BCCI के लिए आई राहतभरी खबर, अब नहीं देने होंगे 4800 करोड़, जानिए पूरा मामला

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Shilpi Sharma
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BCCI-Deccan Chargers

वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप से पहले ही बीसीसीआई (BCCI) के लिए एक राहतभरी खबर आई है, जो बोर्ड के लिए किसी खुशखबरी से भी कम नहीं है. तो वहीं डेक्कन चार्जर्स (Deccan Chargers) के लिए ये खबर किसी बड़े झटके से कम नहीं होगी. क्योंकि अब बॉम्बे कोर्ट (bombay court) ने इस पर अपना आखिरी फैसला सुना दिया है. क्या है पूरी खबर जानते हैं इस रिपोर्ट के जरिए...

भारतीय बोर्ड के लिए आई बड़ी खबर

BCCI

दरअसल बॉम्बे हाईकोर्ट के जस्टिस जीएस पटेल की बेंच ने उस मामले पर फैसला सुनाया है, जिसमें भारतीय क्रिकेट बोर्ड पर आईपीएल टीम को 4800 करोड़ रुपये देने का फैसला सुनाया गया था. लेकिन, इस पूरे मामले पर बॉम्बे हाईकोर्ट के जस्टिस जीएस पटेल की बेंच ने बीते साल आर्बिट्रेटर के उस आदेश को रद्द करने का फैसला किया है जिसमें बोर्ड को जुर्माने के तौर पर डेक्कन चार्जर्स को 4800 करोड़ रुपये देने के लिए कहा गया था.

साल 2009 में इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2009) के खिताब पर कब्जा जमाने वाली इस फ्रेंचाइजी बीसीसीआई (BCCI) के खिलाफ उसे IPL से गलत तरीके से हटाने का आरोप लगाया था और साथ ही केस भी फाइल करवाया था. साल 2012 की बात है जब भारतीय बोर्ड ने फ्रेंचाइजी के सभी कॉन्ट्रैक्ट को पूरी तरह से खत्म कर दिया था. यही कारण था कि, टीम ने केस दर्ज करवाया था.

पहले फ्रेंचाइजी के पक्ष में सुनाया गया था फैसला

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हैदराबाद की फ्रेंचाइजी डेक्कन चार्जर्स ने भारतीय बोर्ड की ओर से लिए गए इस फैसले को अदालत में चुनौती दे डाली थी. इसके बाद इंसाफ मांगने के लिए टीम बॉम्बे हाईकोर्ट की दहलीज तक पहुंच गई थी. इस केस के सामने आने के बाद पूरे मामले की जांच प्रक्रिया के लिए अदालत ने रिटायर्ड न्यायाधीश सी के ठक्कर को आर्बिट्रेटर नियुक्त किया था. जिन्होंने इस मामले पर अपना पक्ष रखते हुए फ्रेंचाइजी के फेवर में फैसला किया था.

कोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान डेक्कन चार्जर्स ने 6046 करोड़ रुपये के हर्जाने और ब्याज की डिमांड की थी. इसके बाद बीसीसीआई (BCCI) ने भी इस कॉन्ट्रैक्ट को रद्द करने के फैसले के पीछे की पूरी वजह तर्क के साथ कोर्ट में पेश की थी. लेकिन, इसके बाद भी फैसला बोर्ड के खिलाफ सुनाया गया था. साल 2008 में आईपीएल की शुरुआत होने के बाद डेक्कन क्रॉनिकल्स होल्डिंग्स लिमिटेड (डीसीएचएल) की टीम डेक्कन चार्जर्स ने भी बोर्ड के साथ 10 साल का करार साइन किया था.

आईपीएल खिताब भी अपने नाम कर चुकी है डेक्कन

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हालांकि करार पूरा होने से पहले साल 2012 में वो वक्त आया जब बीसीसीआई (BCCI) ने डेक्कन को कारण बताओ नोटिस पकड़ाते हुए बर्खास्त करने का फैसला सुनाया. इस निर्णय के बाद फ्रेंचाइजी ने बॉम्बे हाईकोर्ट पहुंच गई थी. फिलहाल इतने सालों बाद अब फैसला बोर्ड के पक्ष में आया है. आईपीएल के पहले सीजन में 8वें स्थान पर रहने वाली इस टीम ने अगले सीजन में एडम गिलक्रिस्ट की कप्तानी में खिताब भी अपने नाम कर चुकी है.

बीसीसीआई भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड