श्रेयस अय्यर से लाख गुना खतरनाक है ये बल्लेबाज, लेकिन सेलेक्टर्स की राजनीति का बना शिकार, ठोक चुका है दोहरा शतक
By Alsaba Zaya
Published - 03 Aug 2024, 08:56 AM

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श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) को श्रीलंका के खिलाफ खेली जा रही 3 मैच की सीरीज़ में चुना गया. उन्होंने भारतीय टीम में 6 महीने बाद वापसी की. अय्यर को घरेलू टूर्नामेंट में हिस्सा न लेने की वजह से सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर होना पड़ा था. श्रीलंका के खिलाफ खेले गए पहले मैच में अय्यर को प्लेइंग इलेवन में भी मौका मिला. लेकिन वो खासा कमाल नहीं कर सके. हर मौके पर फ्लॉप होने के बाद भी उन्हें मौका मिल रहा है लेकिन टीम इंडिया में एक ऐसा बल्लेबाज है जो डिजर्विंग है और दोहरा शतक भी ठोक चुका है वो करियर सेलेक्टर्स की राजनीति के भेंट चढ़ रहा है.
Shreyas Iyer ने किया निराश
- अय्यर ने इंग्लैंड के खिलाफ खेली गई पांच मैच की टेस्ट सीरीज़ के बाद श्रीलंका के खिलाफ पहला इंटरनेशनल मैच करीब 6 महीने बाद खेला. लेकिन वो अपनी वापसी को यादगार नहीं बना सके.
- उन्होंने टीम के लिए निराश प्रदर्शन किया. पहले मुकाबले में जब भारतीय टीम 231 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रही थी तब अय्यर से मध्यक्रम में खासा उम्मीदें थी.
- लेकिन उन्होंने एक खराब शॉट खेलकर अपनी पारी पर विराम लगा दिया. उन्होंने 23 गेंद में 23 रनों की पारी खेली और क्लीन बोल्ड हो गए.
अय्यर की जगह इस खिलाड़ी को मिलना चाहिए मौका
- श्रीलंका के खिलाफ खेली जा रही 3 मैच की टी-20 सीरीज़ में अय्यर की जगह ईशान किशन (Ishan Kishan) को मौका मिलना चाहिए था. ईशान ज़रूरत के हिसाब से बल्लेबाजी करते हैं.
- वो टीम के लिए सलामी बल्लेबाज़ी की भूमिका भी निभा सकते हैं, जबकि मध्यक्रम में भी वो अपनी बल्लेबाज़ी से भारत की जीत सुनिश्चित कर सकते हैं.
- वनडे में उनका आंकड़ा भी शानदार रहा है. साल 2022 में उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ वनडे में दोहरा शतक भी जमाया है. उन्होंने अब तक 27 वनडे मैच में 42.40 की औसत के साथ 933 रनों को अपने नाम किया है.
सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से हो चुके हैं बाहर
- भारतीय टीम में ईशान को लगातार मौके दिए जा रहे थे. एशिया कप 2023 के बाद विश्व कप 2023 में भी ईशान को मौका मिला. इसके बाद उन्हें साउथ अफ्रीका दौरे पर टी-20 वनडे और टेस्ट टीम का हिस्सा बनाया गया.
- हालांकि उन्होंने मेंटल फटीग का हवाला देते हुए टेस्ट सीरीज़ से अपना नाम वापिस ले लिया. बाद में बीसीसीआई के कहने पर भी उन्होंने रणजी ट्रॉफी में भाग लेकर अपनी उपलब्धता को स्पष्ट नहीं किया, जिसकी वजह से उन्हें सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर होना पड़ा. अब उन्हें लगातार भारतीय टीम से नज़रअंदाज़ किया जा रहा है.