MS Dhoni: एमएस धोनी की गिनती भारत के दिग्गज खिलाड़ियों में होती है. वहीं, IPL में उनका क्रेज इस हद तक है कि लोग उन्हें देखने के लिए देश के कोने-कोने में जाते हैं. धोनी जैसे ही एक और दिग्गज हैं. लेकिन BCCI ने इस दिग्गज के लिए खुलेआम नियम बदल दिए हैं. ऐसा करने पर भारतीय बोर्ड पर पक्षपात का आरोप लग रहा है. क्या है ये परेशानी और भारतीय बोर्ड ने क्या नियम में बदलाव किए, आइए इसे विस्तार से समझते हैं.
BCCI ने MS Dhoni जैसे दिग्गज के साथ किया अन्याय
BCCI और IPL की गवर्निंग काउंसिल कमेटी ने कुछ दिन पहले IPL मेगा एक्शन के नियम साझा किए थे. इस दौरान एक नियम की वापसी भी हुई, जिसे 2021 में खत्म कर दिया गया था. नियम ये है कि जो खिलाड़ी 5 साल पहले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले चुका है. उसे अनकैप्ड घोषित कर दिया जाएगा. ये नियम BCCI के साथ फ्रेंचाइजी की मीटिंग के बाद दिया गया. मीटिंग में CSK इस नियम के पक्ष में थी. क्योंकि वो एमएस धोनी (MS Dhoni )को अनकैप्ड खिलाड़ी के तौर पर ले सकती थी.
सुनील नारायण को नहीं मिलेगा BCCI के इस रूल का फायदा
अब बीसीसीआई ने इस नियम को लागू कर दिया है. लेकिन इस नियम से सिर्फ सीएसके और एस धोनी को फायदा हो सकता है. दरअसल, नियम को लागू करते हुए बीसीसीआई ने साफ कहा है कि यह नियम सिर्फ भारतीय खिलाड़ियों पर ही लागू होगा. यानी भारत के लिए खेल चुके खिलाड़ी को ही इस नियम के तहत अनकैप्ड खिलाड़ी घोषित किया जाएगा. अब एमएस धोनी (MS Dhoni )इस नियम के दायरे में आते हैं. लेकिन कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए खेलने वाले वेस्टइंडीज के सुनील नारायण इस नियम के दायरे में नहीं आते.
इस नियम का फायदा सिर्फ भारतीय खिलाड़ी ही उठा सकते हैं
जानकारी के लिए बता दें कि सुनील नारायण ने भी 2019 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था. लेकिन यह नियम सिर्फ भारतीय खिलाड़ियों पर ही लागू होगा, विदेशी खिलाड़ियों पर यह नियम लागू नहीं होगा. साफ है कि बीसीसीआई ने यह नियम एमएस धोनी (MS Dhoni ) को आईपीएल 2025 में लाने के लिए ही लाया है
ये भी पढ़ें : IPL मेगा ऑक्शन में CSK हर हाल में खरीदेगी ये विकेटकीपर, MS Dhoni का होगा रिप्लेसमेंट, जड़ा चुका दोहरा शतक