बीसीसीआई (BCCI) ने सोमवार को एशिया कप 2022 (Asia Cup 2022) के लिए 15 सदस्यीय भारतीय टीम की घोषणा की है। काफी लंबे समय से फैंस इसका इंतजार कर रहे थे जिसे बीते सोमवार को चयनकर्ताओं ने खत्म कर दिया है। यूएई में होने वाले इस टूर्नामेंट में जो सबसे ज्यादा चौंकाने वाला नाम टीम में नहीं है वो तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह हैं। जिन्हें बैक इंजरी के चलते ये टूर्नामेंट (Asia Cup 2022) मिस करना पड़ रहा है। लेकिन, लंबे समय से टीम से बाहर चल रहे सलामी बल्लेबाज केएल राहुल की भारतीय टीम में उपकप्तान और बतौर ओपनर वापसी कराई गई है।
एशिया कप 2022 के लिए इस बार चयनकर्ताओं ने कई युवा खिलाड़ियों पर भी भरोसा जताया है। जिनमें कुछ चौंकाने वाले नाम भी शामिल हैं। या यूं कहें कि इन्हें मौका देने में शायद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने जल्दबाजी कर दी है। हम अपनी इस खास रिपोर्ट में ऐसे ही 3 नामों का जिक्र करने जा रहे हैं जिन्हें BCCI ने एशिया कप 2022 (Asia Cup 2022) में मौका देकर बड़ी गलती कर दी है।
Asia Cup 2022: इन खिलाड़ियों को मौका देने के लिए BCCI ने की जल्दबाजी
1. आवेश खान
हाल ही में टीम इंडिया के लिए डेब्यू करने वाले अवेश खान को एशिया कप 2022 टीम इंडिया का हिस्सा बनाने के फैसले ने सभी को हैरान कर दिया है। इसकी वजह ये है कि दाएं हाथ के गेंदबाज के पास टी20 मुकाबला खेलने का इतना अनुभव नहीं है। उन्होंने इसी साल फरवरी में वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू सीरीज में डेब्यू किया था। तब से लेकर अब तक उन्होंने टीम के लिए महज 11 पारियों में ही गेंदबाजी की है। जिसमें उन्हें सिर्फ 11 सफलताएं ही हासिल हुई हैं।
लेकिन, इसके बावजूद भारतीय बोर्ड के चयनकर्ताओं ने इस गैर-अनुभवी गेंदबाज पर दांव खेला है. जसप्रीत बुमराह की इंजरी के चलते आवेश को इतने बड़े टूर्नामेंट में शामिल किया गया है। जबकि मोहम्मद शमी जैसे घातक गेंदबाज को नजरअंदाज कर दिया गया है, जिन्हें ऐसे बड़े टूर्नामेंट में प्रेशर में खेलने का अच्छा खास एक्सपीरियंस है। ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा कि कहीं न कहीं भारतीय क्रिकेट बोर्ड के चयनकर्ताओं ने उन्हें एशिया कप 2022 में मौका देकर जल्दबाजी की है।
2. रवि बिश्नोई
रवि बिश्नोई बीते कुछ समय से अपनी गेंदबाजी से काफी ज्यादा प्रभावित कर रहे हैं। साल 2020 के अंडर 19 विश्व कप टीम का हिस्सा रहे बिश्नोई ने आईपीएल 2021 में अपनी गेंदबाजी का लोहा मनवाते हुए टीम इंडिया में शामिल होने तक का सफर तय किया है। भारत टीम में शामिल होते ही उन्होंने राहुल चाहर को भी पीछे छोड़ दिया है, जो कभी टी 20 प्रारूप में भारत की पहली पसंद के लेग स्पिनर थे। लेकिन दाएं हाथ के गेंदबाज के पास टी20 प्रारूप में इतना अनुभव नहीं है कि उन्हें एशिया कप जैसे बड़े टूर्नामेंट में उन पर दांव खेला जा सके।
उन्होंने भारत के लिए डेब्यू के बाद अभी तक सिर्फ 9 मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने महज 15 विकेट अपने खाते में जोड़े हैं। ऐसे में उन्हें इतने बड़े मंच पर मौका देना बोर्ड की जल्दबाजी कहा जा सकता है। उनकी जगह चयनकर्ता एशिया कप टीम में एक अतिरिक्त बल्लेबाज के लिए जा सकते थे या वे एक अतिरिक्त तेज गेंदबाज जोड़ सकते थे जो टीम को और भी अधिक स्थिरता प्रदान करता।
3. दीपक हुड्डा
इस लिस्ट में दीपक हुड्डा का भी नाम शामिल है। भले ही वह इन दिनों शानदार फॉर्म में चल रहे हैं लेकिन उनको एशिया कप 2022 टीम में लेना बीसीसीआई की ओर से जल्दबाजी का फैसला कहा जा सकता है। दीपक ने इसी साल टीम के लिए टी20 क्रिकेट में डेब्यू किया है। 27 वर्षीय खिलाड़ी ने वेस्टइंडीज के खिलाफ़ 2022 में अपना पहला टी20 मैच खेला था। उनके पास बड़े मंच पर खेलने का अनुभव प्राप्त नहीं, जितना टीम के बाकी खिलाड़ियों के पास है।
हुड्डा ने टी20 प्रारूप में टीम के लिए सिर्फ 7 पारियों में ही बल्लेबाजी की है। जिसमें ऑलराउंडर ने 160 से भी ज्यादा के स्ट्राइक से 274 रन बनाए है। जिसमें एक शतक भी शामिल है। ऐसे में बीसीसीआई चयनकर्ता दीपक की जगह अक्षर पटेल को मुख्य टीम में जगह दे सकते थे। हालांकि अक्षर पटेल को बैकअप प्लेयर्स में रखना कहीं न कहीं उनके साथ नाइंसाफी कही जा सकती है।