भारतीय क्रिकेट फैंस के जहन में विश्वकप 2007 का नाम लेते ही टीम इंडिया के दिग्गज खिलाड़ियों के मायूस चहरे सामने आ जाते हैं। वेस्टइंडीज में हुए इस वर्ल्डकप में धुरंधर खिलाड़ियों से सजी भारतीय टीम का हश्र इतना बुरा होगा कि टीम ग्रुप स्टेज से ही बाहर हो जाएगी ऐसा शायद ही किसी ने अनुमान लगाया हो।
भारत के साथ ही पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के लिए भी ये टूर्नामेंट कड़वी यादों के अलावा कुछ और नहीं देकर गया। इसी बीच एक ऐसी भी घटना हुई थी जिसने संपूर्ण क्रिकेट जगत को सन्न कर दिया था। दरअसल, पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कोच बॉब वूल्मर (Bob Woolmer) अपने कमरे में संदिग्ध अवस्था में मृत पाए गए थे।
आयरलैंड के हाथों पाकिस्तानी को मिली शर्मनाक हार
पाकिस्तानी क्रिकेट टीम को विश्वकप 2007 में आयरलैंड के हाथों शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा था। 17 मार्च 2007 को आयरलैंड और पाकिस्तान के बीच सबीना पार्क में मैच खेला गया, आयरिश टीम ने टॉस अपने नाम करते हुए पाक को पहले बल्लेबाजी करने का आमंत्रण दिया, इंजमाम उल हक (Inzamam Ul Haq) की कप्तानी वाली टीम अपने निर्धारित 50 ओवर खेले बिना ही 45.4 ओवर में महज 132 रनों पर सिमट गई।
जिसके जवाब मे आयरलैंड ने 133 रनों के लक्ष्य को 41.4 ओवर में हसिल कर लिया। विश्व क्रिकेट में पाकिस्तान टीम की इस हार के बाद जमकर फजीहत हुई, कहते है कि बॉब वूल्मर (Bob Woolmer) भी इस हार का ग़म बर्दाश्त नहीं कर पाए जिसके कारण उनकी मृत्यु हुई।
पाकिस्तानी खिलाड़ियों पर लगा Bob Woolmer की हत्या का आरोप
बॉब वूल्मर (Bob Woolmer) के इस किस्से में ट्विस्ट तब आया जब पुलिस जांच में कथित तौर पर दावा किया गया कि कोच की हत्या की गई है। आयरलैंड के खिलाफ मैच के अगले ही दिन यानि 18 मार्च 2007 को बॉब अपने कमरे में नग्न अवस्था में पेट के बल लेते हुए पाए गए थे, उनके मुंह पर खून लगा हुआ था।
जांच का एक लंबा दौर चला, कई दिग्गज खिलाड़ियों ने पाकिस्तानी क्रिकेटरों पर बॉब की हत्या का आरोप लगाया था। हालांकि साल 2018 में वारदात के लगभग 11 साल के बाद जमैका पुलिस की ओर से आधिकारिक बयान में कहा गया कि वूल्मर की मौत स्वास्थ्य कारणों से हुई है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से साफ हुई तस्वीर
लेकिन अभी भी क्रिकेट जगत में एक धड़े का मानना है कि बॉब वूल्मर (Bob Woolmer) की मौत सामान्य नहीं हुई थी। बल्कि उनकी हत्या की गई थी, पुलिस के द्वारा जारी किए गए बयान भी एक समय के बाद अलग-अलग राग अलापते हुए नजर आए । पुलिस ने मामले की जांच के लिए 400 लोगों से पूछताछ की और 250 से ज्यादा लोगों के बयान दर्ज किए। जांच के दायरे में 500 से ज्यादा लोग थे। हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उनकी मौत की वजह गला दबने की सांस में रुकावट बताई जाती है।