भारत की यह 3 गलतियाँ पड़ न जाए कही भारी, फिसल न जाए कहीं हाथ से 2019 वर्ल्डकप की ट्रॉफी

Published - 23 Jul 2018, 02:46 PM

खिलाड़ी

इंग्लैंड और भारत के बीच हुई तीन मैचों की वनडे सीरीज इंग्लैंड के नाम रही। इस सीरीज को इंग्लैंड ने 2-1 से अपने नाम कर लिया। सीरीज के पहले मैच में जिस तरह से भारत ने जीत दर्ज की थी, उसे देखकर ऐसा ही लग रहा था कि टीम इंडिया सीरीज को भी अपने नाम कर लेगी।

वहीं दूसरी तरफ अगले दोनों मैचों में इंग्लैंड ने जिस तरह से वापसी की उसने टीम इंडिया की कमियों को एक बार फिर उजागर कर दिया। तो आइये जानते है टीम इंडिया की उन कमजोरियों के बारे में, जिस वजह से टीम इंडिया इस बार का वर्ल्ड कप नही जीत सकती है.

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टीम इंडिया बेधार गेंदबाजी

यूं तो टीम इंडिया के पास शुरुआती और डेथ ओवर्स में गेंदबाजी करने के लिए भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह जैसे विश्व के सबसे शानदार गेंदबाज हैं लेकिन इनकी गैरमौजूदगी में टीम इंडिया की गेंदबाजी एकदम साधारण दिखाई देती है। इंग्लैंड के इस दौरे पर बुमराह को चोटिल होने के कारण भारत वापस आना पड़ा।

वहीं शुरुआती दोनों मैचों में चोट के कारण भुवनेश्वर कुमार में नहीं खेल पाए थे। इन दोनों की जगह टीम में उमेश यादव और सिद्धाथ कॉल को शामिल किया गया था।

हालांकि चाइनामैंन गेंदबाज कुलदीप यादव के प्रदर्शन ने इंग्लैंड को कम स्कोर पर रोकने में अहम भुमिका निभाई और फिर रोहित शर्मा की शतकीय पारी की बदौलत टीम इंडिया ने जीत हासिल कर ली।

भारतीय टीम का कमजोर मिडल ऑर्डर

टीम इंडिया की ये परेशानी पिछले साल हुई चैंपियंस ट्रॉफी से देखी जा रही है। टीम इंडिया का टॉप ऑर्डर यानी शुरुआती तीन बल्लेबाज अगर जल्दी आउट हो जाते हैं तो मिडल ऑर्डर अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाता। इसे दूसरे शब्दों में कहा जाए तो अगर शुरुआती तीन बल्लोबाजों में से कोई दो बल्लेबाज जल्दी आउट हो जाते हैं, तो टीम का मिडल ऑर्डर इस दबाव को नहीं झेल पाता और टीम अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाती है। इस दिक्कत पर टीम को जल्दी ध्यान देना चाहिए वरना उनको जीत

टीम में एक्स्ट्रा गेंदबाज़ की कमी

इंडियन टीम के पास गेंदबाजी के लिए ज्यादा विकल्प उपलब्ध नहीं हैं. अगर टीम का कोई एक गेंदबाज़ किसी वजह से जल्दी विकेट लेने में असमर्थ है तो टीम के पास एक ऐसा खिलाड़ी नही है जो बीच के ओवर्स में गेंदबाज़ी कर सके.

पहले टीम के पास जाधव जैसे स्पिनर मौजूद थे, लेकिन चोट की वजह से बाहर होने के बाद टीम में कोई भी ऐसा खिलाड़ी नही है. टीम के पास इस समय इसके विकल्प के रूप में कृणाल पंड्या है.

ऐसे में अगर टीम इस दिक्कत पर ध्यान नही देगी, तो उसे वर्ल्ड कप में काफी ज्यादा परेशान होना पड़ेगा.