एशिया कप 2022 (Asia Cup 2022) का समापन हो चुका है. श्रीलंका ने टूर्नामेंट के फाइनल मुकाबले को 23 रन से जीत कर खिताबी जीत हासिल की है. टीम की इस जीत को लेकर पूरा क्रिकेट जगत उत्साहित है क्योंकि इस साल एशिया कप में भारतीय टीम को मजबूत और खिताबी जीत का प्रबल दावेदार माना जा रहा था. शुरूआती दो मैच जीत कर टीम में दिखाया भी की वो सिर्फ जीतने के लिए आये है लेकिन अपने प्रयोगों की वजह से कप्तान रोहित शर्मा अपनी की रणनीति में फंस कर एशिया कप से बाहर हो गये.
तेज़ गेंदबाजी पर जरूरत से ज्यादा भरोसा
एशिया कप (Asia Cup 2022) में टीम तीन तेज़ गेंदबाजों के साथ मैदान में उतरी थी. टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने साफ़ तौर पर माना था की वो टेस्ट कर रहे है की तीन तेज़ गेंदबाज़ और दो स्पिन गेंदबाजों के साथ मैच में कैसे प्रदर्शन होने वाला है. हार के बाद भी रोहित ने स्पिन की जगह एक बार फिर से तेज़ गेंदबाज़ी पर ही भरोसा जताया जिसकी वजह से कई मौकों पर उनकी साफ़ तौर पर स्पिन गेंदबाज़ को मौका न दिए जाने के लिए आलोचना भी हुई जिसका दीपक हूड्डा सबसे बड़ा उदहारण है.
श्रीलंका की जीत में उनके स्पिनरों ने सबसे बड़ा रोल निभाया है. वानिंदु हस्रँगा और महीश तीक्ष्णा ने सभी मैचों में अहम मौकों पर विकेट चटका कर टीम की मैच में वापसी करवाई है. फाइनल में हसरंगा का प्रदर्शन टीम की जीत का अहम कारण भी साबित हुआ था. ऐसे में रोहित शर्मा को अपनी स्पिन जोड़ी पर भरोसा जताकर उन्हें और मौका देना चाहिए था.
बल्लेबाज़ी क्रम में जरूरत से ज्यादा बदलाव
एशिया कप (Asia Cup 2022) में सबसे ज्यादा निराश भारतीय बल्लेबाजी ने किया है. टीम की सलामी बल्लेबाज़ी ने जरूरी मैचों में टीम को मजबूत शुरुआत नहीं दी. इसके अलावा टीम में दिनेश कार्तिक को फिनिशर के तौर पर स्क्वाड में शामिल करने के बावजूद उनको सुपर 4 के अहम मुकाबले में जगह नहीं दी गयी. साथ ही दीपक हूड्डा को अपने बल्लेबाज़ी क्रम पर ना भेज कर भी कप्तान और मैनेजमेंट की उनकी फॉर्म से बड़ा समझौता किया और इसका परिणाम लगातार दो हार के साथ भुगतना पड़ा.
श्रीलंका की टीम यहां भी भारत से बाज़ी मारती हुई दिखाई दी. टीम ने पूरे टूर्नामेंट में काफी कम बदलाव किये. श्रीलंकाई कप्तान ने आखरी दो मैचों में एक जैसी ही प्लेइंग 11 के साथ उतरने का फैसला लिया और यह फैसला सही भी साबित हुआ लेकिन भारतीय टीम के बदलाव और प्रयोग टीम पर भारी पड़े.
प्रबल दावेदार की छुट्टी कर श्रीलंका ने जीता एशिया कप
टूर्नामेंट (Asia Cup 2022) से शुरुआत में श्रीलंका को काफी कमज़ोर बताया जा रहा है. बांग्लादेश के बोर्ड डायरेक्टर ने साफ़ तौर पर कहा कि उनके पास कोई वर्ल्ड क्लास बॉलर नहीं है लेकिन उसके बाद श्रीलंका ने मुड़कर पीछे नहीं देखा और लगातार 5 मैच जीत कर ट्राफी को अपने नाम किया. इसके उल्ट भारतीय टीम प्रबल दावेदार मानी जा रही थी. टीम ने आगाज भी बेहतरीन जीत के साथ किया था लेकिन लगातार प्रयोगों और बदलाव के चलते टीम का एशिया कप जीतने के सपना टूट गया. आगामी टी20 वर्ल्ड कप के लिए भी अगर रोहित शर्मा और राहुल द्रविड़ की जोड़ी ऐसे ही नए-नए प्रयोग करती रही तो टीम वर्ल्ड कप से भी बाहर होती हुई नजर आ सकती है.