IND vs NZ 2021: भारतीय क्रिकेट में जब कभी भी आलराउंडर खिलाडियों की बात की जाती हैं तो इस सूचि में भारतीय वर्ल्डकप विजेता कप्तान कपिल देव (Kapil Dev) का नाम सबसे ऊपर लिया जाता है. दायें हाथ के तेज गेंदबाज और दायें हाथ से ही ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करने वाले, विश्व क्रिकेट के धाकड़ ऑलराउंडरों में से एक कपिल देव (Kapil Dev) ने लंबे वक्त तक टीम इंडिया के लिए अपना योगदान दिया.
साल 1983 में उन्होंने अपनी कप्तानी में पहली बार टीम इंडिया को वर्ल्ड चैंपियन बनाया था. उनके जाने के बाद कोई भी खिलाड़ी उनकी कमी को पुरी करने में कामयाब नहीं हो पाया. अब विकेटकीपर-बल्लेबाज दिनेश कार्तिक (Dinesh Karthik) ने एक ऐसे सुपरस्टार का नाम लिया है, जिन्हें कपिल देव (Kapil Dev) की श्रेणी में रखा जा सकता है.
कपिल देव और अश्विन का नाम एक साथ लिया जाना चाहिए: दिनेश कार्तिक
भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेले जा रहे पहले टेस्ट मुकाबले में जहाँ पुजारा (Cheteswar Pujara) और रहाणे (Ajinkya Rahane) जैसे दिग्गज बल्लेबाज स्ट्रगल करते नजर आये तो वही दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचंद्रन आश्विन (Ravichandran Ashwin) ने दोनों पारियों में बल्ले से एक महत्वपूर्ण योगदान दिया. चौथे दिन का खेल समाप्त होने के बाद भारत के अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक (Dinesh Kartik) ने क्रिकेट वेबसाइट क्रिकबज से बातचीत के दौरान आश्विन की तारीफ करते हुए कहा,
मेरा मानना है कि जब भी भारतीय क्रिकेट की बात होती है, कपिल देव (Kapil Dev) और अश्विन (Ravichandran Ashwin) का नाम एक साथ लिया जाना चाहिए क्योंकि दोनों मैच विनर रहे हैं, मिसाल रहे हैं और निश्चित रूप से इस देश से निकले दो सबसे बेहतरीन ऑलराउंडर रहे हैं.
कई बल्लेबाजों से ज्यादा शतक लगा चुके हैं रविचंद्रन आश्विन
भारतीय स्टार ऑफ स्पिनर रविचंद्रन आश्विन (Ravichandran Ashwin) टेस्ट क्रिकेट में आज के दौर के सबसे अच्छे आलराउंडर में से एक है. लंबे समय तक विश्व के नंबर एक टेस्ट गेंदबाज रहने के साथ ही आईसीसी की टेस्ट ऑलराउंडरों की रैंकिंग में भी अश्विन शीर्ष खिलाड़ियों में से एक रहे हैं. आश्विन ने अपने पुरे टेस्ट करियर में अभी तक 80 टेस्ट में 417 विकेट लिए हैं और इस लिस्ट में अनिल कुंबले और कपिल देव के बाद अब तीसरे नंबर पर पहुंच गए हैं. इसके साथ ही 5 शतक और 11 अर्धशतकों की मदद से 2685 रन भी बना चुके हैं.
वहीं कपिल देव (Kapil Dev) का करियर भी कुछ ऐसा ही रहा. उन्होंने 131 टेस्ट मैचों में 434 विकेट अपने नाम किए थे, जबकि 8 शतक और 27 अर्धशतकों की मदद से 5248 रन भी बनाए थे.