6,4,4,4,4,4..', रणजी में आया अर्जुन तेंदुलकर का सैलाब, गेंदबाजों पर नहीं दिखाई दया, महज इतनी गेंदों में शतक जड़ रचा इतिहास
Published - 21 Sep 2025, 05:29 PM | Updated - 21 Sep 2025, 11:37 PM
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रणजी ट्रॉफी के ताज़ा मुकाबले में सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर (Arjun Tendulkar) ने धमाल मचा दिया है। गोवा और राजस्थान के बीच खेले गए मैच में अर्जुन ने अपनी तूफानी बल्लेबाजी से सबको चौंका दिया। मैदान पर आते ही उन्होंने गेंदबाजों की जमकर खबर ली और शानदार शतक जड़कर इतिहास रच दिया।
लगातार चौकों-छक्कों की बरसात करते हुए अर्जुन ने यह साबित कर दिया कि वह सिर्फ दिग्गज बल्लेबाज के बेटे नहीं, बल्कि खुद भी भारतीय क्रिकेट का नया सितारा बनने की काबिलियत रखते हैं।
उनकी इस पारी के बाद सोशल मीडिया पर भी उनका नाम ट्रेंड करने लगा। यह शतक इसलिए भी खास है क्योंकि रणजी डेब्यू में ही उन्होंने अपने पिता सचिन तेंदुलकर के कारनामे को दोहराया। क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि इस प्रदर्शन के बाद अर्जुन भारतीय क्रिकेट टीम के लिए भविष्य में बड़ा योगदान दे सकते हैं।
Arjun Tendulkar ने रणजी में मचाया धमाल
भारतीय क्रिकेट के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर का नाम पूरी दुनिया में रोशनी फैलाता है। उन्होंने अपने बल्ले से कई ऐसे रिकॉर्ड बनाए जिन्हें तोड़ना किसी भी बल्लेबाज के लिए आसान नहीं है। अब उन्हीं की राह पर उनके बेटे अर्जुन तेंदुलकर (Arjun Tendulkar) भी चल पड़े हैं। रणजी ट्रॉफी 2022-23 में राजस्थान के खिलाफ गोवा की ओर से डेब्यू करते हुए अर्जुन ने धमाकेदार पारी खेलकर क्रिकेट जगत का ध्यान अपनी ओर खींच लिया।
पोर्वोरिम के गोवा क्रिकेट संघ अकादमी ग्राउंड पर खेले गए इस मुकाबले में अर्जुन ने पहली ही पारी में शतक लगाकर इतिहास रच दिया। यही नहीं, उन्होंने गेंदबाजों पर जमकर प्रहार किए और चौकों-छक्कों की बरसात कर दी। उनकी इस पारी ने साफ कर दिया कि वह सिर्फ महान खिलाड़ी के बेटे नहीं बल्कि खुद भी एक बड़े सितारे बनने की क्षमता रखते हैं।
अपने पिता की तरह डेब्यू मैच में जड़ा शतक
अर्जुन तेंदुलकर (Arjun Tendulkar) का डेब्यू रणजी ट्रॉफी में किसी सपने से कम नहीं था। राजस्थान के कप्तान अशोक मेनारिया ने टॉस जीतकर गोवा को बल्लेबाजी का न्योता दिया। गोवा ने 9 विकेट पर 547 रन बनाकर पारी घोषित की। इस पारी के दौरान अर्जुन तेंदुलकर ने 207 गेंदों का सामना करते हुए 16 चौके और 2 छक्के लगाए और शानदार 120 रन बनाए।
अर्जुन का यह शतक इसलिए भी खास रहा क्योंकि उनके पिता सचिन तेंदुलकर ने भी अपने प्रथम श्रेणी डेब्यू मैच में शतक जड़ा था। साल 1988 में गुजरात के खिलाफ सचिन ने यह कारनामा किया था और 34 साल बाद उनके बेटे ने भी वही उपलब्धि हासिल की। इससे अर्जुन ने न सिर्फ अपनी काबिलियत साबित की बल्कि क्रिकेट फैंस को एक ऐतिहासिक पल भी दिया।
सोशल मीडिया पर छाया अर्जुन का तूफान
अर्जुन तेंदुलकर (Arjun Tendulkar) की इस पारी का असर सोशल मीडिया पर भी देखने को मिला। फैन्स ने उनकी बल्लेबाजी के कई क्लिप्स शेयर किए जिसमें वह लगातार चौके-छक्के लगाते नजर आए। एक समय ऐसा भी आया जब उन्होंने लगातार कई चौके जड़ दिए. उनके इस तूफानी अंदाज ने हर किसी को हैरान कर दिया।
इस यादगार पारी के बाद क्रिकेट जगत में उनकी तुलना सीधे उनके पिता से होने लगी। हालांकि अर्जुन (Arjun Tendulkar) का खेल अंदाज कुछ अलग है—वह गेंदबाजी के साथ-साथ बल्लेबाजी में भी टीम के लिए बड़े योगदानकर्ता साबित हो सकते हैं। यही वजह है कि इस मैच के बाद उन्हें ऑलराउंडर के रूप में देखा जाने लगा।
रणजी ट्रॉफी में Arjun Tendulkar के करियर और आंकड़े
रणजी ट्रॉफी 2022-23 के इस मुकाबले में अर्जुन तेंदुलकर (Arjun Tendulkar) का प्रदर्शन शानदार रहा। उन्होंने न सिर्फ बल्ले से शतक जड़ा बल्कि गेंदबाजी में भी टीम के लिए विकेट निकाले। राजस्थान की पारी के दौरान अर्जुन ने तीन अहम विकेट झटके और गोवा के लिए दूसरी सबसे सफल गेंदबाज साबित हुए।
अगर उनके प्रथम श्रेणी करियर पर नजर डालें तो अब तक अर्जुन ने 17 मैचों में 23 पारियां खेली हैं और 532 रन बनाए हैं। उनका बल्लेबाजी औसत 23.20 के करीब है। वहीं गेंदबाजी में उन्होंने 28 पारियों में 33.51 की औसत से 37 विकेट अपने नाम किए हैं। इन आंकड़ों से साफ है कि वह एक संतुलित ऑलराउंडर बनकर उभर रहे हैं।
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