रणजी में चमक गया एम श्रीधर नाम का गुमनाम बल्लेबाज, 366 रन का बना डाला ऐतिहासिक स्कोर
Published - 11 Oct 2025, 05:13 PM | Updated - 11 Oct 2025, 05:14 PM

M Sridhar: भारतीय घरेलू क्रिकेट में एक नया सितारा उभर कर आया है। कौशल और धैर्य का अद्भुत प्रदर्शन करते हुए, एम. श्रीधर (M Sridhar) ने 366 रनों की शानदार पारी खेलकर रणजी ट्रॉफी के इतिहास में अपना नाम दर्ज करा लिया। इस बल्लेबाज ने अद्भुत प्रदर्शन कर सबका ध्यान अपनी ओर खींचा और गेंदबाजों पर आसानी से हावी हो गया।
श्रीधर की मैराथन पारी ने न केवल उनकी टीम को मज़बूत किया, बल्कि बड़े मंच पर उनके आगमन का भी संकेत दिया। श्रीधर की रिकॉर्ड तोड़ पारी को रणजी क्रिकेट की सर्वश्रेष्ठ पारियों में से एक के रूप में याद किया जाएगा।
रणजी में चमका M Sridhar का नाम
हैदराबाद में जन्मे एम. वी. श्रीधर (M Sridhar) ने 1988/89 और 1999/00 के बीच प्रथम श्रेणी क्रिकेट में अपनी घरेलू टीम का प्रतिनिधित्व किया। हालांकि उन्हें कभी भारतीय टीम की जर्सी पहनने का मौका नहीं मिला, लेकिन घरेलू मैदान में उनके प्रदर्शन ने उनकी क्लास और स्वभाव को बखूबी दर्शाया।
अपने शानदार स्ट्रोक प्ले और दबाव में संयम के लिए जाने जाने वाले श्रीधर (M Sridhar) 1990 के दशक में हैदराबाद की बल्लेबाजी लाइनअप के प्रमुख स्तंभों में से एक बन गए। लंबी पारियों में बल्लेबाजी करने की उनकी क्षमता उन्हें गेंदबाजों के लिए एक बुरा सपना बनाती थी, और उनके नेतृत्व गुणों ने उन्हें घरेलू क्रिकेट में अपार सम्मान दिलाया।
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आंध्र प्रदेश के खिलाफ 366 रनों की ऐतिहासिक पारी
एम. श्रीधर (M Sridhar) के करियर का निर्णायक मोड़ 1994 के रणजी ट्रॉफी मैच में आया जब हैदराबाद का सामना आंध्र प्रदेश से हुआ। अद्भुत अनुशासन और एकाग्रता के साथ बल्लेबाजी करते हुए श्रीधर ने भारतीय घरेलू इतिहास की सबसे यादगार पारियों में से एक पारी खेली। उन्होंने 699 मिनट क्रीज पर बिताते हुए 366 रनों की मैराथन पारी खेली।
श्रीधर ने अपनी पारी में 37 चौके और 5 गगनचुंबी छक्के लगाए थे, जो उनके धैर्य और सटीकता का एक नमूना था। श्रीधर की शानदार बल्लेबाजी की बदौलत, हैदराबाद ने अपनी पहली पारी में 944 रनों का विशाल स्कोर बनाया और खेल पर पूरी तरह से अपना दबदबा बनाया।
हालांकि आंध्र की मशक्कत के कारण मैच ड्रॉ रहा, लेकिन श्रीधर की इस ऐतिहासिक पारी ने क्रिकेट प्रेमियों का ध्यान अपनी ओर खींचा। इस मैच में बनाया उनका 366 रन रणजी इतिहास के सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर में से एक है।
निरंतरता और उत्कृष्टता का करियर
अपने प्रथम श्रेणी करियर के दौरान श्रीधर (M Sridhar) ने 97 मैच खेले और 150 पारियों में बल्लेबाजी करते हुए 48 के प्रभावशाली औसत से 6701 रन बनाए। उनके रिकॉर्ड में 21 शतक और 27 अर्द्धशतक शामिल हैं, जो एक शीर्ष क्रम के बल्लेबाज के रूप में उनकी विश्वसनीयता और उत्कृष्टता का प्रमाण है।
भारत की राष्ट्रीय टीम में जगह न बना पाने के बावजूद, श्रीधर का हैदराबाद क्रिकेट में योगदान एक खिलाड़ी और बाद में एक प्रशासक के रूप में बहुत बड़ा रहा। उनकी प्रयासों की काफी सराहना होती रही है।
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