन (Cameron Green) को उतनी रकम नहीं मिलेगी। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के ‘मैक्सिमम फीस’ नियम के अनुसार किसी भी विदेशी खिलाड़ी को ऑक्शन में अधिकतम उतनी ही राशि मिल सकती है, जितनी हाईएस्ट रिटेंशन स्लैब तय की गई हो।
आईपीएल 2026 से पहले यह स्लैब 18 करोड़ रुपये था। वहीं पिछले मेगा ऑक्शन में ऋषभ पंत 27 करोड़ रुपये में बिके थे, लेकिन नियम के अनुसार दोनों में से कम राशि को ही आधार माना जाता है।
इसी वजह से कैमरन ग्रीन (Cameron Green) को 25.20 करोड़ की बोली के बावजूद सिर्फ 18 करोड़ रुपये ही मिलेंगे, जबकि बाकी 7 करोड़ 20 लाख रुपये बीसीसीआई के पास जाएंगे, जिन्हें खिलाड़ियों की भलाई के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।
भारत में टैक्स कटौती से और घटती रकम
18 करोड़ रुपये की तय सैलरी पर भी पूरी रकम ग्रीन के हाथ में नहीं आती। भारतीय आयकर कानून की धारा 115BBA के तहत विदेशी खिलाड़ियों को अपनी कमाई पर 20 प्रतिशत टैक्स देना होता है। इसके साथ ही स्वास्थ्य और शिक्षा उपकर के रूप में 4 प्रतिशत अतिरिक्त कटौती भी लागू होती है।
इस तरह कुल मिलाकर करीब 20.8 प्रतिशत टैक्स कैमरन ग्रीन को भारत में चुकाना होगा। 18 करोड़ रुपये पर यह टैक्स लगभग 3.74 करोड़ रुपये बैठता है, जो सीधे उनकी सैलरी से कट जाता है।
ऑस्ट्रेलिया पहुंचने तक कितनी बचेगी असल कमाई
भारत में टैक्स कटने के बाद कैमरन ग्रीन के हाथ में करीब 14.25 करोड़ रुपये बचते हैं। यह रकम ऑस्ट्रेलिया ट्रांसफर की जाती है, जहां भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच दोहरे कर से बचाव की संधि लागू होती है। इस वजह से भारत में चुकाया गया टैक्स वहां दोबारा नहीं लिया जाता, हालांकि न्यूनतम टैक्स स्लैब का असर जरूर पड़ता है।
इन सभी नियमों और कटौतियों के बाद कैमरन ग्रीन (Cameron Green) के हाथ में करीब 9.74 करोड़ रुपये के आसपास की रकम ही बचती है। इस तरह 25.20 करोड़ की रिकॉर्ड बोली के पीछे छिपी असल सच्चाई सामने आती है, जहां नियम और टैक्स मिलकर खिलाड़ी की कमाई को काफी हद तक कम कर देते हैं।
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यह लेखक Cricketaddictor का एक सदस्य है जो क्रिकेट से जुड़ी खबरों और विश्लेषण पर लिखता है।