AUS VS ENG: ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड (AUS vs ENG) के बीच मेगा एशेज सीरीज (Ashes series) का पहला मैच ब्रिसबेन के 'गाबा' मैदान पर खेला जा रहा है. बेन स्टोक्स (Ben Stokes) ने 30 गेंदो में से 14 नोबॉल कर डाली. जिसमें वो सिर्फ दो बार ही पकड़े जा सके. बेन स्टोक्स की पांव की नोबॉल के कारण इंग्लैंड को ऑस्ट्रेलिया (AUS VS ENG) के सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर (David Warner) का कीमती विकेट नहीं मिल पाया. हालांकि इससे एशेज सीरीज में तकनीक से जुड़ी समस्या भी उजागर हो गयी. वही कमेंट्री के दौरान ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान ने रिकी पोंटिंग ने खराब अंपायरिंग की जमकर आलोचना की.
डेविड वॉर्नर का जीवनदान पड़ा भारी
डेविड वॉर्नर जिस समय बोल्ड उस समय महज वो 17 रन पर थे. जीवनदान के चलते डेविड वॉर्नर ने 94 रन ठोक डाले, लेकिन वे शतक बनाने से चूक गये. 13वें ओवर में कप्तान रूट ने अपने सबसे भरोसेमंद खिलाड़ी बेन स्टोक्स को गेंद थमाई. स्टार ऑलराउंडर ने डेविड वार्नर को एक बेहतरीन बॉल पर आउट कर अपना काम कर ही दिया था, लेकिन फिर पता चला कि ये गेंद नो बॉल है. ड्रामा यहीं खत्म नहीं हुआ बल्कि इसके बाद तो ये पता चला कि इससे पहले स्टोक्स ने लगभग 14 नो बॉल फेंकी. जिनको अंपायर पकड़ने में पूरी तरह असफल रहें.
AUS VS ENG गाबा टेस्ट में अंपायर रहे बेखबर
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान ने मैच की कमेंट्री के दौरान इस तरह की खराब अंपायरिंग की जमकर आलोचना की. खराब अंपायरिंग के चलते ऑस्ट्रेलिया की तकनीकी कमियों का मजाक बनाया जाने लगा. इस पूरे मामले में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने कहा कि गाबा में टेक्नोलॉजी से जुड़ी समस्या नहीं है. थर्ड अंपायर पॉल विल्सन हर बॉल पर नजर नहीं रख सकते कि वह नॉ बॉल है कि नहीं, उस फिल्ड में मौजूद अंपायर को ही फैसला लेना होगा.
ICC के नियमों में हुआ था बदलाव
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने पिछले साल ही नो बॉल से जुड़े नियमों में कुछ बड़े बदलाव किए थे. इसी में यह फैसला भी किया था कि अब से नो बॉल पर फील्ड अंपायर के साथ थर्ड अंपायर भी नजर रखेंगे. जबकि इस नियम से पहले मैदानी अंपायर ही क्रीज से आगे पांव रखने पर गेंदबाज को सूचित करके नोबॉल देते थे.