इसमें कोई संदेह नहीं है कि इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) दुनिया की सर्वश्रेष्ठ लीगों में से एक है। साथ ही इस लीग में पैसा भी दुनिया की सभी लीगों से कई गुना ज्यादा है। यही वजह है कि दुनिया के तमाम क्रिकेटर इस लीग में खेलना चाहते हैं, लेकिन कुछ क्रिकेटर ऐसे भी हैं, जिन्होंने आईपीएल (IPL) छोड़कर अपने देश के लिए खेलना पसंद किया है. देश के प्रति इन खिलाड़ियों के इस जुनून को देखते हुए उनके क्रिकेट बोर्ड ने उन्हें पुरस्कृत किया है।
बांग्लादेश के ये तीन खिलाड़ी नहीं खेले IPL
दरअसल, बांग्लादेशी क्रिकेटर तकसीन अहमद, लिटन दास और शाकिब अल हसन आईपीएल 2023 में नहीं खेले थे। इन तीनों ने आईपीएल 2023 (IPL 2023) में खेलने के बजाय अपनी राष्ट्रीय टीम को चुना और अब इन तीनों खिलाड़ियों को वित्तीय मुआवजा दिया जाएगा।
आईपीएल में नहीं खेलने से हुए पैसों के नुकसान की भरपाई के लिए बोर्ड तकसीन अहमद, लिटन दास और शाकिब अल हसन को 65,000 डॉलर का भुगतान करेगा। यह रकम तीनों खिलाड़ियों में बराबर-बराबर बांटी जाएगी। कई बार खिलाड़ी आईपीएल के लिए कई सीरीज अपने देश के लिए छोड़ देते हैं, लेकिन इन तीनों ने अपने देश को प्राथमिकता दी।
बीसीबी बोर्ड के सीईओ ने बताया
एएफपी से बात करते हुए बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) के सीईओ जलाल यूनुस ने कहा, ''यह हमारी तरफ से एक छोटा सा प्रयास है। उन्होंने औपचारिक रूप से हमसे किसी पैसे की मांग नहीं की है, लेकिन हमें लगा कि उन्हें पूरा नहीं तो कम से कम आंशिक मुआवजा दिया जाना चाहिए। हमारा मानना है कि राष्ट्रीय टीम के लिए खेलना बिना शर्त होना चाहिए। लेकिन हमारा बोर्ड मामले-दर-मामले के आधार पर इस पर विचार करेगा, क्योंकि खिलाड़ियों की भलाई भी हमारी प्राथमिकताओं में से एक है।"
इन तीनों ने IPLनहीं खेला
गौरतलब हो कि आईपीएल 2023 की नीलामी में केकेआर ने शाकिब अल हसन को 1.5 करोड़ रुपये में खरीदा था, लेकिन सीजन से ठीक पहले उन्होंने अपना नाम वापस ले लिया था. उन्होंने आईपीएल के बजाय अपनी राष्ट्रीय टीम के लिए खेलना पसंद किया। इसके अलावा लिटन दास भी केकेआर टीम में थे, लेकिन वह आईपीएल के बीच में ही देश लौट आए.
आयरलैंड के साथ श्रृंखला की तैयारी के लिए 28 अप्रैल को घर लौट आए। वहीं लखनऊ सुपर जाइंट्स आईपीएल 2022 में तस्कीन अहमद को अपने साथ जोड़ना चाहते थे लेकिन बोर्ड ने एनओसी नहीं दी . अब बोर्ड ने इन तीनों खिलाड़ियों को हुए आर्थिक नुकसान की भरपाई करने का फैसला किया है