कैमरन बैनक्राफ्ट पहले खिलाड़ी नहीं, टीम इंडिया की 'दीवार' से लेकर 'क्रिकेट के भगवान' तक पर भी लग चुके है बॉल टेंपरिंग के संगीन आरोप
Published - 25 Mar 2018, 10:38 AM

क्रिकेट, जिसे खेलों में 'जेंटलमैन गेम' माना जाता है, लेकिन खिलाडियों ने इसे एक बार नहीं बल्कि कई बार शर्मसार किया है. दक्षिण अफ्रीका व ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच में जो हुआ इस बात का ताजा उदाहरण है. गौरतलब है कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाड़ी कैमरन बैनक्राफ्ट गेंद से छेड़छाड़ करते हुए पाए गए. किसी पीली चीज से वो गेंद को रगड़ रहे थे, उनकी ये हरकत कैमरे में कैद हो गई. दिन का खेल खत्म होने के बाद कप्तान स्टीव स्मिथ और बैनक्रॉफ्ट ने स्वीकार किया कि उन्होंने बॉल टेंपरिंग की है और स्टीव स्मिथ को भी इस बारे में पता था.
आपको क्या लगता है ऐसा पहली बार हुआ है, ऐसा बिल्कुल नहीं है. तमाम दिग्गज खिलाडियों के उपर यह आरोप लगा है. उसमें कुछ खिलाड़ी दोषी पाए गए वहीं कुछ के खिलाफ साबुत नहीं मिला. यह क्रिकेट में गेंद के साथ छेड़छाड़ का कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले इस्सके सजा कई दोषी खिलाड़ी भुगत चुके हैं.
भारत के लिहाज से अगर देखें तो भारतीय क्रिकेट फैंस को 2001 का वह साल हमेशा याद रहेगा जब क्रिकेट के ‘गॉड’ कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर पर भी बॉल टेंपरिंग के इल्जाम लगे थे. सचिन को इन इल्जामों के मद्देनजर एक मुकाबले से सस्पेंड भी किया गया था.
पहला मामला
1994 : पहला मामला संज्ञान में यही है जब इंग्लैंड के कप्तान माइकल अथर्टन दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ लॉडर्स टेस्ट में गेंद से छेड़छाड़ करते पकड़े गए थे.
2001 : सचिन तेंदुलकर पर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टेस्ट में पोर्ट एलिजाबेथ में गेंद से छेड़छाड़ के आरोप लगे और उन पर एक मैच का प्रतिबंध लगा. जिसके बाद क्रिकेट जगत के कई दिग्गज सचिन के पक्ष में खड़े हुए. जिसके बाद आइसीसी ने उन पर से आरोप हटा लिए थे, क्योंकि वह गेंद की सीम से मिट्टी को हटा रहे थे.
वकार यूनुस फंस चुके हैं
स्विंग गेंदबाजी के महारथी माने जाने वाले पाकिस्तान के तेज गेंदबाज वकार यूनुस पर भी रिवर्स स्विंग हासिल करने के लिए बॉल टेंपरिंग के आरोप लगे थे. 2001 में श्रीलंका दौरे पर वकार पर टेस्ट सीरीज के दौरान बॉल से छेड़छाड़ के आरोप लगे. इसके वाद वनडे सीरीज में भी जब वकार गेंद की सीम के उधेड़ते हुए टेलीविजन कैमरों में कैद हुए तो उनपर एक वनडे मुकाबले की पाबंदी लगा दी गई. यह पहला मौका था जब बॉल टेंपरिंग के आरोप में किसी खिलाड़ी को सस्पेंड किया गया था.
द्रविड़ पर भी
एक दौर में भारतीय क्रिकेट टीम की दीवार कहे जाने वाले बल्लेबाज और शानदार विकेटकीपर राहुल द्रविड़ भी बॉल टेंपरिंग के भुक्तभोगी रहे हैं. 2004 में भारतीय टीम अपने जिम्बाब्वे दौरे पर थी, तब द्रविड़ ने अपनी आधी खाई हुई मीठी गोलियां गेंद को चमकाने के लिए उस पर घिसी थीं. द्रविड़ पर इसके लिए भारी जुर्माना लगाया गया था.
शाहिद अफरीदी भी हुए सस्पेंड
2010 में पाकिसतान के कप्तान शाहिद फरीदी वनडे मुकाबले के दौरान दांत से बॉल की सिलाई को उधेड़ते हुए कैमरे में कैद हुए जिसके बाद उनपर दो मुकाबलों की पाबंदी लगाई गई. अफरीदी ने बाद में इस मसले पर अपनी गलती कबूलते हुए माफी भी मांगी.