KL Rahul: भारतीय क्रिकेट टीम के बड़े बल्लेबाजों की जब भी गिनती होती है तो विराट कोहली और रोहित शर्मा के बाद केएल राहुल का नाम आता है. राहुल तीनों ही फॉर्मेट खेलते हैं और कुछ उन चुनिंदा खिलाड़ियों में हैं जिन्होंने तीनों ही फॉर्मेट में शतक लगाए हैं. बल्लेबाजी के साथ साथ राहुल अब विकेटकीपिंग में भी हाथ आजमा रहे हैं जिससे प्लेइंग XI में भारतीय टीम के पास एक अतिरिक्त बल्लेबाज या गेंदबाज को शामिल करने का अवसर रहता है.
केएल राहुल (KL Rahul) बीच-बीच में खराब फॉर्म से भी गुजरते हैं इसके बावजूद उनकी जगह टीम में लगभग सुरक्षित रहती हैं. उनकी वजह से तीन खिलाड़ियों का टीम इंडिया के लिए लंबे समय तक खेलने का सपना पूरा नहीं हो पाया. आईए जानते हैं कौन हैं ये खिलाड़ी...
अंबाती रायडू
अंबाती रायडू (Ambati Rayudu) ने भारतीय क्रिकेट टीम के लिए 2014 में डेब्यू किया था. रायडू मध्यक्रम के एक बेहतरीन और आक्रामक बल्लेबाज थे लेकिन वे टीम के लिए ज्यादा दिन तक नहीं खेल पाए. 2014 में केएल राहुल (KL Rahul) के डेब्यू के बाद रायडू के लिए टीम इंडिया में मौके बिल्कुल कम हो गए है.
वे 2019 की विश्व कप टीम में भी नहीं आ पाए जिसकी वजह से उन्होंने उसी साल संन्यास भी ले लिया. 2013 से 2019 के बीच में रायडू ने 55 वनडे और 6 टी 20 खेले. वनडे में उनके नाम 3 शतक और 10 अर्धशतक सहित 1694 रन दर्ज हैं. अगर उन्हें पर्याप्त मौके मिले होते तो उनका नाम भारत के दिग्गज बल्लेबाजों में शुमार होता.
करुण नायर
भारतीय क्रिकेट टीम के लिए खेल चुके करुण नायर (Karun Nair) उन दुर्भाग्यशाली खिलाड़ियों में हैं जो तिहरा शतक लगाने के बावजूद टीम इंडिया में जगह नहीं बना सके. 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ जिस मैच में करुण नायर ने तिहरा शतक जड़ा था उसी मैच में केएल राहुल (KL Rahul) ने 199 रन बनाए थे.
सीनियर होने के नाते राहुल को आगे मौके मिले जबकि करुण नायर टीम से बाहर हो गए और अबतक घरेलू क्रिकेट में संघर्ष कर रहे हैं. नायर ने 6 टेस्ट में 374 और 2 वनडे में 46 रन बनाए. वे अभी घरेलू क्रिकेट खेल रहे हैं लेकिन टीम इंडिया में वापसी का मौका दूर दूर तक नहीं है.
अजिंक्य रहाणे
अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) भी टीम इंडिया के उन दिग्गज खिलाड़ियों में से एक हैं जिनका करियर केएल राहुल (KL Rahul) की वजह से असमय ही समाप्ती की ओर चला गया और वो भी तीनों ही फॉर्मेट में. केएल राहुल जब तक टेस्ट में ओपनर थे रहाणे मध्यक्रम में खेलते थे लेकिन राहुल जब बतौर ओपनर फ्लॉप हुए तो उन्हें मध्यक्रम में भेजा गया और शुभमन गिल से ओपनिंग कराई गई. नतीजा रहाणे टीम से बाहर हो गए.
इसके पहले 2022 की जनवरी में साउथ अफ्रीका में टेस्ट सीरीज में भारत की हार का ठिकरा मध्यक्रम बल्लेबाजों पर फूटा कप्तान राहुल थे वे टीम में बने रहे जबति पुजारा के साथ रहाणे बाहर हुए थे.
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भी रहाणे की वापसी केएल राहुल के टीम से बाहर रहने की स्थिति में ही हुई थी. जैसे ही राहुल टीम में लौटे रहाणे बाहर हो गए. रहाणे में विराट कोहली और राहुल द्रविड़ जैसा सफल होने की क्षमता थी लेकिन कम मौकों ने उन्हें इस उपलब्धि से दूर रखा. रहाणे भारत के लिए 85 टेस्ट, 90 वनडे और 20 टी 20 खेल चुके हैं और 3 सीरीज को छोड़ पिछले 2 साल से टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं.
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