Prithvi Shaw: पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) भले ही इन दिनों कुछ खास प्रदर्शन दिखा पाने में सफल ना रहे हों लेकिन इसके बावजूद उनका बल्ला अभी भी आग उगल रहा है। दरअसल मुंबई और महाराष्ट्र के बीच रणजी ट्रॉफी 2024-25 (Ranji Trophy 2024-25) का मुकाबला खेला जा रहा है। इस मुकाबले में पृथ्वी शॉ के बल्ले से सेंचुरी देखने को मिली। हालांकि ये पारी उन्होंने नहीं बल्कि उनके बल्ले से मुंबई के ही एक अन्य खिलाड़ी ने खेली। इस खिलाड़ी ने 17 साल की उम्र में रणजी ट्रॉफी में अपना पहला शतक जड़ा।
Ayush Mhatre ने Prithvi Shaw के बल्ले से जड़ा शतक
सलामी बल्लेबाज आयुष म्हात्रे ने मुंबई के लिए खेलते हुए महाराष्ट्र के खिलाफ पहले दिन अपने रणजी करियर का पहला शतक ठोका। पहले दिन की पारी में वह 127 रन बनाकर नाबाद लौटे। इस पारी में 17 चौक्के और 3 छक्के शामिल रहे। दिन का खेल खत्म होने के बाद आयुष ने बताया कि ये शतक उन्होंने पृथ्वी शॉ के बल्ले से जड़ा। आयुष ने इसी साल बड़ौदा के खिलाफ अपना रणजी डेब्यू किया था। इसी डेब्यू मैच में पृथ्वी ने उन्हें अपना ये बल्ला दिया था।
Musheer Khan की जगह टीम में मिली जगह
आयुष म्हात्रे को मुंबई की टीम में सरफराज खान (Sarfaraz Khan) के छोटे भाई मुशीर खान की जगह टीम में शामिल किया गया था। मुशीर दलीप ट्रॉफी 2024 (Duleep Trophy) के दौरान कार एक्सिडेंट में घायल हो गए थे। उनकी गरदन में गंभीर चोट आई थी जिसके कारण उन्हें ईरानी कप को भी मिस करना पड़ा। रिपोर्ट्स की माने तो उन्हें चोट से अभरने में थोड़ा और समय लग सकता है। ऐसे में वह रणजी ट्रॉफी के शुरुआती मुकाबलो में नजर नहीं आएंगे। हालांकि म्हात्रे के शतक ने चयनकर्ताओं की मुश्किलें बढ़ा दी है।
Ayush Mhatre के लिए आसान नहीं था यहां तक पहुंचना
रणजी ट्रॉफी तक पहुंचने का सफर आयुष म्हात्रे के लिए काफी कठिनाइयों से भरा था। करियर के अहम पड़ाव पर पिता की नौकरी जाने के बाद उन्हें क्रिकेट को आगे बढ़ाने में काफी परेशानी हुई। हालांकि इसके बावजूद उन्होंने पूरी लग्न के साथ क्रिकेट खेलना जारी रखा। 15 साल की उम्र में आयुष पहली बार चर्चा में आए जहां उन्होंने 254 का पर्सनल स्कोर करके सभी का ध्यान खींचा।क्रिकेट सीखने और उसकी प्रैक्टिस के लिए वो रोजाना विराट से चर्चगेट, एक साइड से 80 किलोमीटर का सफर तय करते थे।
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