BCCI: भारत और इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज का आखिरी मुकाबला 7 मार्च को धर्मशाला में खेला जाएगा. उससे पहले भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) साल 2023-24 के लिए नए सालाना कॉन्ट्रैक्ट का ऐलान कर दिया. जिसमें बोर्ड ने अपना रूख सख्त अख्तियार करते हुए 7 प्लेयर्स को बाहर कर दिया है. जबकि चोटिल अधिकांश चोटिल रहने वाले खिलाड़ियों को टॉप-ग्रेड मे बनाए रखा है.
बोर्ड पर आरोप लग रहे हैं कि वह अपने पसंदीदा प्लेयर्स पर जमकर मेहबानी लुटा रहा है. जिन खिलाड़ियों ने लंबे समय रेड बॉल क्रिकेट नहीं खेल रहे हैं. उन्हें भी तो बाहर किया जाना चाहिए था. लेकिन, ऐसा नहीं हुआ. यही वजह है कि फैंस से लेकर पूर्व क्रिकेटर भी अपनी नाराजगी जाहिर रहे हैं.
BCCI इस खिलाड़ी से नहीं ले सकती पंगा
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) नए कॉन्ट्रैक्ट का ऐलान कर सुर्खियों में हैं. क्रिकेट के गलियों में इस बात की चर्चा जोरों पर है कि 4 महीने से क्रिकेट नहीं खेल रहे हार्दिक पांड्या को प्रमोट क्यों किया गया. क्या पांड्या का गुजराती होने का कोई कनेक्शन हैं? या फिर वह इतने बड़े ब्रांड बन गए कि बोर्ड उन्हें A ग्रेड से B ग्रेड में भी शिफ्ट करने की हिम्मत नहीं रखती. जबकि उन्होंने विश्व कप जैसे बडे मंच पर एक नहीं बल्कि 2 बार टीम इंडिया का बीच में ही साथ छोड़ दिया. पांड्या खराब फिटनेस की वजह से वनडे विश्व कप 2023 और टी20 विश्व कप 2021 से बाहर हो चुके हैं.
ईशान-अय्यर के लिए ही बने हैं सारे नियम कायदे काननू ?
पांड्या काफी लंबसे समय टेस्ट नहीं खेलते, रणजी तो उन्होंने काफी लंबे समय से खेला ही नहीं है. अधिकांश चोटिल होने क वजह से वनडे और टी20 में कम मौको पर अपनी सेवाए दें पाते हैं. वह टीम इंडिया को अकेले छोड़ IPL की तैयारियों में जुटे हुए हैं. लेकिन, हार्दिक आज के डेट में स्टार खिलाड़ी है उनकी तरफ कोई उंगली उठाने वाला नहीं है.
लेकिन. ईशान किशन और श्रेयस अय्यर आईपीएल की तैयारी के लिए रणजी खेलने से दूरी बना रहे हैं तो उन पर निशाना साधा जाना तय है. ऐसे में बड़ा सवाल यह पैदा होता है कि क्या ये सारे नियम कायदे काननू BCCI ने ईशान किशन और श्रेयस अय्यर के लिए ही बने हैं?
अगर ये दोनों खिलाड़ी रणजी नहीं खेलेंगे तो सालाना कॉन्ट्रैक्ट (BCCI Annul Contract) से बाहर कर दिया जाएगा. ये कहां इंसाफ है? सूर्या, जड़ेजा. केएल राहुल भी इस श्रेणी में ही आते. उन्हें कभी नहीं देखा गया कि वह चोटिल होने के बाद उन्होंने घरेलू क्रिकेट खेला हो. उनकी हमेशा सीधा टीम इंडिया में एंट्री होती है. यही वजह है कि बोर्ड के सालाना कॉन्ट्रैक्ट के सिलेक्शन देखते हुए दोहरी मानसिका के आरोप लग रहे हैं.
इरफान पठान ने भी तीखे शब्दों से किया वार
टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज इरफान पठान अपने बेबाक अंदाज के लिए जाने जाते हैं. वह क्रिकेट पर अपनी बात रखने से कभी गुरेज नहीं रखते. जिसकी वजह से उन्हें कई बार आलोचनाओं का सामना भी करना पड़ जाता है. वहीं अब ईशान किशन और श्रेयस अय्यर को कॉन्ट्रैक्ट से बाहर किए इरफान उनके बचाव में खड़े हुए नजर आए हैं. उन्होंने BCCI की मंशा पर सवाल खड़े करते हुए एक्स पर लिखा,
''श्रेयस और ईशान दोनों ही टैलेंटेड क्रिकेटर हैं. उम्मीद है वे वापसी करेंगे. यदि हार्दिक पंड्या रेड बॉल क्रिकेट नहीं खेलना चाहते तो क्या उन्हें और दूसरों को वॉइट बॉल के घरेलू टूर्नामेंट नहीं खेलने चाहिए, अगर वे उस समय भारतीय टीम का हिस्सा ना हों. यदि यह नियम हर किसी पर एक जैसा लागू नहीं है तो फिर भारत मनचाहा रिजल्ट हासिल नहीं कर सकता.''
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