10 नवंबर 2022 का दिन भारतीय क्रिकेट के इतिहास में काले अक्षरों से लिखा जाएगा। इस दिन भारत को टी20 विश्वकप के सेमीफाइनल में इंग्लैंड के हाथों एक ऐसी हार मिली जिसे पचा पाना खिलाड़ियों के साथ ही टीम इंडिया के समर्थकों के लिए नामुमकिन है। विश्व विजेता बनने का सपना एक ऐसे प्रदर्शन के चलते टूट गया जिसकी कल्पना शायद किसी ने की भी नहीं होगी।
वहीं इस हार के बाद लगातार भारतीय टीम के चयन से लेकर बीसीसीआई की नीतियों पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। इस सूची में अब पूर्व स्पिन गेंदबाज अनिल कुंबले (Anil Kumble) का नाम भी शामिल हो गया है, उन्होंने टी20 फॉर्मेट में एक बड़ा बदलाव करने का सुझाव दिया है।
Anil Kumble ने बीसीसीआई को दी खास सलाह
दरअसल, अनिल कुंबले (Anil Kumble) का मानना है कि विदेशी खिलाड़ियों को आईपीएल में खेलने के कारण भारत के खिलाड़ियों की कमजोरी और ताकत दोनों का अच्छी तरह से पता चल जाता है। वहीं हमारे खिलाड़ी विदेशी लीग में खेलने का अनुभव नहीं होने के चलते संघर्ष करते हुए नजर आते हैं। टीम इंडिया के पूर्व कोच रहे कुंबले (Anil Kumble) का कहना है कि बीसीसीआई को जल्द से जल्द इस पर एक्शन लेना चाहिए और इसका निवारण करना चाहिए। स्पिनर ने कहा,
"मुझे लगता है कि एक्सपोजर निश्चित रूप से मदद करता है, हमने इसे भारतीय क्रिकेट के विकास में मदद करते हुए देखा है। आईपीएल में विदेशी खिलाड़ियों के आने से भारतीय क्रिकेट को निश्चित रूप से मदद मिली है। अगर किसी युवा खिलाड़ी को विदेश भेजने से उसके खेल में सुधार होता है तो फिर हमें ऐसा करना चाहिये।"
राहुल द्रविड़ की इस मुद्दे को लेकर राय
गौरतलब है कि भारतीय क्रिकेट में लगातार इस मुद्दे को लेकर चर्चा गरम रहती है। टी20 विश्वकप 2022 के सेमीफाइनल में हार के बाद टीम इंडिया के मौजूदा हेड कोच राहुल द्रविड़ से भी इसी संदर्भ में सवाल पूछा गया था। जिसके जवाब में उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को विदेशी लीग में भेजने का फैसला पूर्ण रूप से भारतीय क्रिकेट बोर्ड के हाथों में है। हालांकि द्रविड़ का मानना है कि अगर भारत के खिलाड़ी विदेश में खेलेंगे तो इससे रणजी ट्रॉफी और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी को नुकसान होगा।