जब से अजित अगरकर (Ajit Agarkar) टीम इंडिया के मुख्य चयनकर्ता बने हैं तब से युवा खिलाड़ियों को अपनी काबिलियत साबित करने के भरपूर मौके मिल रहे हैं। उनके चयनकर्ता बनने के बाद कई युवा खिलाड़ियों ने डेब्यू किया है। लेकिन इस बीच अजित अगरकर (Ajit Agarkar) एक ऐसे खिलाड़ी को नज़रअंदाज़ कर रहे हैं जिसने कई बार इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम इंडिया की इज्जत बचाई है। इसी वजह से अब यह खिलाड़ी 30 साल की उम्र में संन्यास लेने पर मजबूर हो गए हैं।
Ajit Agarkar की वजह से यह खिलाड़ी हुआ संन्यास के लिए मजबूर!
भारतीय टीम इस समय दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दो मैच की टेस्ट सीरीज खेल रही है। इसमें अजीत अगरकर (Ajit Agarkar) ने कई युवा खिलाड़ियों को मौका दिया है। यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल, प्रसिद्ध कृष्णा जैसे खिलाड़ी टेस्ट सीरीज का हिस्सा हैं। लेकिन इस बीच अजीत अगरकर ने 30 वर्षीय धाकड़ बल्लेबाज को नज़रअंदाज़ किया है।
इस खिलाड़ी ने ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ कई बार टीम इंडिया की लाज बचाई है। हम जिस खिलाड़ी की बात कर रहे हैं वह कोई और नहीं बल्कि हनुमा विहारी हैं। उन्होंने भारत के लिए अपना आखिरी टेस्ट मैच साल 2022 में खेला था। इसके बाद से ही वह टीम से बाहर चल रहे हैं, जिसके बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि वह कभी भी संन्यास का ऐलान कर सकते हैं।
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ऐसा रहा है क्रिकेट करियर
हनुमा विहारी का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर कुछ खास लंबा नहीं रहा है। वह भारत के लिए महज 16 मैच ही खेल सके हैं। इस दौरान उन्होंने 33.56 की औसत से 839 रन बनाए हैं। इसमें हनुमा विहारी ने एक शतक भी जड़ा है। इसके अलावा आईपीएल के 24 मुकाबलों में वह 284 रन ही जोड़ सके हैं। वहीं, गेंदबाजी करते हुए हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) ने 16 मुकाबलों में पांच विकेट झटकाई है। 24 आईपीएल मैच में उनके नाम एक विकेट है। बता दें कि हनुमा विहार ने विराट कोहली की कप्तानी में साल 2018 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था।
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