आखिर क्यों BCCI नहीं देती भारतीय खिलाड़ियों को विदेशी लीग में खेलने का मौका? सबा करीम ने बताई वजह

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Sonam Gupta
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IPL के शुरु होने के बाद तमाम देशों ने फ्रेंचाइजी लीग की शुरुआत की। इन लीगों में दुनियाभर के तमाम खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं। लेकिन भारतीय खिलाड़ियों को BCCI विदेशी लीगों में खेलने की इजाजत नहीं देती है। जिसे लेकर कई बार सवाल भी उठते हैं कि बाकी बोर्ड्स की तरह आखिर BCCI अपने खिलाड़ियों को विदेशी लीग खेलने के लिए क्यों नहीं भेजती। अब भारतीय बोर्ड के क्रिकेट ऑपरेशंस के पूर्व GM रहे सबा करीम ने इसे समझाया है।

तीनों फॉर्मेट के बेहतर खिलाड़ी तैयार कर रहा BCCI

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भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड अपने खिलाड़ियों को विदेशी लीगों में हिस्सा लेने की अनुमति नहीं देती है। विदेशी लीग में वही खिलाड़ी खेल सकता है, जो संन्यास ले चुका हो और किसी भी प्रकार का क्रिकेट भारत में ना खेलता हो। बोर्ड के इस नियम पर कई बार बड़े-बड़े खिलाड़ियों ने सवाल उठाए हैं। मगर अब पूर्व विकेटकीपर व BCCI के क्रिकेट ऑपरेशंस के पूर्व GM रहे सबा करीम ने इसके पीछे का कारण बताते हुए कहा,

"बोर्ड अपने खिलाड़ियों को घरेलू लीग तक सीमित रखकर उन्हें एक बेहतर और तीनों फॉर्मेट के प्लेयर के तौर पर तैयार कर रहा है। वेस्ट इंडीज के प्लेयर्स को दुनिया भर की लीग में खेलने की इजाजत होती है। यहां तक कि दुनिया के बाकी देश भी इसकी इजाजत देते हैं। लेकिन भारत ऐसा नहीं करता। मुझे लगता है कि BCCI का ये एक बढ़िया फैसला है, कि वो अपने प्लेयर्स को दूसरे देशों की लीग में खेलने की इजाजत नहीं दे रहा। ये नियम भारत में क्रिकेट खेलने वाले हर स्तर के खिलाड़ी पर लागू है।”

हमारे क्रिकेट में आ जाएगा खालीपन

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संन्यास लेने के बाद युवराज सिंह ने विदेशी लीग में हिस्सा लिया था। इसके अलावा मनप्रीत गोनी भी फॉरेन लीग खेलते हैं। सबा करीम ने एक यूट्यूब चैनल के IVM पॉडकास्ट पर बोलते हुए कहा,

”अगर आप भारत के घरेलू टूर्नामेंट को भी देखें, तो हमारे पास मल्टी फॉर्मेट प्लेयर हर लेवल पर हैं। अगर BCCI ने खिलाड़ियों को विदेशी लीग में जाकर खेलने की इजाजत दे दी तो बहुत कम प्लेयर बचेंगे जो घरेलू क्रिकेट में खेलते दिखेंगे। इससे हमारे क्रिकेट में एक बड़ा खालीपन आ जाएगा।”

बीसीसीआई टीम इंडिया सबा करीम