BCCI: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआइ दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड है. सचिव जय शाह और अध्यक्ष रोजर बिन्नी के कुशल नेतृत्व में बोर्ड ने क्रिकेट जगत में अपार सफलता हासिल की है. लेकिन इन सबके बावजूद बोर्ड को एक कंपनी ने तगड़ा झटका दिया है. जिसकी वजह से जाहिर सी बात है सचिव जय शाह से लेकर रोजर बिन्नी हैरत में होंगे. इस कंपनी ने BCCI को 158 करोड़ रुपये का चूना लगाया है. आइए आपको विस्तार से बताते हैं कि क्या है पूरा मामला.
BCCI को इस कंपनी ने लगाया 158 करोड़ रुपये का चूना
दरअसल, भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI)की एक याचिका पर दिवाला न्यायाधिकरण एनसीएलटी ने बायजूस के नाम से ऑनलाइन शैक्षणिक सेवा प्रदाता कंपनी थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड को नोटिस जारी किया है. एडटेक कंपनी बायजू पर बीसीसीआई ने 158 करोड़ रुपये की प्रायोजन राशि के भुगतान में चूक का आरोप लगाया है. नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल ने मामले में अपना जवाब दाखिल करने के लिए बीजू को दो सप्ताह का समय दिया है.
मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के मुताबिक, हालांकि मामला 8 सितंबर को दर्ज किया गया था, लेकिन आधिकारिक तौर पर मामला 15 नवंबर को दर्ज किया गया था. बीसीसीआई (BCCI)और बायजूस की मूल कंपनी थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड के बीच मामले की सुनवाई 28 नवंबर को होनी थी.रिपोर्ट्स की मानें तो इस मामले की सुनवाई 22 दिसंबर को दोबारा होगी.
कंपनी ने 2023 अनुबंध को रिन्यू नहीं किया
आपको बता दें कि बायजूस ने बीसीसीआई (BCCI), आईसीसी (इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल) और फीफा के साथ ब्रांडिंग पार्टनरशिप की थी. इन कॉन्ट्रैक्ट्स को 2023 में रिन्यू किया जाना था. लेकिन कंपनी ने इस साल की शुरुआत में कहा था कि वह कॉन्ट्रैक्ट रिन्यू नहीं करेगी. इस बीच, प्रवर्तन निदेशालय ने फेमा उल्लंघन मामले में थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड और बैजू रवींद्रन (बायजूस के मालिक) के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी किया था. खबर है कि बायजूस भारी वित्य संकट से गुजर रहा है
बीसीसीआई की ओर से प्रतिक्रिया
इस बीच ना तो बैजू रवींद्रन और ना ही बैजू के प्रतिनिधियों और बीसीसीआई (BCCI) ने इस खबर पर कोई प्रतिक्रिया दी है. आपको बता दें कि 2015 में मलयालम बैजू रवींद्रन ने बायजूस लर्निंग ऐप पेश किया था. शुरूआत में बायजूस 2.2 बिलियन डॉलर के मूल्यांकन के साथ स्टार्टअप्स में से एक था. 2021 में अमेरिकी कर्जदाताओं से 5 साल का लोन लिया.
इन दिनों फिलहाल इस कंपनी के दिन चल रहे हैं. बायजूस को एक समय भारत की बढ़ती स्टार्टअप अर्थव्यवस्था के प्रतीक के रूप में प्रतिष्ठित किया गया था. कोविड के बाद ऑनलाइन शिक्षा क्षेत्र में मंदी के कारण इस कंपनी को बड़ा झटका लगा है. जिससे अभी तक नहीं उबर पाई है. बीसीसीआई ने भी इस कंपनी का साथ छोड़कर ड्रीम इलेवन का दामन थाम लिया है.