Boria Majumdar: पिछले कुछ समय से भारतीय क्रिकेट टीम और गुजरात टाइटंस के खिलाड़ी ऋद्धिमान साहा (Wriddhiman Saha) पिछले कुछ समय से काफी सुर्खियों में बने हुए थे। दरअसल ऋद्धिमान साहा ने पत्रकार बोरिया मजूमदार (Boria Majumdar) पर ऑनलाइन डराने-धमकाने का आरोप लगाया था। जिसके बाद अब बोरिया मजूमदार को बीसीसीआई ने सजा दी है। बीसीसीआई ने मजूमदार पर दो साल का बैन लगाया है। क्या है इससे जुड़ी पूरी खबर जानिए हमारी इस रिपोर्ट के जरिए…
Boria Majumdar पर BCCI ने लगाया दो साल का बैन
कुछ महीने पहले भारतीय क्रिकेट टीम और गुजरात टाइटंस के खिलाड़ी ऋद्धिमान साहा ने पत्रकार बोरिया मजूमदार (Boria Majumdar) पर ऑनलाइन डराने-धमकाने का आरोप लगाया था। दरअसल साहा ने मजूमदार के साथ इंटरव्यू करने के लिए मना कर दिया था, जिस पर मजूमदार ने साहा को अनलाइन धमकी दी थी।
BCCI has banned Boria Majumdar for 2 years for Saha incident.
— Johns. (@CricCrazyJohns) May 4, 2022
फिर बीसीसीआई ने मामले की जांच के लिए 3 सदस्यीय कमेटी का गठन किया था। जिसके बाद बोरिया की समिति ने उन पर रिद्धिमान साहा को डराने का दोषी पाया है। पत्रकार की इस हरकत पर एक्शन लेते हुए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने पत्रकार बोरिया मजूमदार को दो साल के लिए बैन कर दिया है।
Boria Majumdar को BCCI ने दी ये सजा
The 2 year ban by BCCI for Boria Majumdar includes:
— Johns. (@CricCrazyJohns) May 4, 2022
- Won't be getting accreditation as a member of press in India.
- Won't be getting any interview for registered player in India.
- Won't get access to any BCCI members owned association cricket facilities.
बोरिया मजूमदार पर बीसीसीआई द्वारा लगाए बैन में शामिल होने वाली तीन सजाएं हैं: पहला बोरिया को भारत में प्रेस के सदस्य के रूप में मान्यता प्राप्त नहीं होगी, दूसरा बोरिया मजूमदार किसी भी रेजिस्टर्ड प्लेयर का इंटरव्यू नहीं ले सकते आखिरी और तीसरे सजा है बीसीसीआई के किसी भी सदस्य के स्वामित्व वाली एसोसिएशन क्रिकेट सुविधाओं तक पहुंच नहीं होगी।
कुछ महीनों पहले दी गई थी Wriddhiman Saha को धमकी
फरवरी में श्रीलंका के खिलाफ खेली गई टेस्ट सीरीज में जगह ना मिलने के बाद ऋद्धिमान साहा ने कुछ चुनिंदा मीडिया हाउस को इंटरव्यू दिया था. इसके बाद वो लगातार सुर्खियों में थे। उसी बीच उन्होंने व्हाट्सऐप चैट के कुछ स्क्रीनशॉट अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट के जरिए भी साझा किया था। जिसमें लिखा था,
‘तुमने फोन नहीं किया। मैं फिर कभी तुम्हारा इंटरव्यू नहीं करूंगा। मैं अपमान को सहजता से नहीं लेता और मुझे यह याद रहेगा।’
ऋद्धिमान साहा (Wriddhiman Saha) के इस आरोप के बाद बीसीसीआई ने मामले की जांच के लिए उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला, कोषाध्यक्ष अरुण धूमल और शीर्ष परिषद सदस्य प्रभातेज भाटिया की एक समिति बनाई थे। इन तीनों अपनी जांच में पाया कि मजूमदार ने इंटरव्यू के लिए साहा को धमकाया था। ऐसे में अब उनके खिलाफ एक्शन लिया जा सकता है।