U-19 खेलने के बाद कई खिलाड़ी गायब हो जाते हैं। इस वजह से BCCI ऐसे खिलाड़ियों को बचाने के लिए और उनको ज़्यादा से ज़्यादा मौक़ा देने के लिए सोच रही है। BCCI U-19 के इन सितारों को खोना नहीं चाहती हैं। राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी ( NCA) इन खिलाड़ियों के भविष्य को आकार देने के लिए '19 प्लस (19 वर्ष से अधिक आयु वाले)' खिलाड़ियों को जोड़ा जा सकता है। BCCI-NCA '19 प्लस' के लिए '19 प्लस' टीम बनाना चाहती है।
क्या है NCA की प्लानिंग?
इंडियन डोमेस्टिक सिस्टम में पहले राज्य स्तर पर अंडर-23 टीमें हुआ करती थीं लेकिन बाद में इसे अंडर-25 में बदल दिया गया। हालांकि, इस श्रेणी में पहले से ही कई दावेदार हैं। बीसीसीआई के एक सीनियर अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया,
राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी भविष्य में भारत की सीनियर टीम के लिए विकासशील खिलाड़ियों की एक पांच स्तरीय प्रणाली पर काम कर सकती है। अभी यह अंडर -16 से शुरू होती है, इसके बाद अंडर -19, इमर्जिंग (राष्ट्रीय अंडर -23) और ए टीम शामिल है। इसमें ‘19 प्लस’ का स्तर जोड़ने की योजना है जहां इन सभी लड़कों को शामिल किया जा सके।
क्यों बन रही है U-19 प्लस टीम?
U-19 प्लस टीम की योजना का विचार U-19 टीम और ए टीम ( पहले U-25 के नाम से जानी जाती थी।) के बीच के अंतर को कम करने के लिए किया जा रहा है।NCA के इन सभी स्तरों के बीच, BCCI ए टीम में मूल रूप से उन खिलाड़ियों को मंच देने के लिए है जो सीनियर स्तर पर जगह बनाने में असमर्थ रहते हैं। एक बार जब NCA कैम्पस के अंदर चार नए प्रथम श्रेणी स्तर की पिचें तैयार हो जाती हैं, तो उसके बाद अकादमी अपनी '19 प्लस' टीम तैयार कर सकेगी।
यह टीम वहां मौजूद अन्य टीमों के खिलाफ मैच खेल सकेगी। साथ ही साथ ही उनके कोच उनकी प्रगति की नियमित रूप से निगरानी कर सकेंगे। उम्मीद है कि BCCI के शीर्ष अधिकारी एनसीए सुप्रीमो वीवीएस लक्ष्मण और राष्ट्रीय टीम के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ के साथ एक खाका तैयार करने के लिए 10 राष्ट्रीय चयनकर्ताओं के साथ चर्चा कर सकते हैं।